राष्ट्रीय मानकों की आवश्यकता
25 अगस्त 2025 को भारत ने पहली बार पशु रक्त बैंकों के दिशा–निर्देश जारी किए। यह कदम आपातकालीन पशु चिकित्सा देखभाल में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। इससे पहले अधिकांश रक्त आधान बिना मानक प्रोटोकॉल के किया जाता था, जिसके चलते चोट, एनीमिया और संक्रामक रोगों के मामलों में नकारात्मक परिणाम सामने आते थे।
स्थैटिक GK तथ्य: भारत के पास दुनिया के सबसे बड़े पशुधन संसाधनों में से एक है – 537 मिलियन से अधिक पशु।
वैज्ञानिक और नैतिक संग्रहण
दिशा-निर्देशों के तहत अब हर ट्रांसफ्यूजन से पहले ब्लड टाइपिंग और क्रॉस–मैचिंग अनिवार्य होगी। डोनर पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण सत्यापन और पात्रता जांच की जाएगी। मॉडल में स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा दिया गया है, जिसे डोनर राइट्स चार्टर के माध्यम से नैतिक रूप से सुनिश्चित किया जाएगा।
अवसंरचना और नियमन
प्रत्येक राज्य को बायोसेफ्टी मानकों के अनुरूप पशु रक्त बैंक स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें स्वच्छता, भंडारण और नियामक प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सेवाओं में समानता लाई जाएगी।
स्थैटिक GK टिप: पशुपालन एवं डेयरी विभाग को 2019 में कृषि मंत्रालय से अलग किया गया था।
वन हेल्थ एकीकरण
यह नीति वन हेल्थ एप्रोच पर आधारित है, जिसमें मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य की आपसी कड़ी को मान्यता दी गई है। सुरक्षित रक्त आधान प्रणाली से जूनोटिक रोगों पर नियंत्रण, जन स्वास्थ्य तैयारी में सुधार और खाद्य सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
प्रौद्योगिकी और नवाचार
एक राष्ट्रीय पशु रक्त बैंक नेटवर्क का प्रस्ताव है, जिसमें डोनर रजिस्ट्री, रियल–टाइम इन्वेंटरी और आपातकालीन हेल्पलाइन शामिल होंगी। भविष्य में मोबाइल ब्लड कलेक्शन यूनिट्स, दुर्लभ रक्त समूह संरक्षण और मोबाइल ऐप जैसी सुविधाएँ भी शुरू की जाएंगी।
शिक्षा और क्षमता निर्माण
पशु चिकित्सा पाठ्यक्रम में नए प्रशिक्षण मॉड्यूल जोड़े जाएंगे। इससे आने वाले पशु चिकित्सकों में जागरूकता, तकनीकी ज्ञान और नैतिक प्रथाओं को बढ़ावा मिलेगा, जिससे यह पहल देशभर में टिकाऊ बनेगी।
स्थैटिक GK तथ्य: भारत में 50 से अधिक वेटरनरी कॉलेज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अंतर्गत आते हैं।
आर्थिक और क्षेत्रीय प्रभाव
भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में यह पहल बेहद अहम है। देश में 537 मिलियन पशुधन और 125 मिलियन पालतू जानवर हैं। पशुपालन क्षेत्र का योगदान राष्ट्रीय GDP में 5.5% और कृषि GDP में 30% है। आपातकालीन पशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने से ग्रामीण आजीविका सुरक्षित होगी और पशुधन उत्पादकता में वृद्धि होगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
जारी करने वाला प्राधिकरण | पशुपालन एवं डेयरी विभाग |
जारी होने की तिथि | 25 अगस्त 2025 |
मुख्य फोकस | मानकीकृत पशु रक्त आधान सेवाएँ |
आधारभूत दृष्टिकोण | वन हेल्थ एकीकरण |
डोनर नीति | स्वैच्छिक दान व डोनर राइट्स चार्टर |
तकनीकी विशेषताएँ | डिजिटल रजिस्ट्री, रियल-टाइम इन्वेंटरी, हेल्पलाइन |
प्रशिक्षण घटक | वेटरनरी पाठ्यक्रम मॉड्यूल |
पशुधन जनसंख्या | 537 मिलियन पशुधन, 125 मिलियन पालतू जानवर |
आर्थिक योगदान | राष्ट्रीय GDP का 5.5%, कृषि GDP का 30% |
भविष्य की दृष्टि | मोबाइल यूनिट्स, दुर्लभ रक्त समूह संरक्षण, मोबाइल ऐप्स |