क्या है NEDL और क्यों है यह ज़रूरी?
भारत की स्वास्थ्य प्रणाली अक्सर इस वजह से लड़खड़ाती है क्योंकि बीमारियों की पहचान में देरी होती है या जांच उपलब्ध नहीं होती—खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
इस समस्या को हल करने के लिए, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने “राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची (NEDL) 2025” का मसौदा जारी किया है। यह 2019 में जारी भारत की पहली ऐसी सूची का उन्नत संस्करण है।
इसका उद्देश्य स्पष्ट है: हर स्तर के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र पर ज़रूरी जांच की उपलब्धता सुनिश्चित करना — ताकि मरीजों को केवल यह जानने के लिए यात्रा या ज़्यादा पैसा खर्च न करना पड़े कि उन्हें बीमारी क्या है।
बड़ी, बेहतर और समावेशी सूची
NEDL 2025 में जांच सेवाओं को कई स्तरों पर विस्तृत किया गया है:
- गांवों में आशा कार्यकर्ता अब टीबी, मधुमेह और अन्य बीमारियों की प्राथमिक स्क्रीनिंग करेंगी।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में अब 64 की जगह 74 जांच उपलब्ध होंगी।
- जिला अस्पताल (DH) में 117 से बढ़ाकर 171 जांचें शामिल की गई हैं।
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में भी सेवाओं का विस्तार होगा।
यह विस्तार संक्रामक रोगों (जैसे मलेरिया, HIV, सिफलिस) और गैर–संक्रामक रोगों (जैसे शुगर, थायरॉयड) — दोनों को कवर करता है।
हब एंड स्पोक मॉडल से स्मार्ट सेवा वितरण
हर स्वास्थ्य केंद्र में महंगे CT स्कैन या प्रयोगशालाएं लगाने की ज़रूरत नहीं। NEDL 2025 एक “हब एंड स्पोक मॉडल” अपनाता है:
- “स्पोक” यानी गांव/PHC, जहाँ सैंपल लिए जाएंगे
- “हब” यानी जिला/अस्पताल, जहाँ जटिल जांचें होंगी
उदाहरण: ओडिशा की एक आशा कार्यकर्ता टीबी के लिए बलगम सैंपल इकट्ठा कर उसे जिला प्रयोगशाला भेज सकती है — इससे मरीजों को यात्रा से राहत मिलेगी और निदान तेज़ होगा।
समन्वय से सुधार, न कि केवल निर्देश
इस बार ICMR का दृष्टिकोण परामर्शात्मक और सहभागिता पर आधारित है। मसौदा जनवरी 15, 2025 तक डॉक्टरों, शोधकर्ताओं और आम नागरिकों से प्रतिक्रिया आमंत्रित करता है।
यह मसौदा Free Diagnostics Services Initiative (FDSI) और स्वास्थ्य मंत्रालय की मौजूदा योजनाओं के अनुरूप तैयार किया गया है — जिससे दोहरेपन से बचा जा सके और राष्ट्रीय स्तर पर सेवा में समानता लाई जा सके।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान (GK) स्नैपशॉट – प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु
विषय | विवरण |
NEDL का पूरा नाम | National Essential Diagnostics List (राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक्स सूची) |
पहली बार पेश किया गया | 2019 |
नवीनतम मसौदा | NEDL 2025 |
जारी करने वाली संस्था | भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) |
जन प्रतिक्रिया की अंतिम तिथि | 15 जनवरी 2025 |
संबंधित योजना | मुफ्त जांच सेवा योजना (FDSI) |
हब एंड स्पोक मॉडल | स्थानीय सैंपल संग्रह, बड़े अस्पतालों में जांच |
आशा कार्यकर्ता की भूमिका | ग्रामीण क्षेत्र में जांच और सैंपल संग्रह |
CT स्कैन | आंतरिक शरीर संरचना की इमेजिंग जांच |
HbA1c | 2–3 महीनों के औसत रक्त शर्करा का परीक्षण |