नवीनीकृत द्विपक्षीय सहभागिता
19 सितंबर 2025 को भारत और कनाडा ने प्रमुख क्षेत्रों में संरचित संवाद पुनः शुरू करने पर सहमति जताई। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की मुलाकात के बाद G7 शिखर सम्मेलन 2025 में लिया गया। यह पहल हाल के वर्षों में तनावपूर्ण रहे संबंधों को सामान्य करने और व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने की साझा इच्छा को दर्शाती है।
व्यापार और अर्थव्यवस्था
दोनों देशों ने रुकी हुई व्यापार वार्ताओं को फिर से सक्रिय करने का निर्णय लिया। चर्चाओं में बाज़ार तक पहुँच, शुल्क में छूट और मिशनों एवं वाणिज्य दूतावासों में नियामक चुनौतियों को आसान बनाने पर ध्यान दिया गया। दोनों सरकारें आर्थिक आदान-प्रदान को मज़बूत करने के साथ-साथ क्षमता निर्माण के मुद्दों को संबोधित करना चाहती हैं।
स्थिर जीके तथ्य: भारत और कनाडा ने 1997 में विदेशी निवेश प्रोत्साहन और संरक्षण समझौते (FIPA) पर हस्ताक्षर किए थे, जिसने द्विपक्षीय व्यापार संरक्षण की नींव रखी।
रक्षा और सुरक्षा
भारत और कनाडा रक्षा सहयोग संवाद को फिर से शुरू करने की योजना बना रहे हैं। इसमें कानून प्रवर्तन, राष्ट्रीय सुरक्षा और संभावित प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में सहयोग शामिल है। प्रशिक्षण आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण अभ्यासों पर भी विचार किया जा रहा है।
स्थिर जीके टिप: कनाडा NATO का संस्थापक सदस्य है, जबकि भारत अमेरिका और फ्रांस सहित कई पश्चिमी देशों का प्रमुख रक्षा साझेदार है।
महत्वपूर्ण खनिज और ऊर्जा
दोनों पक्षों ने लिथियम, कोबाल्ट और दुर्लभ पृथ्वी आपूर्ति श्रृंखलाओं में सहयोग पर ज़ोर दिया। असैनिक परमाणु ऊर्जा और हरित ऊर्जा अनुसंधान पर संयुक्त कार्य को प्राथमिकता दी गई है। इस साझेदारी को मज़बूत करने से महत्वपूर्ण खनिजों के लिए एकल स्रोत पर वैश्विक निर्भरता कम की जा सकेगी।
स्थिर जीके तथ्य: कनाडा दुनिया के शीर्ष पाँच यूरेनियम उत्पादकों में से एक है, जबकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा प्रेसराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर (PHWRs) बेड़ा संचालित करता है।
अन्य रणनीतिक क्षेत्र
भारत और कनाडा अंतरिक्ष अन्वेषण, उपग्रह प्रौद्योगिकी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान और कृषि नवाचारों में भी सहयोग बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। सतत खेती में संयुक्त प्रयास वैश्विक खाद्य सुरक्षा चिंताओं को संबोधित करने का लक्ष्य रखते हैं।
स्थिर जीके तथ्य: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2016 में कनाडा का NEMO-AM उपग्रह प्रक्षेपित किया था, जो लंबे समय से चले आ रहे अंतरिक्ष सहयोग को दर्शाता है।
विश्वास और संबंधों का पुनर्निर्माण
आर्थिक मुद्दों से परे यह नया संवाद लोकतांत्रिक मूल्यों, विधि के शासन और संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता पर केंद्रित है। वाणिज्य दूतावासों में स्टाफिंग संबंधी मुद्दों के समाधान से वीज़ा प्रक्रिया और लोगों के बीच आदान-प्रदान बेहतर होगा। यह प्रयास भारत–कनाडा संबंधों में स्थिरता और रचनात्मक साझेदारी की दिशा में एक नया अध्याय खोलता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
बैठक की तिथि | 19 सितंबर 2025 |
शामिल नेता | नरेंद्र मोदी और मार्क कार्नी |
वार्ता के मुख्य क्षेत्र | व्यापार, रक्षा, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा, कृषि, अंतरिक्ष |
समझ का स्थान | G7 शिखर सम्मेलन 2025 |
व्यापार फोकस | बाज़ार तक पहुँच, शुल्क छूट, नियामक मुद्दे |
रक्षा फोकस | सहयोगी संवाद, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण |
खनिज फोकस | लिथियम, कोबाल्ट, दुर्लभ पृथ्वी तत्व |
ऊर्जा फोकस | असैनिक परमाणु कार्यक्रम, हरित ऊर्जा |
विज्ञान और प्रौद्योगिकी | अंतरिक्ष और उपग्रह सहयोग |
वाणिज्य दूतावास मुद्दा | स्टाफिंग और वीज़ा प्रक्रिया सुधार |