ऐतिहासिक उपलब्धि
अर्शदीप सिंह पहले भारतीय गेंदबाज़ बन गए हैं जिन्होंने T20I में 100 विकेट पूरे किए। उन्होंने यह रिकॉर्ड एशिया कप 2025 के ग्रुप स्टेज मैच में ओमान के खिलाफ विनायक शुक्ला को आउट कर हासिल किया। इसके साथ ही वे दुनिया के उन तेज़ गेंदबाज़ों की विशिष्ट सूची में शामिल हो गए जिन्होंने यह मील का पत्थर सबसे तेज़ हासिल किया।
स्थिर जीके तथ्य: पहला पुरुषों का T20 अंतर्राष्ट्रीय मैच 2005 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला गया था।
रिकॉर्ड तक सबसे तेज़ तेज़ गेंदबाज़
अर्शदीप ने सिर्फ 64 मैचों और 1,329 गेंदों में 100 विकेट पूरे किए, जिससे वे यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के सबसे तेज़ तेज़ गेंदबाज़ बन गए। विश्व स्तर पर वे चौथे स्थान पर हैं, राशिद खान, संदीप लामिछाने और वनिन्दु हसरंगा से पीछे।
स्थिर जीके तथ्य: अफगानिस्तान के राशिद खान T20I में सबसे तेज़ 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं।
डेब्यू से निरंतरता
जुलाई 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ पदार्पण करने वाले अर्शदीप ने केवल 3 साल और 74 दिनों में यह मील का पत्थर हासिल कर लिया। उनका करियर औसत 18.37 है, जो उन्हें भारत का सबसे प्रभावशाली T20I तेज़ गेंदबाज़ साबित करता है।
स्थिर जीके तथ्य: BCCI (भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड) क्रिकेट का संचालन करने वाला भारत का निकाय है और दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है।
पावरप्ले में प्रभाव
अर्शदीप ने पावरप्ले ओवरों में 43 विकेट लिए हैं, औसत 20.06 और इकॉनमी 7.50 के साथ। उनके डेब्यू के बाद से पावरप्ले में किसी भी गेंदबाज़ ने इतने विकेट नहीं लिए। नई गेंद से स्विंग कराने की उनकी क्षमता ने उन्हें भारत के लिए भरोसेमंद विकल्प बना दिया है।
डेथ ओवर्स स्पेशलिस्ट
पारी के आखिरी चार ओवरों में अर्शदीप ने 48 विकेट झटके हैं, जो उनके डेब्यू के बाद से किसी भी गेंदबाज़ के सबसे ज़्यादा हैं। इसमें उन्होंने हारीस रऊफ़ और एहसान खान जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ा। यॉर्कर और स्लोअर वेरिएशन में उनकी सटीकता ने उन्हें डेथ ओवर्स का स्पेशलिस्ट बना दिया है।
भारतीय परिस्थितियों में रिकॉर्ड
भारत में अर्शदीप ने 28 विकेट लिए हैं, औसत 21.00 के साथ, जो भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों में सर्वश्रेष्ठ है। दुनिया में केवल छह तेज़ गेंदबाज़ों के पास भारत में 20 से अधिक T20I विकेट हैं, जो उनकी विभिन्न पिचों पर अनुकूलन क्षमता को दर्शाता है।
स्थिर जीके टिप: पहला T20 वर्ल्ड कप 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ था, जहां भारत ने एम.एस. धोनी की कप्तानी में खिताब जीता।
करियर स्नैपशॉट
अर्शदीप सिंह का सफर पावरप्ले की प्रभावशीलता और डेथ ओवर्स की महारत का संतुलन दर्शाता है। 2022 में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी का 2025 तक भारत के मुख्य तेज़ गेंदबाज़ के रूप में उभरना उनकी निरंतरता, अनुकूलन क्षमता और दबाव में मानसिक मजबूती को दिखाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
खिलाड़ी | अर्शदीप सिंह |
डेब्यू | जुलाई 2022 बनाम इंग्लैंड |
मील का पत्थर | 100 T20I विकेट लेने वाले पहले भारतीय |
100वां विकेट किसके खिलाफ | ओमान (विनायक शुक्ला) |
100 विकेट तक मैच | 64 |
कुल गेंदें | 1,329 |
वैश्विक रैंक | चौथे सबसे तेज़ |
विशेषता | पावरप्ले और डेथ ओवर्स |
भारत में विकेट | 28 (औसत 21.00) |
करियर औसत | 18.37 |