परिचय
एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (APEDA) ने BHARATI पहल की शुरुआत की है। यह रणनीतिक कार्यक्रम भारत के कृषि–खाद्य निर्यात क्षेत्र को तेज़ी देने के लिए बनाया गया है। यह पहल आत्मनिर्भर भारत और स्टार्टअप इंडिया विज़न से जुड़ी है, जिससे भारत को वैश्विक कृषि नवाचार और व्यापार केंद्र बनाने का लक्ष्य है।
Static GK तथ्य: APEDA की स्थापना 1986 में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हुई थी।
BHARATI का अर्थ
BHARATI का पूरा नाम है – Bharat’s Hub for Agritech, Resilience, Advancement and Incubation for Export Enablement। यह एक राष्ट्रीय मंच है, जिसका उद्देश्य एग्री–फ़ूड स्टार्टअप्स को पोषित करना और उन्हें वैश्विक बाज़ार की चुनौतियों के लिए तैयार करना है।
प्रमुख उद्देश्य
इस कार्यक्रम का लक्ष्य 2030 तक 100 एग्री–फ़ूड स्टार्टअप्स को समर्थन देना और 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर कृषि निर्यात तक पहुँचना है।
स्टार्टअप्स को तीन महीने का एक्सेलरेशन प्रोग्राम मिलेगा, जिसमें उत्पाद विकास, निर्यात तैयारी, नियामक अनुपालन और बाज़ार पहुँच शामिल होंगे।
नवाचार को बढ़ावा
BHARATI उन स्टार्टअप्स पर ध्यान केंद्रित करता है, जो AI आधारित क्वालिटी कंट्रोल, ब्लॉकचेन ट्रेसबिलिटी, IoT कोल्ड चेन और एग्री–फिनटेक समाधान ला रहे हैं।
Static GK टिप: भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक और फल–सब्ज़ियों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसलिए एग्री-फ़ूड स्टार्टअप्स भारत के मूल्य संवर्धन और निर्यात में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
उच्च मूल्य श्रेणियाँ
स्टार्टअप्स GI टैग उत्पाद, ऑर्गेनिक फ़ूड, सुपरफ़ूड, पशु उत्पाद, AYUSH आधारित उत्पाद और प्रोसेस्ड इंडियन फ़ूड पर काम करेंगे। इनकी वैश्विक मांग अधिक है और ये भारत के निर्यात बास्केट को मज़बूत करेंगे।
निर्यात चुनौतियों का समाधान
BHARATI लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों जैसे गुणवत्ता आश्वासन, शीघ्र नाशवानता, बर्बादी और लॉजिस्टिक्स को हल करने पर केंद्रित है। इससे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत की स्थिति और मजबूत होगी।
कृषि स्टार्टअप्स की भूमिका
स्टार्टअप्स कोल्ड चेन, वेयरहाउसिंग और मार्केट लिंक बनाकर किसानों को सीधे वैश्विक खरीदारों से जोड़ रहे हैं।
वे किसानों को गुणवत्तापूर्ण इनपुट, सलाहकार सेवाएँ भी दे रहे हैं, जिससे उत्पादकता बढ़ रही है। Big Data और IoT आधारित सटीक खेती से मौसम पूर्वानुमान, कीट प्रबंधन और निर्यात योग्य फसल सुनिश्चित हो रही है।
Static GK तथ्य: कृषि निर्यात भारत के कुल निर्यात का लगभग 11% है, जिसमें चावल, समुद्री उत्पाद और मसाले प्रमुख हैं।
बाज़ार संपर्क और वैश्विक उपस्थिति
फ़ार्म–टू–ग्लोबल मॉडल अपनाकर स्टार्टअप्स उत्पादन को अंतरराष्ट्रीय मांग से जोड़ रहे हैं। ट्रेसबिलिटी और प्रोसेसिंग पर ध्यान देकर वे भारत के उत्पादों को वैश्विक मानकों पर खरा उतार रहे हैं।
निष्कर्ष
BHARATI पहल भारत की वैश्विक एग्री–निर्यात नेता बनने की यात्रा में एक मील का पत्थर है। तकनीक, नवाचार और किसान-केन्द्रित समाधानों के एकीकरण से यह भारत के कृषि व्यापार पदचिह्न को दुनिया में विस्तारित कर सकती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लॉन्चिंग प्राधिकरण | एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (APEDA) |
पहल का नाम | BHARATI (Bharat’s Hub for Agritech, Resilience, Advancement and Incubation for Export Enablement) |
उद्देश्य | 2030 तक 100 एग्री-फ़ूड स्टार्टअप्स को समर्थन, 50 बिलियन डॉलर निर्यात लक्ष्य |
कार्यक्रम अवधि | तीन महीने का एक्सेलरेशन प्रोग्राम |
तकनीकी फोकस | AI क्वालिटी कंट्रोल, ब्लॉकचेन ट्रेसबिलिटी, IoT कोल्ड चेन, एग्री-फिनटेक |
उच्च मूल्य श्रेणियाँ | GI टैग उत्पाद, ऑर्गेनिक फ़ूड, सुपरफ़ूड, पशु उत्पाद, AYUSH उत्पाद |
संबोधित चुनौतियाँ | गुणवत्ता, शीघ्र नाशवानता, बर्बादी, लॉजिस्टिक्स |
विज़न लिंक | आत्मनिर्भर भारत और स्टार्टअप इंडिया |
APEDA स्थापना वर्ष | 1986 |
कृषि निर्यात में हिस्सा | भारत के कुल निर्यात का लगभग 11% |