इंटरपोल एशियन कमेटी
इंटरपोल एशियन कमेटी एक महत्वपूर्ण परामर्शदात्री निकाय है, जो इंटरपोल एशियन रीजनल कॉन्फ्रेंस को मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह संगठित अपराध, साइबर अपराध, आतंकवाद, मानव तस्करी और ड्रग तस्करी से निपटने के लिए रणनीतिक इनपुट उपलब्ध कराता है। समिति हर वर्ष मिलती है और एशियाई देशों के बीच समन्वित पुलिसिंग प्रयास सुनिश्चित करती है।
स्थैतिक तथ्य: इंटरपोल की स्थापना 1923 में हुई थी और यह 196 सदस्य देशों के साथ विश्व की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है।
समिति में भारत का निर्वाचन
19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में आयोजित 25वें इंटरपोल एशियन रीजनल कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत को एशियन कमेटी का सदस्य चुना गया। यह निर्णय भारत की कानून प्रवर्तन क्षमताओं और क्षेत्रीय सुरक्षा में उसकी रणनीतिक महत्ता को दर्शाता है।
भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने किया। इंटरपोल मामलों में नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (NCB) के रूप में कार्य करते हुए CBI वैश्विक पुलिसिंग नेटवर्क से भारत का समन्वय करती है।
स्थैतिक तथ्य: CBI की स्थापना 1963 में हुई थी और यह भ्रष्टाचार, अपराध और अंतरराष्ट्रीय मामलों की जाँच करने वाली भारत की प्रमुख एजेंसी है।
भारत की भूमिका का महत्व
भारत का निर्वाचन केवल प्रतीकात्मक नहीं है। यह भारत के प्रभाव को क्षेत्रीय कानून प्रवर्तन नीतियों के निर्माण में मजबूत करता है। सदस्यता भारत को बेहतर खुफिया साझेदारी और सीमा पार अपराधों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई के लिए आगे बढ़ने का अवसर देती है।
यह स्थिति भारत के व्यापक सुरक्षा लक्ष्यों के अनुरूप है, विशेषकर आतंकवाद के वित्तपोषण और साइबर खतरों से निपटने में।
क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव
आज एशिया डिजिटल अपराध और तस्करी सिंडिकेट्स से बढ़ती चुनौतियों का सामना कर रहा है। भारत के समिति में शामिल होने से प्रयास और तेज होंगे:
- मानकीकृत साइबर अपराध ढाँचे स्थापित करना
- मजबूत प्रत्यर्पण संधियों की वकालत करना
- छोटे पुलिस बलों के लिए क्षमता निर्माण पहल को बढ़ाना
इससे भारत की नेतृत्वकारी भूमिका मजबूत होगी और एशिया की सुरक्षा संरचना में उसके राष्ट्रीय हित भी सुरक्षित रहेंगे।
स्थैतिक टिप: इंटरपोल का मुख्यालय लियोन, फ्रांस में है, जो अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग का वैश्विक केंद्र है।
व्यापक निहितार्थ
भारत की सदस्यता से उसकी कूटनीतिक ताकत भी बढ़ती है, जिससे वह बहुपक्षीय पुलिसिंग मंचों पर एक प्रमुख आवाज़ बनता है। यह अन्य एशियाई देशों के भारत पर विश्वास को भी दर्शाता है कि वह वैश्विक शांति और स्थिरता में योगदान दे सकता है।
एशियन कमेटी का हिस्सा बनकर भारत को यह अवसर मिलेगा कि वह इंटरपोल की रणनीतियों को अपने राष्ट्रीय सुरक्षा लक्ष्यों, खासकर आतंकवाद-रोधी और साइबर रक्षा, से जोड़ सके।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
कार्यक्रम | इंटरपोल एशियन कमेटी में भारत का निर्वाचन |
तिथि | 19 सितंबर 2025 |
स्थल | 25वाँ इंटरपोल एशियन रीजनल कॉन्फ्रेंस, सिंगापुर |
प्रतिनिधि संस्था | केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) |
समिति का फोकस | साइबर अपराध, आतंकवाद, तस्करी, संगठित अपराध |
भारत की भूमिका | क्षेत्रीय पुलिसिंग रणनीतियों पर प्रभाव डालना |
इंटरपोल मुख्यालय | लियोन, फ्रांस |
CBI स्थापना | 1963 |
इंटरपोल स्थापना | 1923 |
महत्व | भारत की क्षेत्रीय और वैश्विक कानून प्रवर्तन भूमिका को बढ़ावा |