ऐतिहासिक शुभारंभ
10 सितंबर 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन – आदि कर्मयोगी अभियान के दौरान जनजातीय कार्य मंत्रालय ने आदि संस्कृति डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म का शुभारंभ किया।
इसका उद्घाटन जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके ने किया।
यह विश्व की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी फॉर ट्राइबल कल्चर है, जिसका उद्देश्य परंपराओं का संरक्षण, शिक्षा को बढ़ावा, और कारीगरों की आजीविका को सशक्त बनाना है।
Static GK तथ्य: जनजातीय कार्य मंत्रालय की स्थापना 1999 में की गई थी, इसे सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय से अलग कर बनाया गया था।
तीन मुख्य स्तंभ
यह प्लेटफ़ॉर्म तीन आधार स्तंभों पर निर्मित है:
आदि विश्वविद्यालय
- डिजिटल ट्राइबल आर्ट अकादमी
- 45 इंटरैक्टिव कोर्स
- विषय: जनजातीय नृत्य, संगीत, चित्रकला, लोककथाएं, हस्तशिल्प
- वैश्विक स्तर पर डिजिटल माध्यम से भारतीय जनजातीय धरोहर का अनुभव
आदि संपदा
- 5,000 से अधिक दस्तावेज़ों का सामाजिक–सांस्कृतिक संग्रह
- विषय: वस्त्र, नृत्य, चित्रकला, कलाकृतियां, आजीविका
- जनजातीय परंपराओं का स्थायी डिजिटल आर्काइव
आदि हाट
- ऑनलाइन मार्केटप्लेस
- शुरुआती चरण में TRIFED से जुड़ा
- जनजातीय कारीगरों को सीधे खरीदारों से जोड़ना
- आगे चलकर ई–मार्केटप्लेस के रूप में विस्तार
Static GK टिप: TRIFED (Tribal Cooperative Marketing Development Federation of India) की स्थापना 1987 में जनजातीय कार्य मंत्रालय के तहत की गई थी।
जनजातीय अनुसंधान संस्थानों की भूमिका
- पहल में 15 राज्यों के Tribal Research Institutes (TRIs) शामिल हैं:
आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश। - इससे स्थानीय भागीदारी, सही दस्तावेज़ीकरण और सांस्कृतिक विविधता का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होगा।
व्यापक महत्व
- यह प्लेटफ़ॉर्म परंपरागत ज्ञान को तकनीक से जोड़ता है।
- वैश्विक पहुंच और आर्थिक अवसर देकर यह कारीगरों की गरिमा को बढ़ाता है।
- यह भारत की जनजातीय धरोहर को डिजिटल युग में स्थापित करता है।
Static GK तथ्य: भारत में 700 से अधिक जनजातीय समूह हैं, जो देश की कुल जनसंख्या का लगभग 8.6% हिस्सा हैं (जनगणना 2011)।
जुड़ी हुई पहल
- आदि संस्कृति प्लेटफ़ॉर्म को आदि वाणी (AI-आधारित जनजातीय भाषा अनुवादक) जैसी पहलों से जोड़ा गया है।
- यह पहल दिखाती है कि मंत्रालय सांस्कृतिक समावेशन के लिए तकनीक का उपयोग कर रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लॉन्च तिथि | 10 सितंबर 2025 |
स्थल | भारत मंडपम, नई दिल्ली |
लॉन्च करने वाला | जनजातीय कार्य मंत्रालय |
मंत्री | श्री दुर्गादास उइके |
प्रमुख घटक | आदि विश्वविद्यालय, आदि संपदा, आदि हाट |
कोर्स की संख्या | 45 डिजिटल कोर्स |
संग्रह सामग्री | 5,000+ सांस्कृतिक दस्तावेज़ |
संबद्ध एजेंसी | TRIFED |
भाग लेने वाले राज्य | 15 राज्य (ओडिशा, गुजरात, तमिलनाडु सहित) |
पूर्व पहल | आदि वाणी (AI-आधारित भाषा अनुवादक) |