एचएएल को मिला दूसरा GE इंजन
जुलाई 2025 में भारत ने दूसरा GE-F404 इंजन अमेरिका से प्राप्त किया है, जिससे एलसीए तेजस Mk-1A कार्यक्रम को गति मिलेगी। यह इंजन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को सौंपा गया है, जो तेजस विमानों का निर्माण कर रही है। इस डिलीवरी से स्वदेशी वायु शक्ति को और मजबूती मिलेगी।
ऑर्डर और खरीद स्थिति
अगस्त 2021 में HAL ने ₹5,375 करोड़ की लागत से 99 GE-F404 इंजन का ऑर्डर GE Aerospace को दिया था। भारतीय वायु सेना (IAF) ने पहले 83 तेजस Mk-1A विमानों की स्वीकृति दी थी और हाल ही में 97 और विमानों को मंजूरी दी है। इस प्रकार कुल 180 तेजस Mk-1A विमानों की खरीद अब ₹67,000 करोड़ की लागत से की जा रही है।
Static GK fact: GE-F404 इंजन एक भरोसेमंद टर्बोफैन इंजन है, जो अमेरिकी नौसेना के F/A-18 हॉर्नेट जैसे विमानों को शक्ति देता है।
उत्पादन और संयोजन प्रक्रिया
हर विमान में इंजन लगाने की प्रक्रिया में लगभग एक माह का समय लगता है। यह प्रक्रिया फ्यूज़लाज असेंबली, पाइपिंग, लैंडिंग गियर और इंजन फिटिंग के साथ होती है। उसके बाद ग्राउंड ट्रायल और हाई-स्पीड टेस्ट किए जाते हैं। HAL का वार्षिक उत्पादन लक्ष्य 16 विमानों का है, जो समय पर इंजन आपूर्ति पर निर्भर है।
Static GK Tip: HAL की स्थापना 1940 में हुई थी और यह एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस कंपनियों में से एक है, जिसका मुख्यालय बेंगलुरु, कर्नाटक में है।
युद्ध क्षमताओं में आधुनिक उन्नयन
तेजस Mk-1A में AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट, और BVR मिसाइल सिस्टम की विशेषताएँ शामिल हैं। यह विमान भारत की स्वदेशी अस्त्र मिसाइल और डर्बी मिसाइलों के साथ एकीकृत किया गया है। इससे यह दुश्मन के विमानों को 110 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम होगा।
Static GK Tip: अस्त्र मिसाइल को DRDO ने विकसित किया है और यह 110 किमी तक की मारक क्षमता रखती है।
रणनीतिक महत्व और द्विपक्षीय संबंध
MiG-21 जैसे पुराने विमानों की सेवानिवृत्ति के कारण, तेजस Mk-1A भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन क्षमता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में आई रुकावट के कारण इस परियोजना में 1 वर्ष की देरी हुई। इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से बातचीत की है, ताकि इंजन आपूर्ति तेज की जा सके और भारत–अमेरिका रक्षा सहयोग को और मजबूत किया जा सके।
Static GK fact: भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी और यह वर्तमान में 1,500 से अधिक विमान संचालित करती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
इंजन का नाम | GE-F404 टर्बोफैन |
प्राप्तकर्ता | हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) |
इंजन ऑर्डर संख्या | 99 |
अनुबंध मूल्य | ₹5,375 करोड़ |
तेजस Mk-1A विमानों की संख्या | 83 प्रारंभिक + 97 अतिरिक्त = 180 कुल |
कुल विमान अनुबंध | ₹67,000 करोड़ |
वार्षिक उत्पादन लक्ष्य | 16 विमान |
प्रमुख अपग्रेड | AESA रडार, EW सूट, अस्त्र मिसाइल |
रणनीतिक साझेदार | अमेरिका (GE Aerospace) |
रक्षा मंत्री | राजनाथ सिंह |