MSMEs के लिए नया डिजिटल पुश
नेशनल इंडस्ट्रीज रिसर्च एंड डेवलपमेंट काउंसिल (NIRDC) ने पूरे भारत में माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज के लिए बिजनेस प्रोसेस को आसान बनाने के लिए InDApp लॉन्च किया है। इस प्लेटफॉर्म का मकसद अप्रूवल को आसान बनाना, रियल-टाइम डेटा देना और नेशनल मौकों तक पहुंच बढ़ाना है।
स्टैटिक GK फैक्ट: MSMEs भारत की GDP में लगभग 30% का योगदान देते हैं और नेशनल ग्रोथ इंजन का एक ज़रूरी हिस्सा हैं।
यूनिफाइड सपोर्ट सिस्टम
InDApp एक सिंगल-विंडो सिस्टम की तरह काम करता है जो ज़रूरी सर्विसेज़ को एक डिजिटल स्पेस में मिला देता है। इसमें सरकारी अप्रूवल, स्कीम एक्सेस और इंडस्ट्री अपडेट शामिल हैं। एंटरप्रेन्योर इस ऐप का इस्तेमाल फैसले लेने में तेज़ी लाने और पेपरवर्क कम करने के लिए कर सकते हैं।
स्टैटिक GK टिप: MSME सेक्टर को 2006 में माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज डेवलपमेंट एक्ट के तहत फॉर्मल बनाया गया था। मार्केट और मौके तक पहुंच
यह प्लेटफॉर्म मार्केट ट्रेंड और इंडस्ट्रियल ज़रूरतों के बारे में रियल-टाइम जानकारी देता है। बिज़नेस लगातार डेटा अपडेट के ज़रिए राज्यों और सेक्टर में नए मौके खोज सकते हैं।
InDApp एक्सपोर्ट मार्केट पर गाइडेंस भी देता है, जिससे कंपनियों को अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलती है।
स्टैटिक GK फैक्ट: भारत की टॉप MSME एक्सपोर्ट कैटेगरी में इंजीनियरिंग सामान, फार्मास्यूटिकल्स और टेक्सटाइल शामिल हैं।
एंटरप्रेन्योर्स के लिए सपोर्ट
InDApp में ऐसे टूल हैं जो MSME को पार्टनर, कोलेबोरेटर और इंडस्ट्री प्लेयर्स से जोड़ते हैं। यह टेक्नोलॉजी अपग्रेड, फाइनेंशियल मदद और इनोवेशन पर फोकस करने वाली स्कीम के बारे में जानकारी देता है।
ये फीचर्स एंटरप्रेन्योर्स को प्रोडक्टिविटी और लंबे समय तक चलने वाली सस्टेनेबिलिटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
स्टैटिक GK टिप: नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (NSIC) MSME के लिए क्रेडिट और मार्केटिंग सपोर्ट में एक बड़ी भूमिका निभाता है।
कई मंत्रालयों का सहयोग
इस प्लेटफॉर्म को पूरी मदद पक्का करने के लिए सात केंद्रीय मंत्रालयों का सपोर्ट है। इनमें फूड प्रोसेसिंग, कॉमर्स, एग्रीकल्चर, एनवायरनमेंट, एनर्जी और कॉर्पोरेट अफेयर्स से जुड़े मंत्रालय शामिल हैं। इस तरह के सहयोग से यह पक्का होता है कि सेक्टर के हिसाब से गाइडेंस एक ही प्लेटफॉर्म पर आसानी से मिल जाए।
ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस पर असर
InDApp से उम्मीद है कि यह ट्रांसपेरेंसी बढ़ाएगा और MSMEs के लिए कम्प्लायंस को तेज़ करेगा। तेज़ अप्रूवल से देरी कम होती है जो अक्सर छोटे बिज़नेस पर असर डालती है।
यह प्लेटफॉर्म शहरी और ग्रामीण भारत में एंटरप्राइज़ को जानकारी तक बराबर एक्सेस देकर नेशनल और ग्लोबल एक्सपेंशन को भी सपोर्ट करता है।
स्टैटिक GK फैक्ट: वर्ल्ड बैंक ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस इंडेक्स 2020 में भारत 63वें स्थान पर रहा, जो सुधारों में लगातार प्रोग्रेस दिखाता है।
भारत की इंडस्ट्रियल ग्रोथ को मज़बूत करना
डिजिटल सर्विसेज़ को फिजिकल आउटरीच प्रोग्राम के साथ मिलाकर, InDApp बिज़नेस को उनके डेवलपमेंट के हर स्टेज में सपोर्ट करता है।
यह पहल कॉम्पिटिटिवनेस को बेहतर बनाती है और MSMEs को लगातार ग्रोथ के लिए मॉडर्न प्रैक्टिस अपनाने में मदद करती है।
कुल मिलाकर, InDApp एक कुशल, कनेक्टेड और इनक्लूसिव इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम की ओर एक बड़ा कदम है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| InDApp लॉन्च | MSMEs के लिए NIRDC द्वारा विकसित डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म |
| उद्देश्य | अनुमोदनों को सरल बनाना और बाज़ार संबंधी जानकारी प्रदान करना |
| शामिल प्रमुख मंत्रालय | सात मंत्रालय, जिनमें वाणिज्य, कृषि, पर्यावरण शामिल |
| मुख्य लाभार्थी | सभी क्षेत्रों के MSMEs |
| बाज़ार डेटा सहायता | रियल-टाइम रुझान और अवसरों की जानकारी |
| निर्यात मार्गदर्शन | उद्यमों को वैश्विक बाज़ारों का अन्वेषण करने में सहायता |
| तकनीकी उन्नयन | उपकरण और योजनाओं की जानकारी उपलब्ध |
| व्यापार में सुगमता | कागजी कार्यवाही कम करता है और अनुमोदन तेज करता है |
| सहयोग | बहु-मंत्रालयीय समन्वय के साथ व्यापक सेक्टर कवरेज |
| राष्ट्रीय प्रभाव | पूरे देश में MSME विकास को मजबूत बनाता है |





