आयोजन और थीम
वन्यजीव सप्ताह 2025 का आयोजन देहरादून स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (IGNFA) में हुआ।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया।
थीम थी — “मानव–वन्यजीव सहअस्तित्व (Human–Wildlife Coexistence)”, जो संघर्ष से सहअस्तित्व की ओर भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित करता है।
कार्यक्रम में सरकारी अधिकारी, वन अधिकारी, वैज्ञानिक, संरक्षणविद् और छात्र शामिल हुए।
यह आयोजन प्रधानमंत्री के 7वें राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड के दृष्टिकोण के अनुरूप था, जो नवाचार और जागरूकता के माध्यम से मानव–वन्यजीव संतुलन को प्रोत्साहित करता है।
स्थिर GK तथ्य: भारत में हर वर्ष 2 से 8 अक्टूबर तक वन्यजीव सप्ताह मनाया जाता है, जो महात्मा गांधी की जयंती के साथ मेल खाता है।
नई राष्ट्रीय संरक्षण परियोजनाएँ
कार्यक्रम में पाँच प्रमुख राष्ट्रीय परियोजनाएँ शुरू की गईं —
- प्रोजेक्ट डॉल्फिन (चरण–II): नदी और समुद्री डॉल्फिन की निगरानी पर केंद्रित।
- प्रोजेक्ट स्लॉथ बियर: देशव्यापी भालू संरक्षण ढांचा तैयार करता है।
- प्रोजेक्ट घड़ियाल: घड़ियाल संरक्षण के लिए समर्पित योजना की शुरुआत।
- मानव–वन्यजीव संघर्ष प्रबंधन हेतु उत्कृष्टता केंद्र (SACON): अनुसंधान और नीति नेतृत्व के लिए।
- टाइगर रिजर्व के बाहर बाघ पहल: तकनीक और समुदाय आधारित रणनीतियों से बाघ–मानव संघर्ष प्रबंधन।
स्थिर GK टिप: भारत में 100,000 से अधिक बाघ हैं तथा राजस्थान और मध्य प्रदेश में दो प्रमुख घड़ियाल अभयारण्य हैं।
जनसंख्या अनुमान और निगरानी
चार नए राष्ट्रीय निगरानी कार्यक्रम शुरू किए गए —
• दूसरा नदी डॉल्फिन और समुद्री जीव जनगणना चक्र, नए फील्ड गाइड के साथ।
• ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन चक्र–6, जिसमें आठ क्षेत्रीय भाषाओं में गाइडबुक।
• स्नो लेपर्ड (हिम तेंदुआ) जनसंख्या आकलन के लिए एक्शन प्लान।
• ग्रेट इंडियन बस्टर्ड और लेसर फ्लोरिकन पर प्रगति रिपोर्टें।
इन पहलों का उद्देश्य सटीक डेटा संग्रह के माध्यम से प्रभावी संरक्षण रणनीतियाँ विकसित करना है।
स्थिर GK तथ्य: स्नो लेपर्ड भारत, नेपाल, भूटान और चीन के हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है।
क्षमता निर्माण और प्रौद्योगिकी
कोयंबटूर स्थित CASFoS (Central Academy for State Forest Service) में ऑनलाइन SFS ऑफिसर्स मेस का उद्घाटन किया गया।
इसके साथ एक राष्ट्रीय हैकथॉन ऑन ह्यूमन–वाइल्डलाइफ कॉन्फ्लिक्ट भी आयोजित किया गया, जिसमें 75 संस्थानों के 420 प्रतिभागी शामिल हुए।
प्रतियोगिता में AI टूल्स, स्पैटियल एनालिटिक्स और सामुदायिक मॉडल प्रदर्शित किए गए।
छह फाइनलिस्ट टीमों को पुरस्कार दिए गए। साथ ही वन्यजीव क्विज़ भी आयोजित हुई।
स्थिर GK टिप: CASFoS (सेंट्रल एकेडमी फॉर स्टेट फॉरेस्ट सर्विस) की स्थापना कोयंबटूर, तमिलनाडु में की गई थी।
सरकार की दृष्टि और सामुदायिक भूमिका
सरकार ने जैव विविधता संरक्षण और समावेशी विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
मंत्री भूपेंद्र यादव ने युवाओं, शोधकर्ताओं और स्थानीय समुदायों से आग्रह किया कि वे “नेचर एम्बेसडर” बनें।
इस अवसर ने भारत की सतत वन्यजीव प्रबंधन में वैश्विक नेतृत्व भूमिका को पुनः स्थापित किया, जो पारिस्थितिक संरक्षण और मानव कल्याण दोनों को संतुलित करता है।
स्थिर “Usthadian” वर्तमान घटनाएँ सारणी
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
आयोजन | वन्यजीव सप्ताह 2025, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून |
मंत्री | भूपेंद्र यादव |
थीम | मानव–वन्यजीव सहअस्तित्व |
नई परियोजनाएँ | प्रोजेक्ट डॉल्फिन-II, प्रोजेक्ट स्लॉथ बियर, प्रोजेक्ट घड़ियाल, SACON उत्कृष्टता केंद्र, टाइगर रिजर्व्स के बाहर पहल |
निगरानी कार्यक्रम | नदी डॉल्फिन जनगणना, टाइगर एस्टीमेशन चक्र–6, स्नो लेपर्ड एक्शन प्लान, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड व लेसर फ्लोरिकन अध्ययन |
प्रशिक्षण और तकनीक | CASFoS ऑनलाइन मेस, राष्ट्रीय हैकथॉन, वन्यजीव क्विज़ |
सहभागिता | सरकारी अधिकारी, वन अधिकारी, वैज्ञानिक, संरक्षणविद्, छात्र |
प्रमुख फोकस | संघर्ष प्रबंधन, सतत संरक्षण, सामुदायिक सहभागिता |
स्थिर GK तथ्य | वन्यजीव सप्ताह: 2–8 अक्टूबर; CASFoS: कोयंबटूर; स्नो लेपर्ड: हिमालयी क्षेत्र |