नवम्बर 5, 2025 5:59 पूर्वाह्न

मन्नार की खाड़ी में प्रवाल पुष्पन की बहाली

चालू घटनाएँ: मन्नार की खाड़ी, कोरल पुनर्स्थापन, SDMRI, तमिलनाडु वन विभाग, कृत्रिम रीफ मॉड्यूल, Acropora intermedia, TNSHORE परियोजना, वान द्वीप, कोस्वारी द्वीप, मछली घनत्व

Coral Bloom Restoration in the Gulf of Mannar

घटते प्रवाल भित्ति पारितंत्र

मन्नार की खाड़ी की प्रवाल भित्तियाँ दशकों से संकट में हैं। 1960 के दशक से समुद्री तापमान में वृद्धि, कोरल माइनिंग और मानवीय दबावों ने व्यापक क्षति पहुँचाई है। इसके कारण समुद्री जैव विविधता खतरे में पड़ी और तट को बचाने वाली प्राकृतिक बाधा कमजोर हुई।
स्थैतिक जीके तथ्य: मन्नार की खाड़ी भारत का पहला समुद्री बायोस्फीयर रिज़र्व (1989) है।

दीर्घकालिक संरक्षण कार्य

सुगन्थी देवदासन मरीन रिसर्च इंस्टिट्यूट (SDMRI) और तमिलनाडु वन विभाग बीते 20 वर्षों से प्रवाल पुनर्स्थापन कार्य कर रहे हैं।
अब तक 51,183 कोरल टुकड़ों (20 प्रजातियाँ) को 5,550 कृत्रिम बेस पर प्रत्यारोपित किया गया, जिससे लगभग 40,000 वर्ग मीटर क्षतिग्रस्त क्षेत्र पुनर्जीवित हुआ।

प्रत्यारोपित कोरल की सफलता

इन कोरल का जीवित रहने का अनुपात 55.6% से 79.5% रहा। इनमें Acropora intermedia प्रजाति सबसे बेहतर रही, जिसकी 89.1% जीवित दर और पाँच वर्षों में 16.7 सेमी वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई। यह प्रजाति की लचीलापन क्षमता को दर्शाता है।
स्थैतिक जीके टिप: कोरल रीफ समुद्र तल का 1% से भी कम हिस्सा कवर करते हैं, लेकिन वे 25% समुद्री जीवन का सहारा हैं।

कृत्रिम रीफ संरचनाओं की भूमिका

2015 से 2019 के बीच 10,600 विशेष रीफ मॉड्यूल लगाए गए, जिनमें Triangular Artificial Reefs (TAR) और Perforated Trapezoidal Artificial Reefs (PTAR) शामिल हैं।
इनसे कोरल रिकूट घनत्व 2004 में 1.23 से बढ़कर 2020 में 76.01 हो गया, जो प्राकृतिक पुनर्विकास में कृत्रिम संरचनाओं की भूमिका साबित करता है।

पारिस्थितिक सुधार

पुनर्स्थापित क्षेत्रों में जीवित कोरल का कवरेज 2006 में 2.7% से बढ़कर 2020 में 18.8% हो गया, जबकि बिना पुनर्स्थापन क्षेत्रों में यह केवल 1.8% रहा।
मछलियों की संख्या में भी 2006 में 14.5 से 2020 में 310.0 तक वृद्धि दर्ज की गई।

समृद्ध समुद्री जैव विविधता

पुनर्स्थापित प्रवाल क्षेत्रों में अब विविध प्रजातियाँ पनप रही हैं।

  • वान द्वीप पर 63 प्रकार की मछलियाँ
  • कोस्वारी द्वीप पर लगभग 51 प्रजातियाँ पाई गईं।
    ये पारिस्थितिकी संतुलन और मछुआरों की आजीविका दोनों के लिए अहम हैं।

सरकार द्वारा समर्थित परियोजनाएँ

तमिलनाडु सरकार ने Tamil Nadu Sustainably Harnessing Ocean Resources (TNSHORE) योजना शुरू की है। इसके अंतर्गत:

