योजना का अवलोकन
असम सरकार ने न्युजुत मोइना पहल के दूसरे चरण की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य बाल विवाह को रोकना और लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने विस्तारित योजना का शुभारंभ किया, जो राज्यभर में 4 लाख से अधिक बालिकाओं को लक्षित करेगी।
स्थैतिक जीके तथ्य: 2023 में असम भारत का पहला राज्य बना जिसने बाल विवाह रोकथाम से सीधे जुड़ी वित्तीय सहायता योजना शुरू की।
वित्तीय सहायता संरचना
न्युजुत मोइना 2.0 के तहत पात्र छात्राओं को ₹1,000 से ₹2,500 तक मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी। राशि उनकी शिक्षा के स्तर—उच्च माध्यमिक, स्नातक या स्नातकोत्तर—के अनुसार तय होगी। इस सहायता का उद्देश्य आर्थिक बाधाओं को हटाना है, जो लड़कियों को समय से पहले विवाह करने के लिए मजबूर कर सकती हैं।
पात्रता और प्रतिबंध
यह योजना सभी छात्राओं के लिए खुली है, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। हालांकि, कुछ अपवाद लागू होते हैं—विवाहित लड़कियां पात्र नहीं हैं, सिवाय कुछ पीजी और बी.एड छात्राओं के। मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की बेटियां पात्र नहीं होंगी। स्कूटर पुरस्कार पाने वाली छात्राओं को तब तक बाहर रखा गया है जब तक वे उससे बाहर निकलने का विकल्प नहीं चुनतीं।
स्थैतिक जीके टिप: असम में 35 जिले हैं, जिनमें महिला साक्षरता दर सबसे अधिक कामरूप महानगर जिले में दर्ज की गई है।
समावेशी शिक्षा अभियान
राज्य सरकार सभी छात्रों के लिए, जाति, धर्म, जनजाति या लिंग की परवाह किए बिना, स्कूलों और कॉलेजों में सार्वभौमिक निःशुल्क प्रवेश सुनिश्चित करती है। यह नीति योजना की वित्तीय सहायता के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करती है कि लड़कियां निर्बाध रूप से अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
सामाजिक परिवर्तन पर प्रभाव
बाल विवाह रोकथाम को लक्षित करके, असम लैंगिक असमानता के एक मूल कारण को संबोधित करता है। यह पहल शिक्षित, आत्मनिर्भर महिला जनसंख्या के निर्माण में मदद करती है, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सके। योजना का विस्तार सरकार की दीर्घकालिक सामाजिक सुधार दृष्टि को दर्शाता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के तहत भारत में महिलाओं की कानूनी विवाह आयु 18 वर्ष है।
राष्ट्रीय और राज्य संदर्भ
असम की यह पहल भारत की 2030 तक बाल विवाह समाप्त करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जो संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों का हिस्सा है। इस लक्ष्य को 2026 तक लाने के प्रयास में, असम बाल कल्याण नीति में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
न्युजुत मोइना 2.0 लॉन्च तिथि | 7 अगस्त 2025 |
योजना का उद्देश्य | बाल विवाह रोकना और बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना |
लक्षित लाभार्थी | असम की 4 लाख से अधिक लड़कियां |
मासिक वित्तीय सहायता सीमा | ₹1,000 से ₹2,500 |
शामिल शिक्षा स्तर | उच्च माध्यमिक, स्नातक, स्नातकोत्तर |
प्रमुख अपवाद | विवाहित लड़कियां (कुछ अपवादों के साथ), मंत्रियों/सांसदों/विधायकों की बेटियां, स्कूटर पुरस्कार पाने वाली |
राज्य की शिक्षा नीति | स्कूलों और कॉलेजों में सार्वभौमिक निःशुल्क प्रवेश |
भारत में महिलाओं की कानूनी विवाह आयु | 18 वर्ष |
असम के मुख्यमंत्री | हिमंत बिस्वा सरमा |
संबंधित राष्ट्रीय नीति | 2030 तक बाल विवाह समाप्त करने का यूएन एसडीजी लक्ष्य |