भारत में गूगल का सबसे बड़ा एआई निवेश
एक ऐतिहासिक कदम के तहत, गूगल ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 15 बिलियन डॉलर का निवेश कर एक विश्वस्तरीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेटा सेंटर स्थापित करने की घोषणा की है।
यह परियोजना 2025 से 2030 के बीच पाँच वर्षों में विकसित की जाएगी और लगभग 1.88 लाख प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगी।
यह गूगल का अब तक का भारत में सबसे बड़ा निवेश होगा और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर इसकी प्रमुख एआई परियोजनाओं में से एक, जो भारत की भूमिका को वैश्विक एआई पारिस्थितिकी तंत्र के रणनीतिक केंद्र के रूप में सुदृढ़ करती है।
स्थैतिक जीके तथ्य: विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है और यह भारत के प्रमुख बंदरगाह नगरों में से एक है।
भारत की डिजिटल अवसंरचना को मजबूती
यह डेटा सेंटर 1 गीगावाट की प्रारंभिक क्षमता से शुरू होगा, जिसे आगामी चरणों में कई गीगावाट तक बढ़ाया जा सकेगा।
यह केंद्र भारत की एआई और क्लाउड कंप्यूटिंग क्षमताओं को मज़बूत करेगा और स्वास्थ्य, फिनटेक, और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में नवाचार (Innovation) को बढ़ावा देगा।
यह पहल भारत के डिजिटल इंडिया (Digital India) और एआई मिशन भारत (AI Mission Bharat) कार्यक्रमों के उद्देश्यों के अनुरूप है, जिनका लक्ष्य भारत को वैश्विक डिजिटल महाशक्ति बनाना है।
स्थैतिक जीके टिप: डिजिटल इंडिया अभियान 2015 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य ई-गवर्नेंस और डिजिटल समावेशन को देशभर में बढ़ावा देना है।
विशाखापत्तनम का रणनीतिक लाभ
विशाखापत्तनम की तटीय स्थिति, कुशल कार्यबल, और तेज़ी से बढ़ते आईटी पारिस्थितिकी तंत्र के कारण यह उच्च तकनीकी अवसंरचना के लिए आदर्श स्थान है।
शहर का बंदरगाह और समुद्र के नीचे केबल कनेक्टिविटी (Undersea Cable Connectivity) इसे वैश्विक डेटा ट्रांसमिशन और एआई अनुसंधान सहयोगों के लिए सक्षम बनाता है।
राज्य सरकार ने प्रारंभ में 10 बिलियन डॉलर के निवेश का अनुमान लगाया था, जिसे गूगल ने बढ़ाकर 15 बिलियन डॉलर कर दिया — यह आंध्र प्रदेश की आर्थिक संभावनाओं में गूगल के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: आंध्र प्रदेश का आईटी कॉरिडोर (विशाखापत्तनम और अमरावती) 2018 से राज्य की औद्योगिक नीति का प्रमुख केंद्र रहा है।
वैश्विक प्रतिस्पर्धा और उद्योग परिदृश्य
भारत तेजी से एशिया का डेटा सेंटर हब बनता जा रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न वेब सर्विसेज (AWS) जैसे वैश्विक दिग्गज और गौतम अडानी तथा मुकेश अंबानी जैसे घरेलू उद्योगपति इस क्षेत्र में बड़े निवेश कर रहे हैं।
यह मांग एआई-आधारित क्लाउड अवसंरचना के बढ़ते उपयोग से प्रेरित है।
गूगल का यह एआई कैंपस भारत की बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग और मशीन लर्निंग क्षमताओं को मज़बूत करेगा, जिससे भारत वैश्विक एआई विकास के केंद्र में स्थापित होगा।
वैश्विक एआई नेटवर्क का हिस्सा
यह नया केंद्र गूगल के वैश्विक एआई नेटवर्क, जो 12 देशों में फैला है, का हिस्सा बनेगा।
यह परस्पर जुड़ा हुआ ढाँचा डेटा सुरक्षा, विश्लेषण और नवाचार को वैश्विक स्तर पर मज़बूत करेगा।
विशाखापत्तनम हब न केवल भारत के लिए एआई और क्लाउड पावरहाउस के रूप में कार्य करेगा, बल्कि गूगल की वैश्विक डिजिटल रणनीति के प्रमुख केंद्रों में से एक होगा।
स्थैतिक जीके टिप: गूगल की स्थापना 1998 में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन द्वारा की गई थी, और यह वर्तमान में अल्फाबेट इंक. (Alphabet Inc.) की सहायक कंपनी है, जिसका मुख्यालय कैलिफोर्निया, अमेरिका में है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
कुल निवेश | 15 बिलियन डॉलर (2025–2030 के बीच) |
परियोजना स्थान | विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश |
परियोजना प्रकार | एआई डेटा सेंटर कैंपस |
प्रारंभिक क्षमता | 1 गीगावाट (विस्तारित योग्य) |
रोजगार सृजन | लगभग 1.88 लाख (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष) |
संबद्ध राष्ट्रीय पहलें | डिजिटल इंडिया, एआई मिशन भारत |
प्रतिस्पर्धी कंपनियाँ | माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न, अडानी, रिलायंस |
रणनीतिक लाभ | एआई, क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा अवसंरचना को प्रोत्साहन |
वैश्विक नेटवर्क उपस्थिति | 12 देश |
गूगल के संस्थापक | लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन (1998) |