  • लगभग 8,500 कृत्रिम रीफ मॉड्यूल लगाए जाएँगे।
  • सीग्रास बेड पुनर्स्थापन और अन्य संवेदनशील समुद्री पारिस्थितिक तंत्र संरक्षण भी शामिल है।
    स्थैतिक जीके तथ्य: मन्नार की खाड़ी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान 1986 में बनाया गया था, जिसमें तमिलनाडु तट के साथ 21 द्वीप शामिल हैं।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
स्थान मन्नार की खाड़ी, तमिलनाडु
समुद्री राष्ट्रीय उद्यान 1986 में घोषित
समुद्री बायोस्फीयर रिज़र्व 1989 में स्थापित
प्रत्यारोपित कोरल टुकड़े 51,183 (20 प्रजातियाँ)
पुनर्स्थापित क्षेत्र 40,000 वर्ग मीटर
जीवित रहने की दर 55.6% – 79.5%
सर्वश्रेष्ठ प्रजाति Acropora intermedia (89.1%)
कृत्रिम रीफ मॉड्यूल 2015–2019 के बीच 10,600
मछली घनत्व वृद्धि 2006 में 14.5 से 2020 में 310.0
सरकारी परियोजना TNSHORE – 8,500 मॉड्यूल सहित

 

Coral Bloom Restoration in the Gulf of Mannar
  1. मन्नार की खाड़ी की भित्तियों में 1960 के दशक से गिरावट आ रही है।
  2. जलवायु परिवर्तन, प्रवाल खनन और मानवीय दबाव के कारण तनाव।
  3. यह गिरावट समुद्री जैव विविधता और तटीय संरक्षण के लिए खतरा है।
  4. 1986 में समुद्री राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना की गई।
  5. 1989 में पहला समुद्री जैवमंडल रिज़र्व घोषित किया गया।
  6. एसडीएमआरआई और तमिलनाडु वन विभाग ने 20 वर्षों तक प्रवाल पुनरुद्धार का नेतृत्व किया।
  7. 40,000 वर्ग मीटर में 51,183 प्रवाल अंशों का प्रत्यारोपण किया गया।
  8. उत्तरजीविता दर6%-79.5% प्राप्त की गई।
  9. एक्रोपोरा इंटरमीडिया ने1% उत्तरजीविता और 16.7 सेमी/वर्ष की वृद्धि दर्शाई।
  10. 2015-2019 के बीच 10,600 रीफ मॉड्यूल तैनात किए गए।
  11. प्रवाल भर्ती घनत्व23 (2004) से बढ़कर 76.01 (2020) हो गया।
  12. जीवित प्रवाल कवरेज7% (2006) से बढ़कर 18.8% (2020) हो गया।
  13. मछली घनत्व5 (2006) से बढ़कर 310.0 (2020) हो गया।
  14. वान द्वीप में 63 मछली प्रजातियाँ हैं।
  15. कोसवारी द्वीप 51 मछली प्रजातियों का समर्थन करता है।
  16. सरकार ने रीफ के लिए TNSHORE परियोजना शुरू की।
  17. 8,500 रीफ मॉड्यूल तैनात करने की परियोजना।
  18. समुद्री घास की बहाली को भी लक्षित करता है।
  19. मछुआरों की आजीविका का समर्थन करता है।
  20. प्रवाल भित्तियाँ समुद्र तल के <1% हिस्से को कवर करती हैं, लेकिन 25% समुद्री जीवन का समर्थन करती हैं।

Q1. मन्नार की खाड़ी कहाँ स्थित है?


Q2. मन्नार की खाड़ी को समुद्री राष्ट्रीय उद्यान कब घोषित किया गया था?


Q3. कौन-सी प्रवाल प्रजाति (coral species) में सबसे अधिक जीवित रहने की क्षमता पाई गई?


Q4. 2015–2019 के बीच कितने कृत्रिम प्रवाल मॉड्यूल (artificial reef modules) लगाए गए थे?


Q5. तमिलनाडु की कौन-सी पहल प्रवाल पुनर्स्थापन (coral restoration) का समर्थन करती है?


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