जुलाई 18, 2025 8:25 पूर्वाह्न

ICMR का NEDL 2025 मसौदा: बेहतर जांच के ज़रिए स्वस्थ भारत की दिशा में कदम

चालू घटनाक्रम प्रमुख शब्द: NEDL 2025 ICMR मसौदा, राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची, मुफ्त जांच सेवा योजना, हब एंड स्पोक स्वास्थ्य मॉडल, ग्रामीण स्वास्थ्य जांच, आशा कार्यकर्ता, सार्वजनिक स्वास्थ्य सुधार भारत, स्थैतिक जीके

ICMR’s NEDL 2025 Draft: Building a Healthier India Through Better Testing

क्या है NEDL और क्यों है यह ज़रूरी?

भारत की स्वास्थ्य प्रणाली अक्सर इस वजह से लड़खड़ाती है क्योंकि बीमारियों की पहचान में देरी होती है या जांच उपलब्ध नहीं होती—खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।

इस समस्या को हल करने के लिए, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची (NEDL) 2025” का मसौदा जारी किया है। यह 2019 में जारी भारत की पहली ऐसी सूची का उन्नत संस्करण है।

इसका उद्देश्य स्पष्ट है: हर स्तर के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र पर ज़रूरी जांच की उपलब्धता सुनिश्चित करना — ताकि मरीजों को केवल यह जानने के लिए यात्रा या ज़्यादा पैसा खर्च न करना पड़े कि उन्हें बीमारी क्या है।

बड़ी, बेहतर और समावेशी सूची

NEDL 2025 में जांच सेवाओं को कई स्तरों पर विस्तृत किया गया है:

  • गांवों में आशा कार्यकर्ता अब टीबी, मधुमेह और अन्य बीमारियों की प्राथमिक स्क्रीनिंग करेंगी।
  • प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में अब 64 की जगह 74 जांच उपलब्ध होंगी।
  • जिला अस्पताल (DH) में 117 से बढ़ाकर 171 जांचें शामिल की गई हैं।
  • सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में भी सेवाओं का विस्तार होगा।

यह विस्तार संक्रामक रोगों (जैसे मलेरिया, HIV, सिफलिस) और गैरसंक्रामक रोगों (जैसे शुगर, थायरॉयड) — दोनों को कवर करता है।

हब एंड स्पोक मॉडल से स्मार्ट सेवा वितरण

हर स्वास्थ्य केंद्र में महंगे CT स्कैन या प्रयोगशालाएं लगाने की ज़रूरत नहीं। NEDL 2025 एक हब एंड स्पोक मॉडल अपनाता है:

  • स्पोकयानी गांव/PHC, जहाँ सैंपल लिए जाएंगे
  • हबयानी जिला/अस्पताल, जहाँ जटिल जांचें होंगी

उदाहरण: ओडिशा की एक आशा कार्यकर्ता टीबी के लिए बलगम सैंपल इकट्ठा कर उसे जिला प्रयोगशाला भेज सकती है — इससे मरीजों को यात्रा से राहत मिलेगी और निदान तेज़ होगा।

समन्वय से सुधार, न कि केवल निर्देश

इस बार ICMR का दृष्टिकोण परामर्शात्मक और सहभागिता पर आधारित है। मसौदा जनवरी 15, 2025 तक डॉक्टरों, शोधकर्ताओं और आम नागरिकों से प्रतिक्रिया आमंत्रित करता है।

यह मसौदा Free Diagnostics Services Initiative (FDSI) और स्वास्थ्य मंत्रालय की मौजूदा योजनाओं के अनुरूप तैयार किया गया है — जिससे दोहरेपन से बचा जा सके और राष्ट्रीय स्तर पर सेवा में समानता लाई जा सके।

स्थैतिक सामान्य ज्ञान (GK) स्नैपशॉट – प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु

विषय विवरण
NEDL का पूरा नाम National Essential Diagnostics List (राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची)
पहली बार पेश किया गया 2019
नवीनतम मसौदा NEDL 2025
जारी करने वाली संस्था भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR)
जन प्रतिक्रिया की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2025
संबंधित योजना मुफ्त जांच सेवा योजना (FDSI)
हब एंड स्पोक मॉडल स्थानीय सैंपल संग्रह, बड़े अस्पतालों में जांच
आशा कार्यकर्ता की भूमिका ग्रामीण क्षेत्र में जांच और सैंपल संग्रह
CT स्कैन आंतरिक शरीर संरचना की इमेजिंग जांच
HbA1c 2–3 महीनों के औसत रक्त शर्करा का परीक्षण

 

ICMR’s NEDL 2025 Draft: Building a Healthier India Through Better Testing
  1. NEDL 2025, ICMR द्वारा जारी की गई दूसरी राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची है, जो 2019 की सूची पर आधारित है।
  2. इसका उद्देश्य डायग्नोस्टिक परीक्षणों को दवाओं जितना ही महत्वपूर्ण बनाना है सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में।
  3. यह सूची गाँव स्तर से जिला अस्पतालों (DHs) तक सभी स्तरों पर आवश्यक परीक्षणों को वर्गीकृत करती है।
  4. ICMR ने 15 जनवरी 2025 तक मसौदे पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया मांगी है।
  5. आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में अब 16 परीक्षण होंगे, पहले यह संख्या 12 थी।
  6. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) अब 74 परीक्षण देंगे, पहले 64 थे।
  7. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में 93 परीक्षण शामिल होंगे, पहले यह 70 थे।
  8. जिला अस्पतालों में परीक्षणों की संख्या 117 से बढ़कर 171 हो जाएगी।
  9. हबएंडस्पोक मॉडल के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में नमूने इकट्ठा कर बेहतर सुविधाओं वाले केंद्रों में भेजे जाएंगे।
  10. NEDL का उद्देश्य टीबी, एचआईवी और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों की जल्दी पहचान सुनिश्चित करना है।
  11. आशा कार्यकर्ता (ASHA) गाँवों में मूलभूत परीक्षण करेंगी और नमूने एकत्र करेंगी।
  12. HbA1c परीक्षण (डायबिटीज़ नियंत्रण) और सीटी स्कैन जैसे उन्नत परीक्षण भी अब सूची में शामिल हैं।
  13. यह सूची फ्री डायग्नोस्टिक सेवा पहल (FDSI) के साथ तालमेल में काम करती है।
  14. इसका उद्देश्य सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और समान स्वास्थ्य पहुंच सुनिश्चित करना है।
  15. यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच बढ़ाकर स्वास्थ्य ढांचे को अधिक समावेशी बनाएगी।
  16. मसौदे से पहले हितधारकों के साथ विचारविमर्श किया गया, जिससे यह समावेशी नीति विकास बन पाया।
  17. आशा कार्यकर्ता टीबी के लक्षणों की स्क्रीनिंग करेंगी और नमूने CHC को भेजेंगी
  18. NEDL का फोकस शहरीग्रामीण परीक्षण सेवाओं के बीच की खाई को पाटने पर है।
  19. बीमारियों की शीघ्र पहचान इलाज की लागत कम कर सकती है और परिणामों में सुधार ला सकती है।
  20. NEDL 2025 भारत की सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और स्वास्थ्य समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपकरण बनेगा।

Q1. राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची (NEDL) 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q2. किस परीक्षण का सामान्यत: उपयोग दीर्घकालिक रक्त शर्करा नियंत्रण को मापने के लिए किया जाता है?


Q3. भारत में राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची (NEDL) की निगरानी कौन सा संगठन करता है?


Q4. NEDL 2025 में हब-एंड-स्पोक मॉडल का क्या उपयोग है?


Q5. NEDL 2025 के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (PHCs) पर कितने नए डायग्नोस्टिक परीक्षण प्रदान किए जाएंगे?


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