लॉन्च और माइलस्टोन यात्रा
आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) का शुभारंभ 23 सितंबर 2018 को झारखंड की राजधानी रांची से हुआ।
यह अब तक की दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जो 55 करोड़ से अधिक नागरिकों को कवर करती है।
योजना प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष ₹5 लाख का स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है और सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस उपचार उपलब्ध कराती है।
सात वर्षों में 10.30 करोड़ से अधिक अस्पताल में भर्ती और ₹1.48 लाख करोड़ मूल्य के उपचार स्वीकृत किए गए हैं।
स्थैतिक तथ्य: रांची ने 2019 में भारत के पहले जनजातीय विश्वविद्यालय के उद्घाटन की भी मेज़बानी की थी।
कवरेज का विस्तार
- 2022 तक योजना 12 करोड़ परिवारों तक पहुँची।
- 2024 में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं उनके परिवार शामिल हुए।
- अक्टूबर 2024 से 70+ वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड के माध्यम से स्वत: कवरेज मिला।
- लगभग 1 करोड़ गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स को भी जोड़ा जा रहा है, जो भारत की बदलती कार्यबल संरचना की पहचान है।
स्थैतिक टिप: भारत की गिग इकॉनमी 2030 तक 35 करोड़ लोगों को रोजगार देने का अनुमान है।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर
भारत में 1.8 लाख+ आयुष्मान आरोग्य मंदिर (Health and Wellness Centres) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में काम कर रहे हैं।
ये केंद्र निवारक, निदानात्मक और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करते हैं, जिससे ग्रामीण और दूरस्थ आबादी भी शामिल होती है।
यह विकेंद्रीकृत नेटवर्क प्राथमिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है और तृतीयक अस्पतालों पर निर्भरता घटाता है।
स्थैतिक तथ्य: भोरे समिति रिपोर्ट (1946) ने भारत में प्राथमिक स्वास्थ्य की अहमियत पर सबसे पहले जोर दिया था।
वित्तीय सुरक्षा और गरिमा
आयुष्मान भारत ने आउट–ऑफ–पॉकेट खर्च को कम किया है, जो भारत में गरीबी का बड़ा कारण रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में क्रांति” बताया है, क्योंकि यह परिवारों की गरिमा और वित्तीय स्थिरता दोनों की रक्षा करता है।
स्थैतिक टिप: WHO के अनुसार, स्वास्थ्य पर आउट-ऑफ-पॉकेट खर्च कुल स्वास्थ्य व्यय का 15% से कम होना चाहिए, जबकि भारत में यह ऐतिहासिक रूप से 50% से अधिक रहा है।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की ओर
7 वर्षों की यात्रा भारत के सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) की दिशा में दृढ़ कदमों को दर्शाती है।
- लाभार्थी आधार का विस्तार
- स्वास्थ्य अवसंरचना का सुदृढ़ीकरण
- कमजोर वर्गों पर विशेष ध्यान
आयुष्मान भारत अब केवल एक योजना नहीं बल्कि जन–आंदोलन बन गया है।
भारत का यह उदाहरण दिखाता है कि एक विकासशील देश भी नवाचार और समावेशन से वैश्विक स्तर की स्वास्थ्य सेवा स्थापित कर सकता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
योजना लॉन्च तिथि | 23 सितंबर 2018 |
लॉन्च स्थान | रांची, झारखंड |
लाभार्थी कवरेज | 55 करोड़+ लोग |
वार्षिक स्वास्थ्य कवर | ₹5 लाख प्रति परिवार |
अस्पताल में भर्ती | 10.30 करोड़+ |
स्वीकृत उपचार | ₹1.48 लाख करोड़ |
कवर किए गए परिवार | 12 करोड़ (2022 तक) |
नए शामिल वर्ग | आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, वरिष्ठ नागरिक (70+) |
गिग वर्कर्स | लगभग 1 करोड़ जोड़े जा रहे |
आयुष्मान आरोग्य मंदिर | 1.8 लाख+ सक्रिय |