बढ़ती हुई बाइलेटरल पार्टनरशिप
4-5 दिसंबर 2025 को हुई 23वीं भारत-रूस सालाना समिट उनकी स्पेशल और प्रिविलेज्ड स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम थी। दोनों पक्ष पारंपरिक डिफेंस-हैवी कोऑपरेशन से मल्टी-सेक्टोरल एंगेजमेंट की ओर बढ़े।
स्टैटिक GK फैक्ट: रूस दशकों से भारत का सबसे बड़ा डिफेंस सप्लायर रहा है, और 2000 के स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप डिक्लेरेशन के ज़रिए इन रिश्तों को फॉर्मल बनाया गया।
लेबर मोबिलिटी को मजबूत करना
भारत और रूस ने एक टेम्पररी लेबर एक्टिविटी एग्रीमेंट पर साइन किए, जिससे एक-दूसरे के इलाकों में कानूनी नौकरी के मौके मिलेंगे। इर्रेगुलर माइग्रेशन से निपटने के लिए एक पैरेलल एग्रीमेंट का मकसद डेटा सिस्टम और वर्कर प्रोटेक्शन को बेहतर बनाना है। ये एग्रीमेंट एक स्किल्ड लेबर पार्टनर के तौर पर भारत की भूमिका को बढ़ाते हैं और मोबिलिटी के लिए रेगुलेटेड रास्ते बनाते हैं। हेल्थकेयर और फ़ूड सेफ़्टी फ़्रेमवर्क
हेल्थ मिनिस्ट्री के बीच एक नया MoU मेडिकल एजुकेशन, पब्लिक हेल्थ और जॉइंट रिसर्च पर फ़ोकस करता है। FSSAI और रूस के कंज़्यूमर वॉचडॉग के बीच एक और MoU फ़ूड क्वालिटी स्टैंडर्ड और कोऑपरेशन को बढ़ाता है। ये उपाय सर्विलांस कैपेसिटी को बेहतर बनाते हैं और फ़ार्मास्यूटिकल कोलैबोरेशन को मज़बूत करते हैं।
स्टेटिक GK टिप: FSSAI को फ़ूड सेफ़्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट, 2006 के तहत बनाया गया था।
मैरीटाइम और आर्कटिक कोलैबोरेशन
एक डेडिकेटेड MoU पोलर पानी में नेविगेशन के लिए इंडियन स्पेशलिस्ट की ट्रेनिंग को बढ़ावा देता है, जो आर्कटिक रूट के बढ़ने के साथ स्ट्रेटेजिक रूप से एक ज़रूरी कैपेबिलिटी है। दोनों देशों ने भविष्य के शिपिंग कॉरिडोर को सपोर्ट करते हुए, मैरीटाइम इंफ़्रास्ट्रक्चर कोऑपरेशन को भी आगे बढ़ाया। यह पार्टनरशिप इंडिया को क्लाइमेट-ड्रिवन आर्कटिक एक्सेसिबिलिटी से बने उभरते ग्लोबल ट्रेड रूट के साथ जोड़ती है।
ट्रेड लॉजिस्टिक्स और फ़र्टिलाइज़र सिक्योरिटी
फ़र्टिलाइज़र और कस्टम मॉडर्नाइज़ेशन में एग्रीमेंट समिट के मुख्य नतीजे हैं। यूरालकेम के साथ एक सप्लाई एश्योरेंस अरेंजमेंट इंडियन एग्रीकल्चर के लिए फ़र्टिलाइज़र की अवेलेबिलिटी को स्टेबल करने में मदद करता है। एक कस्टम इन्फ़ॉर्मेशन-शेयरिंग पैक्ट प्री-अराइवल डेटा प्रोसेसिंग को बेहतर बनाता है, जिससे देरी कम होती है। इंडिया पोस्ट और रशियन पोस्ट के बीच पोस्टल कोऑपरेशन ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स को बढ़ाता है।
स्टैटिक GK फैक्ट: भारत दुनिया में फर्टिलाइजर का सबसे बड़ा कंज्यूमर है, जिसमें यूरिया का इस्तेमाल एक बड़ा हिस्सा है।
एकेडमिक और मीडिया एंगेजमेंट
मुख्य एकेडमिक कोलेबोरेशन में DIAT पुणे, टॉम्स्क स्टेट यूनिवर्सिटी और मुंबई और मॉस्को की यूनिवर्सिटी शामिल हैं। ये डिफेंस और साइंस सेक्टर में रिसर्च, इनोवेशन और स्टूडेंट एक्सचेंज को बढ़ावा देते हैं। प्रसार भारती, टीवी ब्रिक्स और दूसरे रशियन ग्रुप्स के साथ मीडिया MoU कल्चरल ब्रॉडकास्टिंग को मजबूत करते हैं, जिससे लोगों के बीच संबंध बढ़ते हैं।
स्ट्रेटेजिक अनाउंसमेंट और टूरिज्म को बढ़ावा
एक बड़ा अनाउंसमेंट इंडिया-रशिया इकोनॉमिक कोऑपरेशन रोडमैप 2030 था, जिसमें आने वाले सालों के लिए सेक्टर की प्रायोरिटी बताई गई थीं। इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस (IBCA) में रूस की एंट्री भारत की ग्लोबल कंजर्वेशन इनिशिएटिव को सपोर्ट करती है। रशियन नागरिकों के लिए फ्री 30-दिन का ई-टूरिस्ट वीज़ा शुरू होने से टूरिज्म और कल्चरल लिंक में तेजी आने की उम्मीद है।
स्टैटिक GK टिप: IBCA इनिशिएटिव को भारत लीड कर रहा है ताकि दुनिया भर में बड़ी बिल्लियों की प्रजातियों को बचाया जा सके। बड़े डिप्लोमैटिक नतीजे
समिट में यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU) के साथ प्रस्तावित FTA पर तेज़ी से काम करने पर ज़ोर दिया गया। बातचीत में डिफेंस सप्लाई, न्यूक्लियर एनर्जी और स्पेस में सहयोग पर बात हुई। नतीजे इकोनॉमिक, टेक्नोलॉजिकल, कल्चरल और एनवायरनमेंटल सहयोग पर बनी अलग-अलग तरह की पार्टनरशिप को दिखाते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| शिखर सम्मेलन की तिथियाँ | 4–5 दिसंबर 2025, नई दिल्ली |
| प्रमुख समझौते | श्रम गतिशीलता, स्वास्थ्य सेवा, समुद्री सहयोग, मीडिया, उर्वरक आपूर्ति |
| रणनीतिक रोडमैप | आर्थिक सहयोग रोडमैप 2030 |
| आर्कटिक फोकस | ध्रुवीय जल क्षेत्रों में नेविगेशन प्रशिक्षण |
| खाद्य सुरक्षा | FSSAI और रूसी स्वास्थ्य नियामक के बीच MoU |
| पर्यटन अपडेट | रूसियों के लिए 30-दिन का निःशुल्क ई-टूरिस्ट वीज़ा |
| वन्यजीव संरक्षण | रूस अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस में शामिल हुआ |
| कस्टम्स सहयोग | प्री-अराइवल सूचना आदान-प्रदान समझौता |
| शैक्षणिक MoUs | DIAT–टॉम्स्क यूनिवर्सिटी, मुंबई–मॉस्को सहयोग |
| डाक सहयोग | इंडिया पोस्ट–रशियन पोस्ट लॉजिस्टिक्स साझेदारी |





