नारियल विकास बोर्ड के बारे में
नारियल विकास बोर्ड (CDB) एक सांविधिक निकाय है, जिसकी स्थापना 1981 में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में नारियल की खेती और उद्योग का समेकित विकास करना है।
Static GK तथ्य: भारत में नारियल को “कल्पवृक्ष” या जीवन का वृक्ष कहा जाता है क्योंकि इसका हर हिस्सा उपयोगी है।
मुख्यालय और क्षेत्रीय उपस्थिति
बोर्ड का मुख्यालय कोच्चि (केरल) में स्थित है, जो भारत के सबसे बड़े नारियल उत्पादक राज्यों में से एक है। इसके क्षेत्रीय कार्यालय बैंगलुरु, चेन्नई, गुवाहाटी और पटना में कार्यरत हैं। यह व्यापक उपस्थिति स्थानीय किसानों तक तेज़ सहायता और योजनाओं के कुशल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करती है।
Static GK टिप: भारत दुनिया के शीर्ष नारियल उत्पादक देशों में शामिल है। प्रमुख उत्पादक राज्य हैं – केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश।
बोर्ड के प्रमुख कार्य
नारियल विकास बोर्ड द्वारा उठाए गए प्रमुख कदमों में शामिल हैं:
- किसानों को तकनीकी परामर्श देना।
- वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- उत्पादकता बढ़ाने के लिए परियोजनाएँ लागू करना।
- उत्पाद विविधीकरण को प्रोत्साहित करना, जैसे – नारियल तेल, नारियल आधारित फर्नीचर, शंख-शिल्प, कॉयर और सक्रिय कार्बन उत्पाद।
नारियल क्षेत्र के लिए संशोधित योजनाएँ
बोर्ड ने हाल ही में नई संशोधित योजनाएँ शुरू की हैं जिनका उद्देश्य है:
- प्रति हेक्टेयर उत्पादकता बढ़ाना।
- प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन सुविधाओं का विस्तार।
- नारियल क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देना।
- नारियल उत्पादों के निर्यात को बढ़ाना।
इन योजनाओं से किसानों की आय में वृद्धि और भारत की वैश्विक नारियल व्यापार में स्थिति मजबूत होगी।
Static GK तथ्य: इंटरनेशनल कोकोनट कम्युनिटी (ICC) नारियल उत्पादक देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसका मुख्यालय जकार्ता, इंडोनेशिया में है।
नारियल विकास का महत्व
नारियल भारत के तटीय और दक्षिणी राज्यों की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लाखों किसान नारियल पर निर्भर हैं।
CDB द्वारा नवाचार और बाज़ार विकास पर जोर देने से किसान घरेलू और वैश्विक दोनों बाज़ारों का लाभ उठा पा रहे हैं।
Static GK टिप: भारत में अकेले केरल राज्य देश के कुल नारियल उत्पादन का 30% से अधिक योगदान देता है।
भविष्य की दिशा
संशोधित योजनाएँ सतत विकास, बाज़ार प्रतिस्पर्धा और किसान सशक्तिकरण पर केंद्रित हैं। पारंपरिक खेती को आधुनिक प्रसंस्करण तकनीकों से जोड़कर, CDB भारत के नारियल क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी उद्योग बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
स्थापना वर्ष | 1981 |
मंत्रालय | कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय |
मुख्यालय | कोच्चि, केरल |
क्षेत्रीय कार्यालय | बैंगलुरु, चेन्नई, गुवाहाटी, पटना |
मुख्य उद्देश्य | नारियल की खेती और उद्योग का समेकित विकास |
हालिया पहल | उत्पादकता और विविधीकरण हेतु संशोधित योजनाएँ |
प्रमुख कार्य | तकनीकी परामर्श, वित्तीय सहायता, प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन को बढ़ावा |
वैश्विक निकाय | इंटरनेशनल कोकोनट कम्युनिटी (मुख्यालय: जकार्ता, इंडोनेशिया) |
प्रमुख उत्पादक राज्य | केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश |
नारियल का लोकप्रिय नाम | कल्पवृक्ष (जीवन का वृक्ष) |