भारत की बुज़ुर्ग आबादी को चाहिए भारतीय समाधान
भारत में औसत आयु तो बढ़ रही है, लेकिन लंबा जीवन स्वस्थ जीवन नहीं है। डिमेंशिया और पार्किंसन जैसी बीमारियाँ वृद्धों में तेज़ी से बढ़ रही हैं। भारत में वृद्धावस्था पर शोध अब तक पश्चिमी देशों के डेटा पर आधारित रहा है, जिससे स्वस्थ्य मूल्यांकन और इलाज में भ्रम उत्पन्न होता है।
Static GK तथ्य: भारत में वरिष्ठ नागरिकों की आबादी 2050 तक 30 करोड़ से अधिक हो जाएगी — यह बुज़ुर्ग देखभाल प्रणाली पर बड़ा दबाव डालेगा।
विदेशी स्वास्थ्य मानकों की समस्या
भारत में अभी भी कई नैदानिक मानक पश्चिमी संदर्भ से लिए गए हैं। इससे विटामिन B12 या D की गलत कमी की रिपोर्ट, अनुपयुक्त दवाएं और असली बीमारी की पहचान में देरी हो सकती है।
BHARAT परियोजना के उद्देश्य
भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु ने 2023 में BHARAT अध्ययन शुरू किया। यह Longevity India Program का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य है भारत–विशिष्ट वैज्ञानिक स्वास्थ्य मानक तैयार करना।
BHARAT स्टडी से एक “भारत बायोमार्कर बेसलाइन” बनेगा, जो भारतीय बुज़ुर्गों की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को दर्शाएगा।
बहुआयामी डेटा संग्रह
BHARAT स्टडी में निम्नलिखित डाटा एकत्र किए जाते हैं:
- आनुवांशिक संकेतक: वंशानुगत रोग जोखिम समझने हेतु
- प्रोटीन और मेटाबॉलिज्म मार्कर: शरीर की कार्यक्षमता मापने हेतु
- पर्यावरणीय कारक: आहार, वायु गुणवत्ता, जीवनशैली
- सामाजिक–आर्थिक स्थिति: अस्पतालों तक पहुँच, शिक्षा, आय
Static GK टिप: IISc बेंगलुरु की स्थापना 1909 में जमशेदजी टाटा और मैसूर के महाराजा के सहयोग से हुई थी।
हेल्थ इनोवेशन में AI की भूमिका
इतनी बड़ी मात्रा में डेटा को AI और मशीन लर्निंग की मदद से प्रोसेस किया जा रहा है। इसका उद्देश्य है:
- डेटा को जोड़ना और विश्लेषण करना
- उम्र बढ़ने के पैटर्न की भविष्यवाणी करना
- रोग लक्षणों के प्रकट होने से पहले चेतावनी देना
AI आधारित मॉडल भारत में पूर्व–सावधानी आधारित चिकित्सा प्रणाली को संभव बनाता है।
कार्यान्वयन की चुनौतियाँ
- प्रतिनिधित्वपूर्ण सैंपल मिलना कठिन — भारत की क्षेत्रीय विविधता एक बड़ी बाधा है।
- लंबे समय तक फंडिंग की आवश्यकता — सरकारी व निजी साझेदारी जरूरी है।
- AI मॉडल का भारतीय अनुकूलन — विदेशी AI मॉडल स्थानीय ज़रूरतों को नजरअंदाज़ कर सकते हैं।
भारतीय संदर्भ में वैयक्तिक स्वास्थ्य देखभाल की ओर कदम
BHARAT का बड़ा उद्देश्य है कि भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था को इलाज–आधारित से पूर्व–चेतावनी आधारित मॉडल की ओर ले जाया जाए।
इससे समय रहते जीवनशैली परिवर्तन, बेहतर पोषण रणनीति, और अधिक सटीक स्वास्थ्य निर्णय लिए जा सकते हैं।
Static GK तथ्य: भारत में जीवन प्रत्याशा तो बढ़ी है, लेकिन डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसे NCDs भी साथ बढ़ रहे हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
BHARAT का पूर्ण रूप | Biomarkers of Healthy Aging, Resilience, Adversity, and Transitions |
लॉन्च वर्ष | 2023 |
लॉन्च संस्था | भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु |
मुख्य कार्यक्रम | Longevity India Program |
प्रमुख लक्ष्य | भारत-विशिष्ट स्वास्थ्य मानक स्थापित करना |
प्रमुख तकनीक | आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग |
डेटा प्रकार | आनुवंशिक, प्रोटीन, पर्यावरणीय, सामाजिक-आर्थिक |
प्रमुख चुनौती | विविध सैंपल, दीर्घकालिक फंडिंग |
दीर्घकालिक लक्ष्य | भारतीय बुज़ुर्गों के लिए वैयक्तिकीकृत, निवारक स्वास्थ्य प्रणाली |
संबंधित रोग | पार्किंसन, डिमेंशिया, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप |