तमिलनाडु में तेज गिरावट
जून 2025 के अंत तक तमिलनाडु का माइक्रोफाइनेंस ग्रॉस लोन पोर्टफोलियो (GLP) घटकर ₹43,700 करोड़ रह गया। जून 2024 में यह आंकड़ा ₹57,100 करोड़ था। इस प्रकार एक वर्ष में 23.5% की गिरावट दर्ज की गई।
तिमाही आधार पर भी मार्च 2025 के ₹46,800 करोड़ से यह 6.7% नीचे चला गया। यह सूचक है कि राज्य में सूक्ष्मवित्त संस्थानों की चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं।
स्टैटिक जीके तथ्य: भारत में 60 लाख से अधिक सेल्फ हेल्प ग्रुप्स (SHGs) सक्रिय हैं, जिनमें से अधिकांश माइक्रोफाइनेंस नेटवर्क से जुड़े हैं।
विधायी असर
जून 2025 में तमिलनाडु मनी लेंडिंग एंटिटीज (प्रिवेंशन ऑफ कोर्सिव एक्शन्स) एक्ट, 2025 लागू हुआ। यह कानून ऋण वसूली में जबरदस्ती के प्रयोग को प्रतिबंधित करता है और इसके प्रावधान NBFCs, सहकारी बैंकों और क्रेडिट सोसाइटियों पर भी लागू होते हैं।
इस कानून से जहां उपभोक्ता संरक्षण मजबूत हुआ है, वहीं ऋणदाताओं का जोखिम उठाने का साहस कम हुआ, जिससे कर्ज वितरण की गति भी घटी।
स्टैटिक जीके टिप: सहकारी बैंक RBI और रजिस्ट्रार ऑफ को–ऑपरेटिव सोसाइटीज दोनों के अधीन कार्य करते हैं।
वित्तीय संस्थानों की स्थिति
तमिलनाडु में प्रमुख ऋणदाताओं में से मुथूट माइक्रोफिन का पोर्टफोलियो लगभग ₹3,200 करोड़ है। लेकिन इस संस्थान को भी मांग घटने और अनुपालन सख्ती से दबाव झेलना पड़ रहा है।
छोटी माइक्रोफाइनेंस कंपनियां, जिनके पास सीमित पूंजी है, इस मंदी से और अधिक प्रभावित हो रही हैं।
अन्य राज्यों में हालात
तमिलनाडु की गिरावट राष्ट्रीय पैटर्न का हिस्सा है। पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी बड़े राज्यों में जून 2025 तक दो अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
ओडिशा में 24.7% की गिरावट सबसे ज्यादा रही, इसके बाद तमिलनाडु (23.5%) और कर्नाटक (22.9%) का स्थान रहा। यह स्पष्ट करता है कि पूरे क्षेत्र में यह क्षेत्र संकट का सामना कर रहा है।
स्टैटिक जीके तथ्य: माइक्रोफाइनेंस संस्थान (विकास और विनियमन) विधेयक, 2012 संसद में पेश हुआ था, लेकिन अब तक पारित नहीं हुआ है।
आगे की राह
जीएलपी में इतनी तेज गिरावट यह दर्शाती है कि उपभोक्ता सुरक्षा और ऋण वृद्धि के बीच संतुलन साधना मुश्किल है। सख्त नियमों ने शोषण को घटाया है, परंतु इससे ऋण विस्तार भी धीमा हुआ है।
भविष्य की वृद्धि इस बात पर निर्भर करेगी कि कितनी तेजी से जिम्मेदार ऋण प्रणाली, ग्रामीण उपभोक्ताओं में वित्तीय जागरूकता, और डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म अपनाए जाते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| तमिलनाडु GLP (जून 2025) | ₹43,700 करोड़ |
| वार्षिक गिरावट | 23.5% |
| GLP (जून 2024) | ₹57,100 करोड़ |
| तिमाही गिरावट | 6.7% (मार्च 2025 से) |
| प्रमुख कानून | TN मनी लेंडिंग एंटिटीज एक्ट 2025 |
| कवरेज | NBFCs, सहकारी बैंक, सोसाइटियां |
| मुथूट माइक्रोफिन पोर्टफोलियो | ₹3,200 करोड़ (TN) |
| ओडिशा GLP गिरावट | 24.7% |
| तमिलनाडु GLP गिरावट | 23.5% |
| कर्नाटक GLP गिरावट | 22.9% |





