अक्टूबर 14, 2025 3:52 पूर्वाह्न

जीआईएस मैपिंग से जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन में तेज़ी

चालू घटनाएँ: जल जीवन मिशन, पीएम गतिशक्ति, GIS मैपिंग, BISAG-N, डिजिटल अवसंरचना, ग्रामीण जल आपूर्ति, DDWS, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), परिसंपत्ति प्रबंधन, नेशनल मास्टर प्लान

GIS Mapping Accelerates Jal Jeevan Mission Implementation

पीएम गतिशक्ति से एकीकरण

केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन (JJM) को पीएम गतिशक्ति प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया है, जहाँ उन्नत भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इस एकीकरण से हर पेयजल परिसंपत्ति का डिजिटल मानचित्रण संभव होगा, जिससे निगरानी, पारदर्शिता और निर्णय-निर्माण में सुधार होगा। यह कदम एक एकीकृत राष्ट्रीय अवसंरचना पारिस्थितिकी-तंत्र बनाने के लक्ष्य का समर्थन करता है।
स्थिर GK तथ्य: पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान अक्टूबर 2021 में लॉन्च हुआ था, ताकि मंत्रालयों के बीच GIS-आधारित डेटा से अवसंरचना योजना का समन्वय हो सके।

BISAG-N के साथ साझेदारी

पेयजल और स्वच्छता विभाग (DDWS) ने भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग एवं भू-सूचना संस्थान (BISAG-N) के साथ समझौता किया है। यह साझेदारी मैपिंग, डेटा विश्लेषण और अवसंरचना दृश्यांकन में तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करेगी। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत कार्यरत BISAG-N पानी और स्वच्छता परियोजनाओं को राष्ट्रीय डिजिटल अवसंरचना से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है।

विशेषताएँ और तकनीकी बढ़त

हर ग्रामीण पाइप्ड जल आपूर्ति योजना (RPWSS) को एक अद्वितीय GIS ID दी जाएगी, जिससे पाइपलाइनों, टैंकों और घरेलू कनेक्शनों का सटीक मानचित्रण हो सके। डिजिटल फोटोग्रामेट्री, थीमैटिक मैपिंग और ग्राउंड कंट्रोल सर्वे जैसे औज़ार रीयल-टाइम आकलन में मदद करेंगे। इससे कवरेज अंतर जल्दी पहचानने और संसाधन आवंटन बेहतर करने में सुविधा होगी।
स्थिर GK टिप: फोटोग्रामेट्री तस्वीरों से माप लेने का विज्ञान है; इसका उपयोग रिमोट सेंसिंग और स्थलाकृतिक मानचित्रण में व्यापक रूप से होता है।

डेटा प्रबंधन और कन्वर्जेंस

BISAG-N डेटाबेस डिज़ाइन, मानचित्र निर्माण, डेटा माइग्रेशन और सिस्टम इंटीग्रेशन समेत एंड-टू-एंड तकनीकी प्रक्रियाएँ संभालेगा। यह एकीकरण जल आपूर्ति अवसंरचना को सड़क, रेल और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों से जोड़ता है, जो पीएम गतिशक्ति के कन्वर्जेंस विज़न के अनुरूप है। एकीकृत मैपिंग सेवा वितरण को अनुकूल बनाएगी और ग्रामीण विकास पहलों को सुव्यवस्थित करेगी।

JJM की प्रगति और उपलब्धियाँ

2019 में शुरू हुए जल जीवन मिशन का लक्ष्य हर ग्रामीण परिवार को प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है। अब तक 6.41 लाख योजनाएँ8.29 लाख करोड़ की लागत से स्वीकृत हुई हैं, जिनमें से ₹3.91 लाख करोड़ का उपयोग हो चुका है। मिशन 12.74 करोड़ गृहों तक पहुँच चुका है, जिससे ग्रामीण जल पहुंच में बड़ा बदलाव आया है।
स्थिर GK तथ्य: JJM का नोडल मंत्रालय जल शक्ति मंत्रालय है, जो 2019 में जल संसाधन और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालयों के विलय से बना।

वित्तपोषण और भविष्य का विस्तार

मूलतः 2024 में समाप्त होना था, पर मिशन को 2028 तक बढ़ा दिया गया है ताकि शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित हो सके। विस्तारित चरण के लिए जल शक्ति मंत्रालय ने ₹9.10 लाख करोड़ का प्रस्ताव रखा, जबकि EFC ने ₹1.51 लाख करोड़ की अनुशंसा की है। विस्तारित फंडिंग पर कैबिनेट मंजूरी अभी शेष है, जो मिशन की दीर्घकालीन स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण कदम होगा।

