संविधान दिवस श्रद्धांजलि
भारत ने पेरिस में UNESCO हेडक्वार्टर में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण करके संविधान दिवस मनाया। इस इवेंट ने अंबेडकर के ग्लोबल इंटेलेक्चुअल असर और भारत की संवैधानिक विरासत को एक अहम पहचान दी। इस समारोह में इस बात पर ज़ोर दिया गया कि कैसे अंबेडकर के विचार दुनिया भर में डेमोक्रेटिक मूल्यों को गाइड करते रहते हैं।
स्टेटिक GK फैक्ट: संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को 1949 में संविधान को अपनाने की याद में मनाया जाता है।
UNESCO में भारत का रिप्रेजेंटेशन
इस मूर्ति का अनावरण UNESCO में भारत के परमानेंट डेलीगेशन ने किया, जो इंटरनेशनल लेवल पर नेशनल आइकॉन को सम्मान देने की भारत की डिप्लोमैटिक कोशिशों को दिखाता है। मूर्ति का उद्घाटन UNESCO में भारत के एम्बेसडर और परमानेंट रिप्रेजेंटेटिव विशाल वी शर्मा ने किया। डिप्लोमैट्स, UNESCO के अधिकारी और फ्रांस में रहने वाले भारतीय समुदाय ने इस सेरेमनी में हिस्सा लिया, जिससे विदेशों में भारत की कल्चरल मौजूदगी मज़बूत हुई।
स्टैटिक GK फैक्ट: UNESCO की स्थापना 1945 में हुई थी और इसका हेडक्वार्टर पेरिस, फ्रांस में है।
लीडरशिप मैसेज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस इंस्टॉलेशन की तारीफ़ करते हुए इसे संविधान बनाने वाले को एक सच्ची श्रद्धांजलि बताया। उनके मैसेज में अंबेडकर की बराबरी, न्याय और शिक्षा की ज़िंदगी भर की वकालत पर ज़ोर दिया गया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के एक वीडियो एड्रेस में एक स्कॉलर और समाज सुधारक के तौर पर अंबेडकर की ग्लोबल हैसियत को माना गया।
स्टैटिक GK टिप: अंबेडकर ने भारतीय संविधान की ड्राफ्टिंग कमिटी के चेयरमैन के तौर पर काम किया।
UNESCO के विज़न के साथ तालमेल
एंबेसडर शर्मा ने UNESCO के आदर्शों और अंबेडकर की शिक्षा और सामाजिक न्याय की वकालत के बीच मज़बूत तालमेल पर ज़ोर दिया। इस इवेंट ने इंटरनेशनल स्टेज पर डेमोक्रेटिक गवर्नेंस और सबको साथ लेकर चलने वाले विकास के लिए भारत के कमिटमेंट को मज़बूत किया। इसने यह भी दिखाया कि कल्चरल डिप्लोमेसी भारत की ग्लोबल पहुंच को कैसे बढ़ाती है।
स्टैटिक GK फैक्ट: UNESCO के मिशन में दुनिया भर में शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति और शांति को बढ़ावा देना शामिल है।
अंबेडकर की संवैधानिक विरासत
इस कार्यक्रम में भारत के डेमोक्रेटिक ढांचे को बनाने में अंबेडकर की बुनियादी भूमिका पर ज़ोर दिया गया। उनका योगदान संवैधानिक नैतिकता और सामाजिक सशक्तिकरण के प्रति भारत के कमिटमेंट पर असर डालता रहता है। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के साथ, अंबेडकर की विरासत भारत के राजनीतिक और सामाजिक बदलाव के लिए अहम बनी हुई है।
स्टैटिक GK फैक्ट: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो संविधान लागू होने की याद दिलाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| कार्यक्रम | यूनेस्को पेरिस में अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण |
| अवसर | संविधान दिवस समारोह |
| स्थल | यूनेस्को मुख्यालय, पेरिस |
| प्रमुख प्रतिनिधि | विशाल वी. शर्मा, भारत के यूनेस्को राजदूत |
| मुख्य संदेश | अम्बेडकर की वैश्विक बौद्धिक विरासत को श्रद्धांजलि |
| प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण | समानता, न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों पर जोर |
| सामंजस्य | अम्बेडकर के आदर्श यूनेस्को के विज़न से मेल खाते हैं |
| संविधान अंगीकृत | 26 नवम्बर 1949 |
| संविधान लागू | 26 जनवरी 1950 |
| सांस्कृतिक महत्व | भारत की अंतरराष्ट्रीय पहुंच को मजबूत करता है |





