सितम्बर 14, 2025 4:28 अपराह्न

कोल इंडिया और NSTFDC का आदिवासी छात्रों के लिए सशक्तिकरण अभियान

चालू घटनाएँ: कोल इंडिया, NSTFDC, एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल, MoU, डिजिटल शिक्षा, मेंटरशिप, मासिक धर्म स्वच्छता, शिक्षक प्रशिक्षण, समावेशी विकास, कोयला मंत्रालय, जनजातीय कार्य मंत्रालय

Coal India and NSTFDC Empowerment Drive for Tribal Students

आदिवासी शिक्षा के लिए ऐतिहासिक समझौता

कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) और नेशनल शेड्यूल्ड ट्राइब फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSTFDC) ने 9 सितंबर 2025 को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह पहल एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूलों (EMRS) में पढ़ने वाले आदिवासी छात्रों की शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल निर्माण को मजबूत करने पर केंद्रित है।

परियोजना का उद्देश्य

परियोजना का लक्ष्य है:

  • डिजिटल ढाँचे के माध्यम से शैक्षिक अंतर को दूर करना
  • मेंटरशिप और करियर मार्गदर्शन प्रदान करना
  • मासिक धर्म स्वच्छता सुनिश्चित करना
  • शिक्षकों का प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण करना

Static GK तथ्य: NSTFDC की स्थापना 2001 में जनजातीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत हुई थी, ताकि अनुसूचित जनजातियों को वित्तीय और विकास सहायता दी जा सके।

छात्रों के लिए डिजिटल पहुँच

कोल इंडिया EMRS संस्थानों को डेस्कटॉप, टैबलेट और UPS सिस्टम उपलब्ध कराएगा। इससे छात्रों की डिजिटल साक्षरता बढ़ेगी और उन्हें ऑनलाइन लर्निंग संसाधनों तक पहुँच मिलेगी।

Static GK तथ्य: कोल इंडिया लिमिटेड दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है, जिसका मुख्यालय कोलकाता में है।

करियर मेंटरशिप समर्थन

MoU के तहत संरचित करियर गाइडेंस प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। इनमें Exposure Visits, Mentorship Sessions और Skill Mapping शामिल होंगे। यह कदम आदिवासी युवाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों की ओर मार्गदर्शन देगा।

मासिक धर्म स्वच्छता का प्रोत्साहन

बालिका छात्रों की गरिमा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनें और इन्सिनरेटर लगाए जाएंगे। इससे मासिक धर्म संबंधी चुनौतियों के कारण होने वाली अनुपस्थिति में कमी आएगी।

शिक्षकों की क्षमता वृद्धि

EMRS के शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यशालाएँ और डिजिटल टीचिंग मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे। ध्यान शिक्षण पद्धतियों में सुधार और तकनीकआधारित शिक्षा पर रहेगा।

रणनीतिक महत्व

यह सहयोग पब्लिक सेक्टर तालमेल का उदाहरण है, जो कोयला मंत्रालय, जनजातीय कार्य मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के प्रयासों को जोड़ता है। यह सामाजिक, शैक्षिक और स्वास्थ्य समर्थन को एकीकृत कर दीर्घकालिक प्रभाव सुनिश्चित करेगा।

Static GK टिप: एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (EMRS) की शुरुआत 1997-98 में हुई थी, ताकि दूरदराज़ क्षेत्रों के आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।

