दिसम्बर 8, 2025 9:22 अपराह्न

AI पायलट लोकल मॉनसून के शुरू होने का अनुमान लगाने में मदद कर रहा है

करंट अफेयर्स: AI-इनेबल्ड मॉनसून का अनुमान, न्यूरलGCM, ECMWF-AIFS, M-किसान, संभावित बारिश के मॉडल, IMD डेटासेट, क्लाइमेट-स्मार्ट खेती, किसान सलाह, बुवाई के फैसले, कई भाषाओं में बातचीत

AI Pilot Advancing Local Monsoon Onset Forecasting

मॉनसून के अनुमान में नई दिशा

सरकार ने खरीफ 2025 सीजन से पहले लोकल मॉनसून के शुरू होने का अनुमान बेहतर बनाने के लिए एक AI-इनेबल्ड पायलट लॉन्च किया है। इस पहल का मकसद किसानों के लिए सटीक और लोकल बारिश की सलाह देकर जल्दी फैसले लेने की क्षमता को मजबूत करना है।

स्टैटिक GK फैक्ट: भारत का दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आमतौर पर जुलाई के बीच तक पूरे देश को कवर कर लेता है, जिससे 50% से ज़्यादा फसल वाले इलाके पर असर पड़ता है।

मिला-जुला AI फ्रेमवर्क

एक मिला-जुला अनुमान फ्रेमवर्क पायलट का मुख्य हिस्सा था। इसमें गूगल का न्यूरलGCM, ECMWF का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फोरकास्टिंग सिस्टम और 125 साल का IMD बारिश का डेटा शामिल था। इस इंटीग्रेशन से संभावित अनुमान मिले, जिससे किसान बारिश के संभावित समय का अनुमान लगा सके और उसी के हिसाब से बुवाई का समय बदल सके।

स्टेटिक GK टिप: IMD 1875 में बना था और इसका हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है।

कई राज्यों में फैलाना

अनुमान M-किसान पोर्टल के ज़रिए फैलाए गए, जिससे 13 राज्यों के 3.88 करोड़ किसानों को SMS एडवाइज़री भेजी गई। ज़्यादा लोगों तक पहुँचने के लिए अनुमान हिंदी, ओडिया, मराठी, बांग्ला और पंजाबी में शेयर किए गए। पायलट ने बिना किसी फाइनेंशियल मदद या सब्सिडी के सिर्फ़ अनुमान बताने पर ध्यान दिया।

किसानों के व्यवहार में बदलाव

मध्य प्रदेश और बिहार में किसान कॉल सेंटर के ज़रिए इकट्ठा किए गए सर्वे के जवाबों से पता चला कि 31–52% किसानों ने AI अनुमानों के आधार पर अपने फ़ैसले बदले। उन्होंने ज़मीन की तैयारी, बुवाई का समय, फसल चुनने और इनपुट के इस्तेमाल में बदलाव किया। यह व्यवहार में बदलाव खेत के लेवल पर क्लाइमेट रेजिलिएंस को मज़बूत करने के लिए AI टूल्स की क्षमता को दिखाता है।

 स्टैटिक GK फैक्ट: किसानों को रियल-टाइम सलाह देने के लिए 2004 में किसान कॉल सेंटर (KCC) शुरू किए गए थे।

टेक-ड्रिवन खेती को मज़बूत करना

इस पहल को लोकसभा में कृषि राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने हाईलाइट किया, और क्लाइमेट-स्मार्ट खेती के लिए AI-ड्रिवन सलाह सिस्टम बनाने में इसकी क्षमता को माना। यह पायलट प्रोजेक्ट भारत के डिजिटल और डेटा-बेस्ड खेती में बदलाव की ओर बड़े पैमाने पर कदम उठाने के साथ मेल खाता है।

स्टैटिक GK टिप: खेती भारत की GDP में लगभग 15% का योगदान देती है, जबकि लगभग 50% वर्कफोर्स को सपोर्ट करती है।

भविष्य की मॉनसून स्ट्रैटेजी के लिए महत्व

स्थानीयकृत AI-बेस्ड अनुमान मौसम से जुड़ी अनिश्चितताओं को कम करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं जो बुवाई और पैदावार के नतीजों पर असर डालती हैं। ऐसे सिस्टम को बढ़ाकर, भारत क्लाइमेट चेंज के दौर में बदलते मॉनसून के लिए अपनी तैयारी बढ़ा सकता है। यह पायलट भविष्य के इनोवेशन के लिए एक टेम्पलेट का काम करता है जो गांव के लेवल पर अनुमान की सटीकता की कमी को पूरा कर सकता है।

