एक रणनीतिक डिजिटल बदलाव
8 अक्टूबर 2025 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की कि उन्होंने अपने आधिकारिक ईमेल संचार प्लेटफ़ॉर्म को Zoho Mail पर स्थानांतरित कर दिया है।
चेन्नई स्थित Zoho Corporation द्वारा निर्मित यह मेल सेवा भारत के आत्मनिर्भर भारत विज़न के अनुरूप एक स्वदेशी तकनीकी पहल का प्रतीक है।
यह कदम भारत के कोर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में स्वदेशी विकल्पों को बढ़ावा देने के उद्देश्य को सुदृढ़ करता है।
स्थिर GK तथ्य: Zoho Corporation की स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बू और टोनी थॉमस ने की थी। यह कंपनी बिना किसी बाहरी वेंचर फंडिंग के वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने वाली कुछ भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों में से एक है।
प्रतीकात्मकता और जन प्रतिक्रिया
अमित शाह ने अपने नए आधिकारिक ईमेल आईडी — amitshah.bjp@zohomail.in — को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया और नागरिकों व अधिकारियों से रिकॉर्ड अपडेट करने का अनुरोध किया।
उनका संदेश — “Thank you for your kind attention to this matter” — पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शैली में लिखा गया था, जिसने घोषणा को वायरल बना दिया।
यह बदलाव केवल एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं, बल्कि एक नीतिगत संकेत है जो बताता है कि सरकार अब Google Workspace और Microsoft 365 जैसी विदेशी सेवाओं के स्थान पर स्वदेशी डिजिटल समाधानों को प्राथमिकता दे रही है।
क्यों महत्वपूर्ण है Zoho Mail
Zoho Mail अपनी गोपनीयता-केंद्रित और विज्ञापन-मुक्त संरचना के लिए जानी जाती है, जो इसे सरकारी संचार के लिए आदर्श मंच बनाती है।
एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री द्वारा इसका उपयोग यह दर्शाता है कि सरकार संवेदनशील संचार चैनलों से विदेशी सॉफ्टवेयर को चरणबद्ध रूप से हटाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
स्थिर GK टिप: Zoho के पास 55 से अधिक उत्पाद हैं जो CRM, ईमेल, वित्त, और मानव संसाधन जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं, और इसके डेटा सेंटर भारत के भीतर स्थित हैं — जिससे देशीय डेटा कानूनों का अनुपालन सुनिश्चित होता है।
यह कदम डेटा लोकलाइजेशन को बढ़ावा देता है और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करता है, क्योंकि इससे विदेशी सर्वरों पर निर्भरता घटेगी।
उद्योग और सरकारी समर्थन
Zoho के CEO श्रीधर वेम्बू ने इसे “भारतीय इंजीनियरों के लिए गर्व का क्षण” बताया और कहा कि यह उनके स्वदेशी उत्पाद विकास मॉडल और ग्रामीण रोजगार दृष्टिकोण की सफलता का प्रतीक है।
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव समेत कई सरकारी अधिकारी भी Zoho के सुइट उत्पादों का उपयोग करने लगे हैं, जिससे डिजिटल स्वदेशी गवर्नेंस (Digital Swadeshi Governance) का रुझान मजबूत हो रहा है।
शिक्षा मंत्रालय और अन्य विभागों ने भी इसी दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
व्यापक परिप्रेक्ष्य: डिजिटल संप्रभुता और नीति
यह कदम ऐसे समय पर आया है जब भारत-अमेरिका व्यापार तनाव बढ़ रहा है, और कुछ भारतीय निर्यातों पर 50% तक टैरिफ लगाया गया है।
भारत इस भू-राजनीतिक अवसर का उपयोग अपने आत्मनिर्भर डिजिटल इंडिया रोडमैप को गति देने के लिए कर रहा है।
सरकार की व्यापक रणनीति में शामिल हैं:
• आधिकारिक संचार के लिए सुरक्षित स्वदेशी डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करना
• डेटा गोपनीयता ढांचे को मजबूत करना
• देशीय टेक कंपनियों में निवेश को प्रोत्साहित करना
• संवेदनशील क्षेत्रों में विदेशी टेक दिग्गजों पर निर्भरता कम करना
स्थिर GK तथ्य: आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत मई 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी, जो पाँच स्तंभों — अर्थव्यवस्था, अवसंरचना, प्रणाली, जनसांख्यिकी और मांग — पर आधारित है।
स्थिर “Usthadian” वर्तमान घटनाएँ सारणी
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
घटना | अमित शाह ने आधिकारिक संचार के लिए Zoho Mail अपनाया |
घोषणा की तिथि | 8 अक्टूबर 2025 |
प्लेटफ़ॉर्म | Zoho Mail (Zoho Corporation) |
मुख्यालय | चेन्नई, तमिलनाडु |
संस्थापक एवं CEO | श्रीधर वेम्बू |
संबंधित पहल | आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी तकनीकी प्रोत्साहन |
संबंधित मंत्री | अश्विनी वैष्णव |
वैश्विक संदर्भ | भारत-अमेरिका डिजिटल और व्यापार तनाव |
उद्देश्य | स्वदेशी तकनीक और डेटा संप्रभुता को बढ़ावा देना |
सरकारी लक्ष्य | राष्ट्रीय सुरक्षा और डिजिटल स्वतंत्रता को सशक्त बनाना |