अंगीकार 2025 का शुभारंभ
केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में अंगीकार 2025 की शुरुआत की। यह अभियान प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी 2.0 (PMAY-U 2.0) के अंतर्गत एक विशेष जनसंपर्क पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य आवास वितरण में तेजी लाना और लाभार्थियों को उनके अधिकारों और संबंधित योजनाओं के बारे में जागरूक करना है।
यह पहल 4 सितंबर से 31 अक्टूबर 2025 तक दो महीने चलेगी और 5,000 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) को कवर करेगी।
अभियान के उद्देश्य
अंगीकार 2025 का लक्ष्य पीएमएवाई-यू 2.0 के बारे में बड़े पैमाने पर जागरूकता पैदा करना, आवेदनों का सत्यापन सुनिश्चित करना और स्वीकृत घरों के शीघ्र निर्माण को आगे बढ़ाना है। लाभार्थियों को क्रेडिट रिस्क गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर लो इनकम हाउसिंग (CRGFTLIH) और पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना जैसी जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
स्थिर जीके तथ्य: पीएमएवाई-यू की शुरुआत 2015 में “सबके लिए आवास” के लक्ष्य के साथ हुई थी, जिसे 2022 तक पूरा करना था। बाद में अधूरी मांग को पूरा करने के लिए इसे आगे बढ़ाया गया।
कमजोर वर्गों पर फोकस
इस अभियान में विशेष फोकस समूहों (SFGs) जैसे झुग्गी बस्तियों के लोग, प्रवासी मजदूर, अविवाहित महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक और निम्न-आय वर्ग को प्राथमिकता दी जा रही है। घर-घर अभियान, सामुदायिक कार्यक्रम और ऋण मेले आयोजित किए जा रहे हैं ताकि उनकी अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
यह जमीनी स्तर का दृष्टिकोण जन भागीदारी को मजबूत करता है और लाभार्थियों में स्वामित्व की भावना पैदा करता है।
पीएमएवाई-यू और पीएमएवाई-यू 2.0 की प्रगति
पीएमएवाई-यू के तहत अब तक 120 लाख घरों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 94.11 लाख घर पूरे होकर सौंपे जा चुके हैं। अंगीकार 2025 की शुरुआत शेष घरों को पूरा करने और कवरेज बढ़ाने में सहायक होगी।
पीएमएवाई-यू 2.0 के अंतर्गत सरकार का लक्ष्य 1 करोड़ अतिरिक्त शहरी परिवारों को शामिल करना है। प्रत्येक परिवार को शहरों में पक्का घर बनाने या खरीदने के लिए ₹2.5 लाख की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
स्थिर जीके तथ्य: भारत में पहली “हाउसिंग फॉर ऑल” मिशन 1985 में इंदिरा आवास योजना के रूप में ग्रामीण आवास पर केंद्रित होकर शुरू हुआ था, जो बाद में पीएमएवाई (ग्रामीण और शहरी) में विकसित हुआ।
अंगीकार 2025 का महत्व
यह अभियान सरकार के “सबके लिए आवास” वादे को मजबूत करता है, क्योंकि यह:
- अंतिम छोर तक डिलीवरी की खाई को पाटता है।
- अन्य योजनाओं के साथ तालमेल सुनिश्चित करता है।
- कमजोर वर्गों को आवास अधिकारों तक बेहतर पहुंच देता है।
- शहरी आवास कार्यक्रमों में पारदर्शिता और जवाबदेही को सुदृढ़ करता है।
यह दिखाता है कि सरकार केवल योजनाएं घोषित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके जमीनी असर पर भी ध्यान दे रही है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
शुभारंभ तिथि | 4 सितंबर 2025 |
अवधि | 4 सितंबर – 31 अक्टूबर 2025 |
किसके द्वारा शुभारंभ | केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल |
कवरेज | 5,000+ शहरी स्थानीय निकाय (ULBs) |
जुड़ी योजनाएं | CRGFTLIH, पीएम सूर्य घर योजना |
पीएमएवाई-यू के अंतर्गत स्वीकृत घर | 120 लाख |
पूर्ण घर | 94.11 लाख |
पीएमएवाई-यू 2.0 के अंतर्गत अतिरिक्त लक्ष्य | 1 करोड़ शहरी परिवार |
प्रति परिवार वित्तीय सहायता | ₹2.5 लाख |
मुख्य फोकस | जागरूकता, अंतिम छोर तक डिलीवरी, जन भागीदारी |