Static Usthadian Current Affairs Table

Topic Detail
एआई पायलट उद्देश्य खरीफ 2025 के लिए स्थानीय मानसून आगमन पूर्वानुमान में सुधार
उपयोग किए गए प्रमुख एआई मॉडल NeuralGCM, ECMWF-AIFS, IMD के 125 वर्षों के वर्षा डेटा के साथ
पूर्वानुमान प्रकार संभाव्य (probabilistic) स्थानीय मानसून आगमन प्रक्षेपण
किसान पहुँच 13 राज्यों के 3.88 करोड़ किसान
प्रसारण माध्यम M-Kisan SMS प्लेटफ़ॉर्म
उपयोग की गई भाषाएँ हिंदी, ओड़िया, मराठी, बांग्ला, पंजाबी
सर्वेक्षण निष्कर्ष 31–52% किसानों ने पूर्वानुमानों के आधार पर निर्णय बदले
सर्वेक्षित राज्य मध्य प्रदेश और बिहार
मंत्रालय का बयान लोकसभा में मंत्री रामनाथ ठाकुर द्वारा रेखांकित
व्यापक लक्ष्य एआई-आधारित सलाह के माध्यम से जलवायु-स्मार्ट कृषि को समर्थन देना
AI Pilot Advancing Local Monsoon Onset Forecasting
  1. खरीफ 2025 में मॉनसून के शुरू होने के अनुमान के लिए एक AI-इनेबल्ड पायलट लॉन्च किया गया था।
  2. यह लोकल बारिश की सलाह के साथ क्लाइमेटस्मार्ट खेती को सपोर्ट करता है।
  3. यह फ्रेमवर्क न्यूरलGCM, ECMWF-AIFS और IMD डेटा को मिलाता है।
  4. AI संभावित मॉनसून ऑनसेट अनुमान बनाता है।
  5. अनुमान 13 राज्यों के 88 करोड़ किसानों तक पहुंचे।
  6. अलर्ट हिंदी, ओडिया, मराठी, बांग्ला, पंजाबी में भेजे गए।
  7. पायलट ने सिर्फ़ जानकारी फैलाने पर ध्यान दिया, सब्सिडी पर नहीं।
  8. सर्वे से पता चला कि 31–52% किसान अनुमान के आधार पर अपने फैसले बदल दिए।
  9. किसानों ने बुवाई, फसल चयन और इनपुट इस्तेमाल में बदलाव किया।
  10. किसान कॉल सेंटर ने लोगों के व्यवहार के बारे में जानकारी इकट्ठा की।
  11. इस पहल को लोकसभा में हाईलाइट किया गया।
  12. यह डेटा-आधारित फार्म डिसीजनमेकिंग को बढ़ावा देता है।
  13. AI गांव के लेवल पर मौसम की अनिश्चितता को कम करने में मदद करता है।
  14. IMD के 125 साल के रेनफॉल डेटासेट ने मॉडल की सटीकता को मजबूत किया है।
  15. बेहतर अनुमानों से फसल नुकसान का खतरा कम होता है।
  16. सलाह स्थानविशिष्ट दी जाती है।
  17. AI टूल किसानों की इनकम स्टेबिलिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
  18. इस मॉडल को हीटवेव और एक्सेस रेनफॉल अनुमान तक बढ़ाया जा सकता है।
  19. भारत AI-आधारित कृषि सलाह में लीडर बन रहा है।
  20. यह पायलट एडवांस्ड क्लाइमेट मॉडल को फार्म डिसीजन से जोड़ता है।

Q1. संभाव्य मानसूनी पूर्वानुमान तैयार करने के लिए किन कृत्रिम बुद्धिमत्ता मॉडलों का संयोजन किया गया?


Q2. एम–किसान मंच के माध्यम से कितने किसानों को ये कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित परामर्श संदेश प्राप्त हुए?


Q3. सर्वेक्षणों ने किसानों में किस प्रकार के व्यवहारिक परिवर्तन का संकेत दिया?


Q4. संसद में इस पायलट परियोजना की सफलता को किस मंत्रालय ने रेखांकित किया?


Q5. इस कृत्रिम बुद्धिमत्ता पायलट का व्यापक उद्देश्य क्या है?


Your Score: 0

Current Affairs PDF December 8

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.