परियोजना का अवलोकन
ग्रेट निकोबार द्वीप परियोजना भारत की सबसे महत्वाकांक्षी अवसंरचना पहलों में से एक है।
- उद्देश्य: देश के दक्षिणतम द्वीप को व्यापार, सुरक्षा और कनेक्टिविटी का केंद्र बनाना।
- लागत: लगभग ₹72,000 करोड़।
- अवधि: 30 वर्ष (चरणबद्ध विकास योजना)।
- मुख्य अवसंरचना:
- इंटरनेशनल कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल (ICTT) – 14.2 मिलियन TEUs की क्षमता।
- ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट – नागरिक व रक्षा दोनों उपयोग के लिए।
- 450 MVA गैस और सौर आधारित पावर प्लांट।
- 16,610 हेक्टेयर में आधुनिक टाउनशिप।
स्थिर सामान्य ज्ञान तथ्य
इंदिरा प्वाइंट, ग्रेट निकोबार पर स्थित, भारत का दक्षिणतम बिंदु है और यह इंडोनेशिया से मात्र 150 किमी दूर है।
सामरिक महत्व
- ग्रेट निकोबार का स्थान मलक्का जलडमरूमध्य के पास है, जहाँ से दुनिया के लगभग एक–तिहाई व्यापारिक जहाज गुजरते हैं।
- लाभ:
- चीन के नौसैनिक विस्तार का संतुलन।
- समुद्री मार्गों की सुरक्षा।
- अवैध शिकार और अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर नियंत्रण।
- वायु और समुद्री कनेक्टिविटी विकसित कर भारत को इंडो–पैसिफिक सुरक्षा ढाँचे का विश्वसनीय साझेदार बनाया जाएगा।
स्थिर सामान्य ज्ञान टिप
मलक्का जलडमरूमध्य भारतीय और प्रशांत महासागरों के बीच की सबसे छोटी समुद्री मार्ग है और दुनिया के सबसे व्यस्त शिपिंग लेनों में से एक है।
पारिस्थितिक और जनजातीय चिंताएँ
- 13,075 हेक्टेयर वन भूमि का दोहन होगा → लगभग 64 लाख पेड़ों का नुकसान।
- यह क्षेत्र लेदरबैक कछुए (लुप्तप्राय प्रजाति) का प्रजनन स्थल है।
- शॉम्पेन जनजाति (237 लोग) और निकोबारी (1,094 लोग) 751 वर्ग किमी जनजातीय रिजर्व में रहते हैं, जिसमें से 84 वर्ग किमी को विकास हेतु डिनोटिफाई किया जाएगा।
- यह क्षेत्र भूकंपीय रूप से संवेदनशील है। 2004 की सुनामी (9.2 तीव्रता भूकंप) ने द्वीप को तबाह कर दिया था।
विकास और पर्यावरण में संतुलन
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि परियोजना में पर्यावरणीय सुरक्षा उपाय शामिल हैं:
- भूकंपरोधी निर्माण (National Building Code के तहत)।
- नवीकरणीय सौर ऊर्जा को प्राथमिकता।
- संरक्षण क्षेत्र (Conservation Zones) की स्थापना।
- जनजातीय कल्याण की रक्षा।
यह दृष्टिकोण भारत के सिद्धांत को दर्शाता है – अर्थव्यवस्था और पर्यावरण का पूरक संतुलन, जो विकसित भारत 2047 के लक्ष्य से जुड़ा है।
स्थिर सामान्य ज्ञान तथ्य
निकोबार द्वीप समूह (अंडमान और निकोबार) को 1956 में केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
परियोजना | ग्रेट निकोबार द्वीप परियोजना |
स्थान | ग्रेट निकोबार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह |
परियोजना मूल्य | ₹72,000 करोड़ |
अवधि | 30 वर्ष (चरणबद्ध विकास) |
प्रमुख अवसंरचना | ICTT, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, पावर प्लांट, टाउनशिप |
सामरिक लाभ | मलक्का जलडमरूमध्य के निकट, इंडो-पैसिफिक हब |
प्रमुख चिंता | वन क्षति, जैव विविधता ह्रास, जनजातीय प्रभाव |
जनजातीय समुदाय | शॉम्पेन (237) और निकोबारी (1,094) |
भूकंपीय जोखिम | 2004 सुनामी (9.2 तीव्रता) से प्रभावित क्षेत्र |
प्रमुख व्यक्तित्व | पीएम नरेंद्र मोदी, 12 सितम्बर 2025 द्वारा रेखांकित |