दिसम्बर 7, 2025 12:41 पूर्वाह्न

साइक्लोन दितवाह का इलाके पर असर

करंट अफेयर्स: साइक्लोन दितवाह, ऑपरेशन सागर बंधु, श्रीलंका, भारी बारिश, ट्रॉपिकल साइक्लोन, तेज़ हवाएँ, लो प्रेशर सिस्टम, इंडियन कोस्टलाइन, डिज़ास्टर रिस्पॉन्स, यमन नामकरण

Cyclone Ditwah Impact on the Region

ओवरव्यू

साइक्लोन दितवाह एक बड़ा ट्रॉपिकल डिस्टर्बेंस बनकर उभरा, जिसने श्रीलंका और दक्षिणी भारत के कुछ हिस्सों पर असर डाला। गर्म समुद्री पानी के ऊपर इसका बनना और तेज़ी से बढ़ना हिंद महासागर में साइक्लोनिक एक्टिविटी के बढ़ते ट्रेंड को दिखाता है। तेज़ बारिश और तेज़ हवाओं के छोटे-छोटे झोंकों ने कई ज़िलों में ट्रांसपोर्ट, खेती और ज़रूरी सेवाओं में रुकावट डाली।

साइक्लोन के असर के बाद श्रीलंका को सपोर्ट करने के लिए भारत ने मानवीय सहायता मिशन के तौर पर ऑपरेशन सागर बंधु शुरू किया। यह ऑपरेशन इंडियन नेवी और उससे जुड़ी एजेंसियों से इमरजेंसी सप्लाई, टेक्निकल सपोर्ट और डिज़ास्टर रिलीफ उपायों पर फोकस था।

साइक्लोन दितवाह का नेचर

साइक्लोन दितवाह एक ट्रॉपिकल साइक्लोन है, यह शब्द वर्ल्ड मेटियोरोलॉजिकल ऑर्गनाइज़ेशन ने तब इस्तेमाल किया है जब हवा की स्पीड 63 kph की तेज़ रफ़्तार की लिमिट को पार कर जाती है। इसके स्ट्रक्चर में एक अच्छी तरह से बना हुआ लो-प्रेशर सिस्टम और ऑर्गनाइज़्ड कन्वेक्शन शामिल था, जिससे हवा का सर्कुलेशन तेज़ हो गया।

WMO/ESCAP पैनल के रीजनल साइक्लोन नेमिंग कन्वेंशन को फॉलो करते हुए, यमन ने दितवाह नाम दिया।

स्टैटिक GK फैक्ट: इंडियन ओशन रीजन 13 मेंबर देशों द्वारा दी गई एक स्टैंडर्डाइज़्ड साइक्लोन नेमिंग लिस्ट बनाए रखता है।

मेटियोरोलॉजिकल बिहेवियर

ट्रॉपिकल साइक्लोन अंदर की ओर हवा के सर्कुलेशन के लिए जाने जाते हैं। नॉर्दर्न हेमिस्फ़ेयर में, यह मूवमेंट एंटीक्लॉकवाइज़ होता है, जबकि सदर्न हेमिस्फ़ेयर में यह क्लॉकवाइज़ हो जाता है। दितवाह ने श्रीलंका के पूर्वी तट के पास से गुज़रते हुए इस खास साइक्लोनिक पैटर्न को फॉलो किया।

समुद्र की सतह के गर्म टेम्परेचर और नमी वाली हवाओं ने तूफ़ान के बढ़ने में मदद की। साइक्लोन के कोर के चारों ओर बने गहरे कन्वेक्टिव बादलों की वजह से कम समय के लिए तेज़ बारिश हुई।

स्टैटिक GK फैक्ट: बंगाल की खाड़ी नॉर्थ इंडियन ओशन में आने वाले सभी गंभीर साइक्लोन का लगभग 80% बनाती है। श्रीलंका और दक्षिणी भारत पर असर

श्रीलंका में भारी बारिश की वजह से बाढ़ आई, घरों को नुकसान हुआ और बिजली सप्लाई में रुकावट आई। तटीय इलाकों में समुद्र की हालत खराब थी, जिससे मछली पकड़ने का काम रोकना पड़ा। लगातार बारिश की वजह से निचले इलाकों में पानी भर गया।

तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में भी हल्की से भारी बारिश हुई। लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने मछुआरों और तटीय इलाकों में रहने वालों के लिए एडवाइजरी जारी की।

स्टैटिक GK फैक्ट: तमिलनाडु भारत का वह राज्य है जो बंगाल की खाड़ी से आने वाले साइक्लोन से सबसे ज़्यादा प्रभावित होता है।

