संदर्भ सामग्री की भूमिका
संदर्भ सामग्री (Reference Materials) अत्यधिक शुद्ध रासायनिक यौगिक या उनके मेटाबोलाइट होते हैं, जिनका उपयोग प्रयोगशालाओं में विश्लेषण की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। खेलों में, इनसे वैज्ञानिकों को WADA सूची में शामिल प्रतिबंधित दवाओं की पहचान करने में मदद मिलती है। ये एंटी-डोपिंग परीक्षणों की सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं।
वैश्विक स्तर पर बहुत कम संस्थान इस तरह की उन्नत सामग्रियों का उत्पादन करते हैं, जिससे ये दुर्लभ और महंगी हो जाती हैं। भारत द्वारा इन्हें घरेलू स्तर पर विकसित करना वैज्ञानिक क्षमता में बड़ी प्रगति है।
स्थिर जीके तथ्य: WADA की स्थापना 1999 में हुई थी और इसका मुख्यालय मॉन्ट्रियल, कनाडा में है।
मेथानडायेनोन लॉन्ग-टर्म मेटाबोलाइट का अनावरण
4 सितंबर 2025 को केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में NDTL की 22वीं गवर्निंग बॉडी मीटिंग के दौरान मेथानडायेनोन लॉन्ग–टर्म मेटाबोलाइट (LTM) का अनावरण किया।
यह यौगिक मेथानडायेनोन (एक एनाबोलिक स्टेरॉइड) की पहचान के लिए जरूरी है, जिसे खिलाड़ी प्रदर्शन सुधारने के लिए दुरुपयोग करते हैं। लॉन्ग–टर्म मेटाबोलाइट्स शरीर में लंबे समय तक बने रहते हैं, जिससे सेवन के महीनों बाद भी डोपिंग पकड़ना संभव हो जाता है।
स्थिर जीके टिप: मेथानडायेनोन, जिसे डायनाबॉल भी कहते हैं, खेलों में इस्तेमाल होने वाले शुरुआती एनाबोलिक स्टेरॉइड्स में से एक है।
मेथानडायेनोन LTM की मुख्य विशेषताएँ
- दुनिया में कहीं भी व्यावसायिक उत्पादन नहीं
- लंबे समय तक मूत्र नमूनों से पहचान संभव
- एंटी-डोपिंग प्रवर्तन में अधिक सटीकता
- बेहतर संवेदनशीलता से खिलाड़ियों में डर और रोकथाम प्रभाव
यह खोज वैश्विक डोपिंग नियंत्रण में एक सशक्त हथियार मानी जा रही है।
NIPER और NDTL का संयुक्त प्रयास
2020 से NIPER गुवाहाटी और NDTL नई दिल्ली ने मिलकर औषधि विभाग के तहत गैर–व्यावसायिक संदर्भ सामग्री विकसित करने का काम किया। लक्ष्य 22 सामग्रियों का है, जिनमें से अब तक 12 सफलतापूर्वक तैयार की जा चुकी हैं। मेथानडायेनोन LTM इस श्रृंखला में नवीनतम उपलब्धि है।
इस पहल से भारत की विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता कम हुई है और देश ने आत्मनिर्भर एंटी-डोपिंग ढाँचे की दिशा में कदम बढ़ाया है।
स्थिर जीके तथ्य: NIPER की स्थापना 1998 में हुई थी और यह फार्मास्युटिकल विज्ञान में राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है।
वैश्विक स्तर पर महत्व
मेथानडायेनोन LTM का निर्माण करके भारत ने वैश्विक एंटी-डोपिंग अभियान को मजबूती दी है। यह सामग्री 30 WADA मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं को उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे परीक्षण प्रक्रियाओं में मानकीकरण होगा।
यह उपलब्धि खेलों में निष्पक्षता, ईमानदार खिलाड़ियों की रक्षा और वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को सुदृढ़ करती है। यह सरकार की फिट इंडिया मूवमेंट (2019 में शुरू) जैसी पहलों से जुड़े व्यापक दृष्टिकोण को भी दर्शाती है, जहाँ शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ खेल नैतिकता पर ज़ोर दिया गया है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लॉन्च तिथि | 4 सितंबर 2025 |
लॉन्चकर्ता | डॉ. मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री |
विकसित सामग्री | मेथानडायेनोन लॉन्ग-टर्म मेटाबोलाइट (LTM) |
उद्देश्य | एनाबोलिक स्टेरॉइड मेथानडायेनोन का पता लगाना |
विकसित संस्थान | NIPER गुवाहाटी और NDTL नई दिल्ली |
विभाग | औषधि विभाग |
वैश्विक प्रयोगशालाएँ | 30 WADA-मान्यता प्राप्त लैब्स |
विशेषता | महीनों/सालों बाद भी डोपिंग पहचान |
कुल संदर्भ सामग्री लक्ष्य | 22 |
अब तक संश्लेषित | 12 |