अक्टूबर 15, 2025 12:01 अपराह्न

ई-नाम ने डिजिटल कृषि व्यापार नेटवर्क का विस्तार किया

वर्तमान घटनाएँ: e-NAM, राष्ट्रीय कृषि बाजार, डिजिटल ट्रेड, कृषि जिंस, किसानों का कल्याण, गुणवत्ता-आधारित मूल्य निर्धारण, कृषि विभाग, मंडियाँ, SFAC, ऑलिव ऑयल

e-NAM Expands Digital Agriculture Trade Network

e-NAM का अवलोकन

e-NAM (National Agriculture Market) भारत का प्रमुख डिजिटल कृषि व्यापार प्लेटफ़ॉर्म है, जिसकी शुरुआत 2016 में हुई। यह प्लेटफ़ॉर्म विभिन्न राज्यों की अनेक मंडियों (APMC) को जोड़कर किसानों, व्यापारियों और खरीदारों के बीच पारदर्शी और कुशल लेन-देन सक्षम करता है।
मुख्य उद्देश्य हैं: बिचौलियों पर निर्भरता कम करना, गुणवत्ता-आधारित मूल्य निर्धारण को बढ़ावा देना, और किसानों के लिए बाज़ार पहुँच का विस्तार करना ताकि एकीकृत राष्ट्रीय कृषि बाज़ार बन सके।
स्थिर GK तथ्य: भारत में APMC अधिनियम के तहत 7,500+ विनियमित मंडियाँ हैं।

हालिया विस्तार

8 अक्टूबर 2025 को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने e-NAM पर 9 नई जिंसें जोड़ने की घोषणा की। इसके साथ प्लेटफ़ॉर्म पर कुल कारोबार योग्य जिंसों की संख्या 247 हो गई। यह कदम डिजिटल एग्री-ट्रेड को मज़बूत बनाता है और न्यायसंगत मूल्य सुनिश्चित करने में मदद करता है।

नई जोड़ी गई जिंसें

  • ग्रीन टी
    टी (चाय)
    अश्वगंधा सूखी जड़ें
    सरसों का तेल
    लैवेंडर ऑयल
    मेंथा ऑयल
    वर्जिन ऑलिव ऑयल
    लैवेंडर सूखे फूल
    टूटा चावल (ब्रोकन राइस)
    स्थिर GK टिप: भारत चाय उत्पादन में विश्व में दूसरे स्थान पर है और सरसों तेल का सबसे बड़ा उत्पादक है।

DMI की भूमिका और गुणवत्ता मानक

कृषि मंत्रालय के अधीन डायरेक्टरेट ऑफ मार्केटिंग एंड इंस्पेक्शन (DMI) ने इन जिंसों के लिए मानकीकृत गुणवत्ता ग्रेड निर्धारित किए, ताकि कीमत वास्तविक गुणवत्ता को दर्शा सके। प्रक्रिया में शामिल रहे:
राज्य एजेंसियों, व्यापारियों और विषय विशेषज्ञों से परामर्श
Small Farmers’ Agribusiness Consortium (SFAC) की निगरानी
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की स्वीकृति
इन कदमों से पारदर्शिता, न्यायपूर्ण मूल्य और बिचौलियों द्वारा शोषण में कमी सुनिश्चित होती है।
स्थिर GK तथ्य: SFAC की स्थापना 1994 में किसानों के एग्री-बिजनेस प्रोजेक्ट्स और कलेक्टिव्स को बढ़ावा देने हेतु हुई।

किसानों के लिए महत्व

विस्तार से किसानों को लाभ:
देशव्यापी बाज़ार पहुँच में वृद्धि
क्वालिटी-लिंक्ड प्राइसिंग को प्रोत्साहन
स्थानीय बिचौलियों पर निर्भरता में कमी
डिजिटल कृषि अर्थव्यवस्था में भागीदारी बढ़ेगी
स्थिर GK टिप: 2025 तक e-NAM 21 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों की 1,000+ मंडियों को कवर करता है।

