वैश्विक एंटी-डोपिंग शासन में भारत का नेतृत्व
भारत को अंतरराष्ट्रीय खेलों में डोपिंग के विरुद्ध सम्मेलन (International Convention against Doping in Sport) के COP10 ब्यूरो के उपाध्यक्ष (Vice-Chairperson) के रूप में पुनः निर्वाचित किया गया है। यह चुनाव 20–22 अक्टूबर 2025 को पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में आयोजित 10वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ (COP10) सत्र के दौरान हुआ। यह सत्र सम्मेलन की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुआ — जो खेलों में डोपिंग के विरुद्ध एकमात्र कानूनी रूप से बाध्यकारी वैश्विक ढांचा है।
स्थिर जीके तथ्य: यह सम्मेलन यूनेस्को द्वारा 2005 में अपनाया गया और 2007 में प्रभावी हुआ।
COP10 में भारत का प्रतिनिधित्व
भारत का प्रतिनिधिमंडल हरि रंजन राव (सचिव, खेल मंत्रालय) और अनंत कुमार (महानिदेशक, NADA) के नेतृत्व में शामिल हुआ। सम्मेलन में 190 से अधिक देशों ने भाग लिया, जिनमें IOC, WADA और अफ्रीकी संघ जैसे प्रमुख संगठन शामिल थे।
भारत को एशिया-प्रशांत क्षेत्र (Group IV) से 2025–2027 कार्यकाल के लिए पुनः उपाध्यक्ष चुना गया, जिससे भारत की वैश्विक एंटी-डोपिंग नीति निर्माण में बढ़ती भूमिका और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बल मिला।
COP10 ब्यूरो की नई संरचना
नवनियुक्त COP10 ब्यूरो में सदस्य देश हैं:
• अज़रबैजान – अध्यक्ष
• ब्राज़ील, ज़ाम्बिया और सऊदी अरब – क्षेत्रीय उपाध्यक्ष
यह संतुलित प्रतिनिधित्व वैश्विक खेल नैतिकता के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
स्थिर जीके टिप: यूनेस्को का मुख्यालय पेरिस (फ्रांस) में है और भारत 1946 से इसका सदस्य है।
COP10 की प्रमुख झलकियाँ
500 से अधिक प्रतिभागियों ने खेल शासन, डोपिंग नियंत्रण और नैतिक मूल्यों पर विचार-विमर्श किया। मुख्य एजेंडा बिंदु रहे:
• अनुपालन और शासन तंत्र को सशक्त करना
• Fund for the Elimination of Doping in Sport के लिए वित्त पोषण बढ़ाना
• जीन हेरफेर, पारंपरिक दवाओं के दुरुपयोग और नैतिक चुनौतियों जैसे नए खतरों का समाधान
भारत ने इस दौरान कई नीतिगत सुझाव दिए और सम्मेलन के आरंभ से अब तक की प्रगति पर इंटरएक्टिव प्रदर्शनियाँ भी प्रस्तुत कीं।
भारत की पहल और नीति प्रस्ताव
भारत ने COP10 में Values Education through Sport (VETS) पहल का प्रस्ताव रखा, जो युवाओं में नैतिकता, ईमानदारी और निष्पक्ष खेलभावना को बढ़ावा देती है। इसका उद्देश्य है:
• मूल्यों-आधारित शिक्षा के माध्यम से युवा सशक्तिकरण
• स्वच्छ खेल संस्कृति का निर्माण
• खेल संगठनों को नैतिक मानकों के प्रति जवाबदेह बनाना
यह प्रस्ताव व्यापक सराहना का पात्र बना और इसे भविष्य की वैश्विक शिक्षा-आधारित एंटी-डोपिंग रणनीतियों में शामिल किए जाने की संभावना है।
पुनर्निर्वाचन का महत्व
भारत का पुनः चयन अंतरराष्ट्रीय खेल शासन में उसकी बढ़ती प्रतिष्ठा को रेखांकित करता है। यह NADA India की सफलता और Fit India Movement तथा Khelo India जैसे अभियानों से जुड़ी पारदर्शी खेल नीतियों का प्रमाण है।
स्थिर जीके तथ्य: राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) की स्थापना 2005 में Societies Registration Act, 1860 के तहत की गई थी और यह युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय के अधीन कार्य करती है।
भारत की निरंतर नेतृत्व भूमिका यह दर्शाती है कि देश नैतिक, पारदर्शी और निष्पक्ष खेल वातावरण के लिए वैश्विक स्तर पर अग्रणी है।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
| कार्यक्रम | 10वां कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ (COP10) सत्र |
| स्थान | यूनेस्को मुख्यालय, पेरिस |
| तिथियाँ | 20–22 अक्टूबर 2025 |
| भारत की स्थिति | COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष |
| प्रतिनिधित्व क्षेत्र | एशिया-प्रशांत (Group IV) |
| भारतीय प्रतिनिधि | हरि रंजन राव और अनंत कुमार |
| अध्यक्ष देश | अज़रबैजान |
| अन्य उपाध्यक्ष देश | ब्राज़ील, ज़ाम्बिया, सऊदी अरब |
| भारत की पहल | Values Education through Sport (VETS) |
| राष्ट्रीय एजेंसी | राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) |