व्यापक प्रभाव

डिजिटल एक्सेस, स्वास्थ्य, मेंटरशिप और शिक्षक क्षमता जैसे मुद्दों पर ध्यान देकर यह परियोजना आदिवासी क्षेत्रों की सामाजिकआर्थिक बाधाओं को दूर करेगी। यह भारत के समावेशी विकास लक्ष्यों के अनुरूप है और आदिवासी छात्रों को भविष्य के अवसरों के लिए तैयार करेगी।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
MoU भागीदार कोल इंडिया लिमिटेड और NSTFDC
हस्ताक्षर की तिथि 9 सितंबर 2025
लक्षित समूह EMRS में पढ़ने वाले आदिवासी छात्र
मुख्य फोकस क्षेत्र डिजिटल एक्सेस, मेंटरशिप, मासिक धर्म स्वच्छता, शिक्षक प्रशिक्षण
डिजिटल सहयोग डेस्कटॉप, UPS सिस्टम, टैबलेट
मेंटरशिप योजना करियर गाइडेंस, Exposure Visits, Skill Mapping
मासिक धर्म स्वच्छता सहयोग वेंडिंग मशीनें और इन्सिनरेटर
शिक्षक प्रशिक्षण शिक्षण पद्धति और डिजिटल शिक्षण कार्यशालाएँ
सहयोगी मंत्रालय कोयला, जनजातीय कार्य, शिक्षा
CIL मुख्यालय कोलकाता
Coal India and NSTFDC Empowerment Drive for Tribal Students
  1. कोल इंडिया लिमिटेड और एनएसटीएफडीसी ने 9 सितंबर, 2025 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
  2. परियोजना एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) में जनजातीय छात्रों का समर्थन करती है।
  3. इसका उद्देश्य डिजिटल अवसंरचना और मार्गदर्शन के साथ शैक्षिक अंतराल को पाटना है।
  4. इस पहल में करियर मार्गदर्शन, मासिक धर्म स्वच्छता और शिक्षक प्रशिक्षण शामिल हैं।
  5. एनएसटीएफडीसी की स्थापना 2001 में जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत हुई थी।
  6. कोल इंडिया, दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है जिसका मुख्यालय कोलकाता में है।
  7. ईएमआरएस स्कूलों को डेस्कटॉप, टैबलेट और यूपीएस सिस्टम मिलेंगे।
  8. यह योजना आदिवासियों के लिए डिजिटल साक्षरता और ऑनलाइन शिक्षा तक पहुँच को बढ़ाती है।
  9. करियर कार्यक्रमों में एक्सपोज़र विज़िट और कौशल मानचित्रण सत्र शामिल हैं।
  10. छात्राओं को सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और इंसिनरेटर तक पहुँच मिलेगी।
  11. यह उपाय मासिक धर्म संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण होने वाली अनुपस्थिति को कम करता है।
  12. शिक्षकों को डिजिटल शिक्षण कार्यशालाओं और प्रशिक्षण सत्रों में भाग लेना होगा।
  13. यह सहयोग कोयला, जनजातीय मामलों और शिक्षा मंत्रालयों को जोड़ता है।
  14. यह जनजातीय विकास के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के तालमेल मॉडल का प्रतिनिधित्व करता है।
  15. जनजातीय लोगों के लिए 1997-98 में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय शुरू किए गए।
  16. यह परियोजना जनजातीय बच्चों के लिए सम्मान, शिक्षा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करती है।
  17. यह पहल भारत सरकार के समावेशी विकास लक्ष्यों के अनुरूप है।
  18. मेंटरशिप और डिजिटल उपकरण आदिवासियों के लिए उच्च शिक्षा के अवसरों को बढ़ाते हैं।
  19. जनजातीय युवाओं की सामाजिक, स्वास्थ्य और शैक्षिक नींव को मजबूत करता है।
  20. यह कदम समग्र शिक्षा पहलों के माध्यम से जनजातीय सशक्तिकरण सुनिश्चित करता है।

Q1. 2025 में जनजातीय शिक्षा का समर्थन करने के लिए किन दो संगठनों ने समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए?


Q2. इस समझौते के तहत शुरू की गई प्रमुख पहलों में से एक क्या है?


Q3. लड़कियों के लिए लागू की जा रही विशेष स्वास्थ्य पहल क्या है?


Q4. इस परियोजना का व्यापक लक्ष्य क्या है?


Q5. अनुसूचित जनजातियों के समर्थन हेतु एनएसटीएफडीसी किस अधिनियम के तहत स्थापित किया गया था?


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