नवम्बर 9, 2025 11:08 अपराह्न

तमिलनाडु में जलवायु कार्रवाई ट्रैकर

चालू घटनाएँ: क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर, तमिलनाडु, नेट ज़ीरो उत्सर्जन, वसुधा फाउंडेशन, क्लाइमेट डिकार्बोनाइज़ेशन पाथवे, नवीकरणीय ऊर्जा, कोयंबटूर, नीलगिरी, रामनाथपुरम, विरुधुनगर

Climate Action Tracker in Tamil Nadu

जलवायु कार्रवाई में अग्रणी जिले

तमिलनाडु सरकार ने भारत की राज्यस्तरीय जलवायु नीति को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है — राज्य में क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर और क्लाइमेट डिकार्बोनाइज़ेशन पाथवे का शुभारंभ किया गया है।
यह पहल वसुधा फाउंडेशन के सहयोग से शुरू की गई है और इसमें रामनाथपुरम, विरुधुनगर, कोयंबटूर और नीलगिरी ज़िलों को शामिल किया गया है।

इन जिलों का चयन उनके विविध पारिस्थितिक तंत्रों — तटीय, औद्योगिक और पर्वतीय — का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया है, ताकि स्थानीय स्तर पर कार्बन चुनौतियों और अवसरों का समग्र विश्लेषण किया जा सके।

स्थैतिक तथ्य: तमिलनाडु नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में भारत के अग्रणी राज्यों में से एक है और यह देश के स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण में बड़ा योगदान देता है।

नेट ज़ीरो उत्सर्जन का लक्ष्य

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जिलास्तर की जलवायु योजनाओं के माध्यम से नेट ज़ीरो उत्सर्जन हासिल करना है।
यह स्थानीयकृत दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि हर जिला कार्बन उत्सर्जन में मापनीय कमी, सतत विकास योजनाएँ, और स्वच्छ तकनीकों को अपनाने में योगदान दे सके।

तमिलनाडु की यह योजना भारत के पेरिस समझौते (Paris Agreement) के अंतर्गत राष्ट्रीय रूप से निर्धारित योगदानों (NDCs) के साथ संरेखित है—जो देश की जलवायु प्रतिबद्धताओं को क्षेत्रीय स्तर पर सशक्त बनाता है।

नवीकरणीय ऊर्जा में उपलब्धियाँ

पिछले पाँच वर्षों में तमिलनाडु ने लगभग 10 गीगावॉट (GW) नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ी है।
आज राज्य की कुल स्थापित बिजली क्षमता का लगभग 60% हिस्सा पवन और सौर ऊर्जा जैसे स्वच्छ स्रोतों से आता है।

स्थैतिक तथ्य: तमिलनाडु भारत का पहला राज्य है जिसने 10 GW पवन ऊर्जा क्षमता का आँकड़ा पार किया।

इस उपलब्धि ने तमिलनाडु को देश के सबसे ऊर्जाकुशल और पर्यावरणजिम्मेदार राज्यों में स्थान दिलाया है।

सतत शहरी और ग्रामीण परियोजनाएँ

इस पहल के अंतर्गत कई सतत परियोजनाएँ शामिल हैं —

  • कोयंबटूर में 500 सिटी बसों का विद्युतीकरण, और
  • 2030 तक 5 लाख स्ट्रीटलाइटों को LED से बदलना।

इनसे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी, शहरी वायु गुणवत्ता में सुधार, और नगरपालिकाओं के ऊर्जा व्यय में बचत की उम्मीद है।
कार्यक्रम में सामुदायिक भागीदारी, ग्रीन फाइनेंसिंग, और स्थानीय सरकारों के लिए क्षमता निर्माण पर भी ज़ोर दिया गया है।

स्थैतिक जीके टिप: LED स्ट्रीटलाइट परियोजना, तमिलनाडु एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (TEDA) के तहत शहरी निकायों में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक प्रमुख पहल है।

जलवायु-सक्षम तमिलनाडु की दृष्टि

क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर एक गतिशील निगरानी उपकरण (Dynamic Monitoring Tool) के रूप में कार्य करेगा, जो उत्सर्जन में कमी, नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने, और नीतियों के कार्यान्वयन की प्रगति का मूल्यांकन करेगा।
यह नीति-निर्माताओं को यह पहचानने में मदद करेगा कि कौन से जिले सही दिशा में हैं और कहाँ सुधार की आवश्यकता है।

इस डेटाआधारित मॉडल को भविष्य में अन्य राज्यों में भी लागू किया जा सकता है ताकि संतुलित जलवायु जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
तमिलनाडु की यह पहल भारत की 2070 तक नेट ज़ीरो प्राप्त करने की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा को सशक्त बनाती है।