जल शासन में GIS का महत्व

GIS मैपिंग से परिसंपत्ति प्रबंधन, पारदर्शिता और दक्षता में वृद्धि होती है। कई लाख किमी पाइपलाइन को 200+ अवसंरचना डेटा लेयर्स के साथ मैप कर, सरकार परिसंपत्तियों की ट्रैकिंग, दोहराव में कमी और जवाबदेही सुनिश्चित कर सकती है। यह डिजिटल परिवर्तन ग्रामीण जल संसाधनों की दीर्घकालीन स्थिरता को मजबूत करता है और डिजिटल इंडिया के लक्ष्यों के अनुरूप है।

स्थिर “Usthadian” वर्तमान घटनाएँ सारणी

विषय (Topic) विवरण (Detail)
कार्यान्वयन मंत्रालय जल शक्ति मंत्रालय
तकनीकी भागीदार भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग एवं भू-सूचना संस्थान (BISAG-N)
प्लेटफ़ॉर्म पीएम गतिशक्ति का GIS-आधारित नेशनल मास्टर प्लान
मिशन प्रारंभ वर्ष 2019
मूल उद्देश्य हर ग्रामीण परिवार तक नल से जल
योजना कवरेज 6.41 लाख जल आपूर्ति योजनाएँ
कुल अनुमानित लागत ₹8.29 लाख करोड़
मिशन विस्तार अवधि 2024 से 2028
विस्तार हेतु प्रस्तावित बजट ₹9.10 लाख करोड़ (EFC सिफारिश: ₹1.51 लाख करोड़)
प्रमुख परिणाम GIS औज़ारों से पेयजल अवसंरचना का मैपिंग व मॉनिटरिंग
GIS Mapping Accelerates Jal Jeevan Mission Implementation
  1. जल जीवन मिशन (जेजेएम) को पीएम गति शक्ति जीआईएस प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत किया गया।
  2. ग्रामीण जल परिसंपत्तियों का डिजिटल मानचित्रण संभव बनाता है।
  3. बीआईएसएजी-एन तकनीकी विशेषज्ञता और जीआईएस सहायता प्रदान करता है।
  4. निगरानी, ​​पारदर्शिता और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है।
  5. प्रत्येक जल योजना को एक विशिष्ट जीआईएस आईडी प्राप्त होती है।
  6. उपकरणों में फोटोग्रामेट्री और विषयगत मानचित्रण शामिल हैं।
  7. वास्तविक समय पाइपलाइन और टैंक ट्रैकिंग का समर्थन करता है।
  8. सड़क, रेलवे और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों के साथ संपर्क।
  9. जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 2019 में मिशन शुरू किया गया।
  10. लक्ष्य: प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर सुरक्षित जल।
  11. ₹8.29 लाख करोड़ की लागत वाली41 लाख योजनाएँ स्वीकृत।
  12. 74 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास अब नल कनेक्शन हैं।
  13. पूर्ण कवरेज के लिए मिशन को 2028 तक बढ़ाया गया।
  14. प्रस्तावित लागत ₹9.10 लाख करोड़, अनुमोदन लंबित।
  15. BISAG-N संपूर्ण डेटा माइग्रेशन का प्रबंधन करता है।
  16. परिसंपत्ति प्रबंधन और जवाबदेही को बढ़ाता है।
  17. डिजिटल इंडिया और ग्रामीण शासन लक्ष्यों का समर्थन करता है।
  18. अक्टूबर 2021 में पीएम गति शक्ति का शुभारंभ किया गया।
  19. जीआईएस मानचित्रण दीर्घकालिक जल स्थिरता को मजबूत करता है।
  20. कुशल, डेटा-संचालित ग्रामीण जल आपूर्ति योजना सुनिश्चित करता है।

Q1. जल जीवन मिशन को एकीकृत करने के लिए कौन-सा प्रौद्योगिकी प्लेटफ़ॉर्म उपयोग किया जाता है?


Q2. जीआईएस मैपिंग के लिए तकनीकी सहायता कौन-सा संस्थान प्रदान करता है?


Q3. जल जीवन मिशन कब शुरू किया गया था?


Q4. जल जीवन मिशन को कौन-सा मंत्रालय लागू करता है?


Q5. मिशन को किस वर्ष तक के लिए बढ़ाया गया है?


Your Score: 0

Current Affairs PDF October 13

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.