स्टेट ऑनर का महत्व
कलैगनार एझुथुकोल अवॉर्ड 2024, असरदार लिटरेरी और जर्नलिज़्म में योगदान को पहचान देने के तमिलनाडु के लगातार कमिटमेंट को दिखाता है। यह अवॉर्ड कलैगनार एम. करुणानिधि के नाम पर है, जो अपनी शानदार राइटिंग और पब्लिक लीडरशिप के लिए जाने जाते हैं। इसका मकसद ऐसे राइटिंग को बढ़ावा देकर राज्य के कल्चरल नैरेटिव को मज़बूत करना है जो लोगों की समझ को आकार दे।
स्टैटिक GK फैक्ट: कलैगनार करुणानिधि पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे, जिससे वे भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले रीजनल नेताओं में से एक बन गए।
टी.ई.आर. सुकुमार को सम्मान
डेली थांथी के मैनेजिंग एडिटर टी.ई.आर. सुकुमार को तमिल जर्नलिज़्म में उनके लगातार असर के लिए यह अवॉर्ड मिला। राज्य में आज के मीडिया की सोच को बदलने में उनकी एडिटोरियल लीडरशिप ने अहम भूमिका निभाई है। यह सम्मान एथिकल रिपोर्टिंग और पब्लिक कम्युनिकेशन के प्रति उनके डेडिकेशन को दिखाता है।
स्टैटिक GK टिप: 1942 में शुरू हुआ डेली थांथी, भारत के सबसे बड़े तमिल भाषा के अखबारों में से एक है।
कल्चरल प्रमोशन में मुख्यमंत्री की भूमिका
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का खुद अवॉर्ड देना, लिटरेरी प्लेटफॉर्म को मजबूत करने पर सरकार के फोकस को दिखाता है। यह इशारा राज्य के इस विश्वास को दिखाता है कि पत्रकारिता और साहित्य डेमोक्रेटिक भागीदारी के लिए ज़रूरी हैं। ऐसे सम्मान क्रिएटिव कम्युनिटी को पब्लिक इंस्टीट्यूशन से भी जोड़ते हैं।
स्टैटिक GK फैक्ट: तमिलनाडु कला और साहित्य को लंबे समय से बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है, जिसमें राज्य के अवॉर्ड लिटरेचर, संगीत, ड्रामा और सामाजिक योगदान के लिए दिए जाते हैं।
लिटरेरी और मीडिया योगदान का महत्व
यह अवॉर्ड उन लोगों को सम्मानित करता है जिनका काम समाज में जागरूकता और कल्चरल बातचीत को बढ़ाता है। पत्रकारिता, खासकर क्षेत्रीय भाषाओं में, लोगों की राय और नागरिक जुड़ाव को प्रभावित करती रहती है। एडिटर और लेखकों को पहचान देकर, यह अवॉर्ड तमिलनाडु के लिटरेरी इकोसिस्टम को मजबूत करता है।
स्टैटिक GK टिप: भारत दुनिया के सबसे बड़े न्यूज़पेपर मार्केट में से एक है, जहाँ रीजनल भाषाओं के रीडरशिप लगातार बढ़ रहे हैं।
रीजनल भाषा की जर्नलिज़्म को आगे बढ़ाना
डेली थांथी जैसे रीजनल मीडिया हाउस ने दशकों से तमिलनाडु के सोशियो-पॉलिटिकल माहौल को बनाया है। इस तरह के अवॉर्ड, असलियत को डॉक्यूमेंट करने और भाषाई विरासत को बचाने में तमिल जर्नलिज़्म की अहमियत को पक्का करते हैं। राज्य का सपोर्ट क्रेडिबिलिटी बढ़ाता है और युवा लेखकों को मोटिवेट करता है।
स्टैटिक GK फैक्ट: तमिल दुनिया की सबसे पुरानी क्लासिकल भाषाओं में से एक है, जिसे 2004 में ऑफिशियली भारत की क्लासिकल भाषा के तौर पर मान्यता मिली थी।
कल्चरल लिगेसी को मज़बूत करना
खास कंट्रीब्यूटर्स को सम्मान देकर, तमिलनाडु एक लंबे समय तक चलने वाला कल्चरल आर्काइव बनाता है जहाँ लिटरेचर और जर्नलिज़्म पब्लिक लाइफ के पिलर के तौर पर साथ-साथ रहते हैं। कलैगनार एझुथुकोल अवॉर्ड 2024 जैसे अवॉर्ड राज्य की ऐतिहासिक लिटरेरी लिगेसी और इसके उभरते क्रिएटिव भविष्य की याद दिलाते हैं।
स्टैटिक GK टिप: तमिलनाडु सरकार हर साल कई कल्चरल अवॉर्ड देती है, जिसमें भारती अवॉर्ड और अव्वैयार अवॉर्ड शामिल हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| पुरस्कार प्रस्तुत | कलाईஞर எழுத்துகோல் पुरस्कार 2024 |
| प्रस्तुतकर्ता | तमिलनाडु के मुख्यमंत्री |
| पुरस्कार प्राप्तकर्ता | टी. ई. आर. सुुकुमार |
| पुरस्कार प्राप्तकर्ता का पद | मैनेजिंग एडिटर, डेली थांती |
| पुरस्कार का उद्देश्य | साहित्यिक और पत्रकारिता योगदानों को सम्मानित करना |
| समाचारपत्र स्थापना वर्ष | डेली थांती की स्थापना 1942 में हुई |
| पुरस्कार के नाम का आधार | कलाईஞर एम. करुणानिधि |
| महत्व | तमिल साहित्य और पत्रकारिता उत्कृष्टता को बढ़ावा देना |
| भाषा विशेषता | तमिल भारत की एक शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता प्राप्त |
| सांस्कृतिक फोकस | क्षेत्रीय साहित्य और मीडिया प्रभाव को सशक्त बनाना |





