लगातार प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पहचान
आंध्र प्रदेश ने लगातार चौथे वर्ष राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार हासिल किया है, जिससे ऊर्जा दक्षता में एक राष्ट्रीय अग्रणी के रूप में उसकी स्थिति मजबूत हुई है। यह पहचान संरचित नीतियों और मापने योग्य परिणामों के माध्यम से ऊर्जा तीव्रता को कम करने के लिए राज्य की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
पुरस्कार की घोषणा राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2025 में की गई, जहाँ आंध्र प्रदेश ग्रुप II में प्रथम पुरस्कार विजेता के रूप में उभरा। राज्य ने भवन, उद्योग, कृषि, परिवहन, नगरपालिका सेवाओं और बिजली वितरण उपयोगिताओं जैसे क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन किया।
स्टेटिक जीके तथ्य: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस हर साल 14 दिसंबर को पूरे भारत में मनाया जाता है।
श्रेणी-वार उत्कृष्टता और मूल्यांकन
राज्यों का मूल्यांकन और समूहीकरण कुल अंतिम ऊर्जा खपत के आधार पर किया जाता है, जिससे तुलनीय क्षेत्रों के बीच निष्पक्ष तुलना सुनिश्चित होती है। आंध्र प्रदेश ने राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक (SEEI)-2025 में प्रभावशाली 89.25 अंकों के साथ ग्रुप II में शीर्ष स्थान हासिल किया।
यह पिछले वर्ष की तुलना में 2.3 प्रतिशत का सुधार था, जो SEEI-2024 में 87.25 से बढ़कर हुआ। लगातार ऊपर की ओर बढ़ता ग्राफ अलग-थलग हस्तक्षेपों के बजाय लगातार नीति कार्यान्वयन को दर्शाता है।
स्टेटिक जीके टिप: राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक सालाना तैयार किया जाता है ताकि राज्यों का नीति, कार्यान्वयन और परिणाम-आधारित ऊर्जा बचत पर मूल्यांकन किया जा सके।
नेतृत्व और संस्थागत समन्वय
यह उपलब्धि मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व और मुख्य सचिव के विजयानंद के नेतृत्व में प्रशासनिक समन्वय को दी गई है। नीतिगत दिशा के साथ-साथ निष्पादन दक्षता ने क्षेत्र-व्यापी परिणाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ऊर्जा मंत्री गोट्टीपति रवि कुमार के समर्थन और एपी राज्य ऊर्जा संरक्षण मिशन (APSECM) के परिचालन नेतृत्व ने संस्थागत अनुवर्ती कार्रवाई को मजबूत किया। सीईओ एस नागलक्ष्मी के तहत मिशन ने विभागों के बीच निगरानी और अभिसरण सुनिश्चित किया।
स्टेटिक जीके तथ्य: ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के तहत कार्य करता है।
नीतिगत ढाँचा और क्षेत्रीय हस्तक्षेप
आंध्र प्रदेश ने एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा नीति और एपी औद्योगिक विकास नीति 4.0 (2024-29) के माध्यम से कई सुधार लागू किए। MSMEs, इलेक्ट्रॉनिक्स और फूड प्रोसेसिंग के लिए खास सेक्टरल पॉलिसियों ने टेक्नोलॉजी अपग्रेड और एनर्जी ऑडिट को सपोर्ट किया।
नॉमिनेटेड नोडल अधिकारियों के साथ सभी विभागों में एनर्जी कंजर्वेशन सेल बनाए गए। पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में एनर्जी कंजर्वेशन बिल्डिंग कोड को लागू करने से स्कूलों, अस्पतालों और ITI में कम्प्लायंस बेहतर हुआ।
नगर पालिकाओं ने एनर्जी-एफिशिएंट पंपिंग सिस्टम अपनाए, जबकि उद्योगों ने एनर्जी लॉस को कम करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट किया। पावर यूटिलिटीज और DISCOMs ने भी डिमांड-साइड मैनेजमेंट पहलों के ज़रिए योगदान दिया।
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और भविष्य की पहुंच
यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली में प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान राज्य की ओर से APSPDCL के CMD एल शिवशंकर ग्रहण करेंगे।
APSECM ने सरकारी विभागों, शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों और समुदायों के बीच पहुंच बढ़ाने की योजनाओं की घोषणा की है। फोकस आर्थिक विकास के साथ संरक्षण को जोड़ते हुए अप्रयुक्त ऊर्जा-बचत क्षमता को अनलॉक करने पर बना हुआ है।
स्टेटिक GK तथ्य: ऊर्जा दक्षता को विश्व स्तर पर पहला ईंधन माना जाता है, क्योंकि यह अतिरिक्त उत्पादन क्षमता के बिना मांग को कम करती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| पुरस्कार | राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2025 |
| विजेता राज्य | आंध्र प्रदेश |
| श्रेणी | समूह II |
| रैंकिंग | प्रथम पुरस्कार |
| एसईईआई स्कोर 2025 | 89.25 |
| स्कोर में सुधार | 2024 की तुलना में 2.3 प्रतिशत वृद्धि |
| मूल्यांकन प्राधिकरण | ऊर्जा दक्षता ब्यूरो |
| प्रमुख कार्यान्वयन संस्था | एपी राज्य ऊर्जा संरक्षण मिशन |
| पुरस्कार तिथि | 14 दिसंबर, राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस |
| आयोजन स्थल | विज्ञान भवन, नई दिल्ली |