स्थिर “Usthadian” वर्तमान घटनाएँ सारणी

विषय (Topic) विवरण (Detail)
प्लेटफ़ॉर्म e-NAM (राष्ट्रीय कृषि बाज़ार)
नियामक/प्रवर्तक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, भारत सरकार
प्रारंभ वर्ष 2016
विस्तार की तिथि 8 अक्टूबर 2025
कुल जिंसें 247
नई जिंसें ग्रीन टी, टी, अश्वगंधा सूखी जड़ें, सरसों का तेल, लैवेंडर ऑयल, मेंथा ऑयल, वर्जिन ऑलिव ऑयल, लैवेंडर सूखे फूल, टूटा चावल
गुणवत्ता पर्यवेक्षण डायरेक्टरेट ऑफ मार्केटिंग एंड इंस्पेक्शन (DMI)
सहयोगी एजेंसी SFAC
केंद्रीय मंत्री की स्वीकृति श्री शिवराज सिंह चौहान
e-NAM Expands Digital Agriculture Trade Network
  1. भारत का डिजिटल कृषि बाज़ार, ई-नाम, 2016 में लॉन्च किया गया था।
  2. यह पारदर्शी कृषि व्यापार के लिए राज्यों की मंडियों को जोड़ता है।
  3. 8 अक्टूबर, 2025 को, ई-नाम में 9 नई वस्तुएँ जोड़ी गईं।
  4. कुल व्यापार योग्य वस्तुओं की संख्या अब 247 हो गई है।
  5. नए उत्पादों में ग्रीन टी, सरसों का तेल और जैतून का तेल शामिल हैं।
  6. यह प्लेटफ़ॉर्म किसानों को उचित मूल्य और पारदर्शिता प्राप्त करने में मदद करता है।
  7. डीएमआई ने नई वस्तुओं के लिए मानकीकृत गुणवत्ता ग्रेड निर्धारित किए हैं।
  8. कृषि मंत्रालय के अंतर्गत एसएफएसी द्वारा निगरानी प्रदान की गई।
  9. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विस्तार को मंजूरी दी।
  10. ई-नाम कृषि विपणन में बिचौलियों की निर्भरता को कम करता है।
  11. भारत में एपीएमसी अधिनियम के तहत 7,500 से अधिक विनियमित मंडियाँ हैं।
  12. किसानों को एक राष्ट्रीय एकीकृत कृषि बाज़ार तक पहुँच प्राप्त हुई है।
  13. गुणवत्ता-आधारित मूल्य निर्धारण उत्पादकों के लिए बेहतर आय सुनिश्चित करता है।
  14. 1994 में स्थापित एसएफएसी, किसान समूहों को बढ़ावा देता है।
  15. विस्तार डिजिटल व्यापार और किसान सशक्तिकरण का समर्थन करता है।
  16. ई-नाम अब 21 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों की 1,000 से अधिक मंडियों को कवर करता है।
  17. यह पहल भारत के डिजिटल कृषि विजन के अनुरूप है।
  18. यह कृषि-बाजारों में दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाता है।
  19. ई-नाम कृषि-डिजिटल परिवर्तन का एक प्रमुख स्तंभ है।
  20. यह विस्तार किसान कल्याण और बाजार समावेशन को बढ़ावा देता है।

Q1. e-NAM का पूरा नाम क्या है?


Q2. 2025 के विस्तार के बाद e-NAM पर कुल कितनी वस्तुएँ व्यापार योग्य (tradable) हो गई हैं?


Q3. e-NAM पर वस्तुओं के गुणवत्ता मानकों की देखरेख कौन-सा संगठन करता है?


Q4. 2025 में e-NAM के विस्तार को किसने मंजूरी दी?


Q5. e-NAM के लिए किसानों को डिजिटल ढांचा समर्थन कौन-सा संगठन प्रदान करता है?


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