भारत का ऑपरेशन सागर बंधु

भारत ने साइक्लोन दितवाह के बाद श्रीलंका की मदद के लिए एक तेज़ रिस्पॉन्स मिशन के तौर पर ऑपरेशन सागर बंधु शुरू किया। इसमें राहत का सामान ले जाने वाले नेवी के जहाज़, मेडिकल टीम और टेक्निकल लोग शामिल थे। इस मिशन ने इलाके के सहयोग को मज़बूत किया और आस-पड़ोस के लोगों की मदद के लिए भारत के कमिटमेंट को दिखाया।

ऑपरेशनल टीमों ने ज़रूरी सप्लाई, टेम्पररी रहने का सामान और श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ ज़मीनी तालमेल दिया।

स्टैटिक GK टिप: भारत ने पहले भी इसी तरह के मिशन किए हैं, जिनमें समुद्री मदद के लिए ऑपरेशन सागर आरक्षा और सागर कवच शामिल हैं। इलाके की तैयारी और आगे का रास्ता

साइक्लोन दितवाह ने बेहतर अर्ली वॉर्निंग सिस्टम और बेहतर कोस्टल मैनेजमेंट की ज़रूरत को फिर से पक्का किया है। मौसम एजेंसियों के बीच मिलकर काम करने से समय पर अलर्ट जारी करने में मदद मिलती है, जिससे जान-माल का नुकसान कम होता है।

इंडियन ओशन इलाके में भविष्य में साइक्लोन के खतरों को कम करने के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, कम्युनिटी लेवल की तैयारी और क्लाइमेट-रेसिलिएंट प्लानिंग ज़रूरी रहेगी।

Static Usthadian Current Affairs Table

Topic Detail
चक्रवात का नाम दित्वाह
नामकरण करने वाला देश यमन
प्रभावित देश श्रीलंका और भारत
प्रणाली का प्रकार उष्णकटिबंधीय चक्रवात
गैल फोर्स सीमा 63 किमी प्रति घंटा
गोलार्ध परिसंचरण उत्तरी गोलार्ध में एंटीक्लॉकवाइस
राहत अभियान ऑपरेशन सागर बंधु
प्रभावित भारतीय राज्य तमिलनाडु, केरल
जिम्मेदार वैश्विक संस्था विश्व मौसम विज्ञान संगठन
प्रमुख महासागरीय बेसिन उत्तरी हिंद महासागर
Cyclone Ditwah Impact on the Region
  1. तूफ़ान दितवाह ने श्रीलंका और दक्षिण भारत को प्रभावित किया।
  2. भारत ने राहत के लिए सागर बंधु अभियान शुरू किया।
  3. दितवाह अत्यधिक गर्म समुद्री जल के ऊपर बना।
  4. तूफ़ान की हवाएँ तिरसठ किलोमीटर प्रति घंटा की गेलसीमा से अधिक थीं।
  5. दितवाह नाम यमन द्वारा दिया गया था।
  6. मौसम तंत्र में मज़बूत निम्नदाब क्षेत्र विकसित हुआ।
  7. उत्तरी गोलार्ध में चक्रवात उल्टी दिशा में घूमते हैं।
  8. बंगाल की खाड़ी उत्तरी हिन्द महासागर के लगभग अस्सी प्रतिशत प्रचण्ड चक्रवात उत्पन्न करती है।
  9. श्रीलंका को भीषण बाढ़ और ढाँचों के नुकसान का सामना करना पड़ा।
  10. तमिलनाडु और केरल में भारी वर्षा हुई।
  11. उग्र समुद्र के कारण मछली पकड़ने की गतिविधियाँ रोक दी गईं।
  12. भारत ने राहत-सामग्री के साथ समुद्री सेना की टीमें भेजीं।
  13. अभियान में चिकित्सा और तकनीकी सहायता शामिल थी।
  14. तूफ़ान ने बेहतर अग्रचेतावनी प्रणाली की आवश्यकता को रेखांकित किया।
  15. भारत ने क्षेत्रीय मानवीय सहयोग पर ज़ोर दिया।
  16. तटीय जिलों ने मछुआरों के लिए चेतावनी परामर्श जारी किए।
  17. नमी से भरी हवाओं के कारण तूफ़ान और तीव्र हुआ।
  18. गहरे संवहनीय बादलों के चलते थोड़े समय के लिए तेज़ वर्षा हुई।
  19. सहयोग से आपदा-नियंत्रण की क्षमता मजबूत होती है।
  20. तूफ़ान ने जलवायुसहिष्णु तटीय योजना की तत्काल आवश्यकता दर्शाई।

Q1. ‘दित्वाह’ नाम किस देश ने दिया था?


Q2. एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात बनने के लिए न्यूनतम हवा की गति कितनी होनी चाहिए?


Q3. चक्रवात के बाद श्रीलंका को सहायता देने के लिए भारत ने कौन-सा अभियान चलाया?


Q4. चक्रवात ‘दित्वाह’ के प्रभाव से भारत के किन राज्यों में वर्षा हुई?


Q5. किस गोलार्ध में चक्रवात वामावर्त (एंटी-क्लॉकवाइज) घूमते हैं?


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