ब्लूबर्ड सैटेलाइट के लिए उलटी गिनती शुरू
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और अमेरिका की AST SpaceMobile मिलकर एक ब्लूबर्ड संचार उपग्रह लॉन्च करने जा रहे हैं। यह उपग्रह लगभग 6,500 किलोग्राम वजनी होगा और इसे भारत के सबसे शक्तिशाली रॉकेट LVM3 (पूर्व नाम GSLV Mk III) के ज़रिए 2025 के अंत तक श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा। फिलहाल उपग्रह अंतिम परीक्षण चरण में है और सितंबर 2025 तक भारत आने की उम्मीद है।
वैश्विक संचार तकनीक में छलांग
ब्लूबर्ड उपग्रह का उद्देश्य दुनिया के दूरदराज और सेवा-वंचित क्षेत्रों में भी मोबाइल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करना है। यह परियोजना भारत को अंतरिक्ष आधारित संचार नेटवर्क के वैश्विक केंद्र में ला सकती है, जो अगली पीढ़ी की उपग्रह कनेक्टिविटी का हिस्सा है।
Static GK Fact: LVM3 (GSLV Mk III) 4,000 किलोग्राम तक के उपग्रह को GTO और 10,000 किलोग्राम तक को LEO में पहुंचाने में सक्षम है।
हालिया सफलता से मिली प्रेरणा
इस मिशन से पहले ISRO और NASA ने जुलाई 2025 में मिलकर NISAR उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह उपग्रह अब Earth Observation के लिए काम कर रहा है, जैसे बर्फ की पिघलन, भूमि की सतह में बदलाव और प्राकृतिक संसाधनों की निगरानी।
Static GK Tip: NISAR दुनिया का पहला Dual-Frequency Synthetic Aperture Radar (SAR) युक्त उपग्रह है जो दो देशों की एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
गगनयान मिशन नए चरण में
भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन – गगनयान दिसंबर 2025 में पहली मानवरहित उड़ान के साथ शुरू होगा। 2026 में दो और परीक्षण उड़ानों के बाद, 2027 में तीन भारतीय अंतरिक्षयात्रियों को LEO में सात दिनों के लिए भेजा जाएगा।
क्रू एस्केप सिस्टम और ऑर्बिटल मॉड्यूल अब अंतिम परीक्षण चरण में हैं। ISRO को ह्यूमन रेटेड लॉन्च प्रणाली का प्रमाणन भी प्राप्त हो चुका है।
Static GK Fact: गगनयान का उद्देश्य 3 भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को LEO में 7 दिन तक भेजना है।
भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन
ISRO की योजना है कि 2028 तक “भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (Bharatiya Antariksh Station)” का पहला मॉड्यूल लॉन्च किया जाए। यह कुल 52 टन वजनी बहु-मॉड्यूलर संरचना होगी और 2035 तक पूर्ण रूप से कार्यशील बना दी जाएगी।
भारत-अमेरिका सहयोग बना हुआ है मजबूत
ISRO अध्यक्ष वी. नारायणन ने यह स्पष्ट किया है कि अमेरिका के साथ हुए अंतरिक्ष अनुबंध राजनीतिक बदलावों से अप्रभावित रहेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत-अमेरिका तकनीकी साझेदारी वैश्विक अस्थिरताओं के बावजूद स्थिर बनी रहेगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
उपग्रह का नाम | ब्लूबर्ड (BlueBird) |
उपग्रह भार | ~6,500 किलोग्राम |
विकसित किया | AST SpaceMobile, USA |
प्रक्षेपण स्थल | श्रीहरिकोटा, भारत |
प्रक्षेपण यान | LVM3 (GSLV Mk III) |
हालिया साझा मिशन | NISAR (जुलाई 2025) |
मानव अंतरिक्ष योजना | गगनयान (2025–2027) |
प्रस्तावित अंतरिक्ष स्टेशन | भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (2028–2035) |
ISRO अध्यक्ष | वी. नारायणन |
उपग्रह का उद्देश्य | वैश्विक मोबाइल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी |