स्थायी औद्योगिक प्रथाओं को बढ़ावा
भारत सरकार ने ADEETIE योजना (Assistance in Deploying Energy Efficient Technologies in Industries & Establishments) की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) में ऊर्जा कुशल तकनीकों को अपनाना है।
यह योजना उद्योगों की ऊर्जा खपत को घटाकर उत्पादकता बढ़ाने, तकनीकी उन्नयन को गति देने, और ग्रीन ट्रांजिशन को सशक्त करने पर केंद्रित है।
योजना का दायरा और पात्रता
इस योजना को ऊर्जा मंत्रालय के अधीन बीईई (Bureau of Energy Efficiency) द्वारा लागू किया जा रहा है। यह 2025–26 से 2027–28 तक तीन वर्षों के लिए प्रभावी रहेगी और इसकी कुल बजटीय राशि ₹1000 करोड़ है।
केवल वही MSME पात्र हैं, जो उद्ययम ID पंजीकरण के साथ कम से कम 10% ऊर्जा बचत दिखा सकें। योजना में पीतल, सिरेमिक, रसायन, खाद्य प्रसंस्करण, मछली पालन सहित 14 ऊर्जा–गहन क्षेत्रों को लक्षित किया गया है।
स्थैतिक जीके तथ्य: MSME क्षेत्र भारत के GDP में लगभग 30% योगदान देता है और यह रोज़गार और निर्यात का मुख्य स्रोत है।
चरणबद्ध कार्यान्वयन रणनीति
ADEETIE योजना को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में 60 औद्योगिक क्लस्टर, और दूसरे चरण में 100 अतिरिक्त क्लस्टर शामिल होंगे। यह तरीका स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगा।
साथ ही, यह योजना हरित ऊर्जा गलियारों (Green Energy Corridors) को भी बढ़ावा देगी, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा को मौजूदा औद्योगिक ढांचे से जोड़ा जा सकेगा।
वित्तीय सहायता और ब्याज में रियायत
योजना के अंतर्गत MSMEs को ब्याज में सब्सिडी दी जाएगी – सूक्ष्म और लघु इकाइयों को 5%, और मध्यम इकाइयों को 3% की रियायत मिलेगी।
साथ ही, पात्र इकाइयों को इंवेस्टमेंट ग्रेड एनर्जी ऑडिट और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कराने में सहायता दी जाएगी।
तकनीकी और डिजिटल सहायता
BEE इस योजना के तहत MSMEs को ऊर्जा ऑडिट से लेकर तकनीकी क्रियान्वयन तक पूरे जीवनचक्र में मार्गदर्शन देगा।
यह पहल BEE की अन्य योजनाओं जैसे:
- BEE–SME कार्यक्रम
- ऊर्जा दक्षता एवं तकनीकी उन्नयन कार्यक्रम
- SIDHIEE पोर्टल (डेटा और डिजिटल टूल्स का मंच)
से भी जुड़ी है।
स्थैतिक जीके टिप: ऊर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001 भारत में BEE और ऊर्जा संरक्षण प्रयासों का कानूनी आधार है।
राष्ट्रीय ऊर्जा लक्ष्यों से जुड़ाव
ADEETIE योजना पेरिस समझौते के तहत भारत की राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित प्रतिबद्धताओं (NDCs) से जुड़ी है। यह भारत के 2070 तक Net Zero कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान करेगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
योजना का नाम | ADEETIE – ऊर्जा कुशल तकनीकों को उद्योगों में लागू करने हेतु सहायता |
मंत्रालय | विद्युत मंत्रालय |
कार्यान्वयन संस्था | ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) |
कुल बजट | ₹1000 करोड़ |
अवधि | FY 2025–26 से 2027–28 तक |
पात्रता | Udyam ID वाले MSME और 10% ऊर्जा बचत |
ब्याज सब्सिडी | 5% (सूक्ष्म/लघु), 3% (मध्यम इकाइयाँ) |
लक्षित क्षेत्र | 14 ऊर्जा-गहन क्षेत्र (जैसे पीतल, सिरेमिक, रसायन) |
चरण | पहले 60 क्लस्टर, फिर 100 और |
सहायक पहल | SIDHIEE पोर्टल, BEE–SME प्रोग्राम, तकनीकी उन्नयन योजना |