स्थैतिक Usthadian वर्तमान मामलों की तालिका

विषय विवरण
पहल का नाम क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर और क्लाइमेट डिकार्बोनाइज़ेशन पाथवे
शुरू करने वाली संस्था तमिलनाडु सरकार
सहयोगी संगठन वसुधा फाउंडेशन
शामिल जिले रामनाथपुरम, विरुधुनगर, कोयंबटूर, नीलगिरी
मुख्य उद्देश्य जिला-स्तर पर कार्रवाई के माध्यम से नेट ज़ीरो उत्सर्जन प्राप्त करना
जोड़ी गई नवीकरणीय ऊर्जा पिछले पाँच वर्षों में लगभग 10 GW
नवीकरणीय ऊर्जा का हिस्सा कुल स्थापित बिजली क्षमता का लगभग 60%
मुख्य परियोजनाएँ 500 सिटी बसों का विद्युतीकरण, 2030 तक 5 लाख LED स्ट्रीटलाइटें
संरेखण भारत की पेरिस समझौता प्रतिबद्धताएँ (NDCs)
स्थैतिक तथ्य तमिलनाडु पवन ऊर्जा क्षमता में भारत का अग्रणी राज्य है
Climate Action Tracker in Tamil Nadu
  1. तमिलनाडु ने जलवायु कार्रवाई ट्रैकर और डीकार्बोनाइजेशन पाथवेज़ लॉन्च किए।
  2. ज़िलास्तरीय जलवायु नियोजन के लिए वसुधा फ़ाउंडेशन द्वारा समर्थित
  3. शामिल ज़िले: रामनाथपुरम, विरुधुनगर, कोयंबटूर और नीलगिरी
  4. उद्देश्य: स्थानीयकृत कार्य योजनाओं के माध्यम से शुद्ध शून्य उत्सर्जन (Net Zero Emission) प्राप्त करना।
  5. अक्षय ऊर्जा स्थापित क्षमता में तमिलनाडु शीर्ष राज्यों में शामिल है।
  6. पिछले पाँच वर्षों में 10 गीगावाट अक्षय ऊर्जा जोड़ी गई।
  7. राज्य की 60% बिजली क्षमता अब अक्षय स्रोतों से प्राप्त होती है।
  8. तमिलनाडु 10 गीगावाट पवन ऊर्जा क्षमता को पार करने वाला पहला भारतीय राज्य बना।
  9. विद्युतीकरण योजना: 2030 तक कोयंबटूर में 500 सिटी बसें चलाई जाएँगी।
  10. नगर पालिकाएँ 5 लाख स्ट्रीट लाइटों को LED लाइट्स से बदलेंगी।
  11. यह पहल भारत के पेरिस समझौते और NDC जलवायु प्रतिबद्धताओं का समर्थन करती है।
  12. जलवायु शासन मॉडल का अनुकरण अन्य भारतीय राज्यों में भी किया जाएगा।
  13. यह पहल नीति ट्रैकिंग, उत्सर्जन डेटा और स्वच्छ तकनीक को जोड़ती है।
  14. हरित वित्तपोषण और समुदायआधारित जलवायु कार्रवाई को प्रोत्साहित करती है।
  15. LED परियोजना तमिलनाडु ऊर्जा विकास एजेंसी (TEDA) के साथ संरेखित है।
  16. ज़िलास्तरीय मॉडल औद्योगिक, तटीय और पहाड़ी पारिस्थितिक तंत्रों को कवर करता है।
  17. यह 2070 तक भारत के नेटज़ीरो उत्सर्जन मार्ग को मज़बूत करता है।
  18. डेटासमर्थित ट्रैकिंग जलवायु अनुकूलन में जवाबदेही सुनिश्चित करती है।
  19. नवीकरणीय ऊर्जा परिवर्तन, गतिशीलता सुधार और उत्सर्जन में कमी पर ध्यान केंद्रित करता है।
  20. तमिलनाडु भारत में उपराष्ट्रीय जलवायु नेतृत्व में मानक स्थापित करता है।

Q1. तमिलनाडु के क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर के अंतर्गत कितने जिले शामिल हैं?


Q2. क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर परियोजना को कौन-सा संगठन समर्थन दे रहा है?


Q3. स्थापित पवन ऊर्जा क्षमता में भारत का शीर्ष राज्य कौन-सा है?


Q4. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q5. इस योजना के अंतर्गत सार्वजनिक परिवहन विद्युतीकरण पर केंद्रित कौन-सी परियोजना है?


Your Score: 0

Current Affairs PDF November 9

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.