सितम्बर 12, 2025 5:27 अपराह्न

भारत में अकाउंट एग्रीगेटर सिस्टम

चालू घटनाएँ: अकाउंट एग्रीगेटर, RBI, डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, 112 मिलियन उपयोगकर्ता, डेटा सशक्तिकरण, वित्तीय समावेशन, सहमति-आधारित डेटा शेयरिंग, फिनटेक इकोसिस्टम, वित्तीय डेटा सुरक्षा, व्यक्तिगत डेटा एक्सेस

Account Aggregator System in India

अकाउंट एग्रीगेटर की तेज़ वृद्धि

भारत का अकाउंट एग्रीगेटर (AA) ढांचा डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनकर उभर रहा है। 2021 में शुरू हुआ यह सिस्टम अब तक 112 मिलियन पंजीकृत उपयोगकर्ताओं तक पहुँच चुका है। इतनी तेज़ी से अपनाया जाना दर्शाता है कि भारतीय नागरिक सुरक्षित वित्तीय डेटा शेयरिंग के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भरोसा कर रहे हैं।

Static GK तथ्य: भारत का AA ढांचा दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते सहमति-आधारित डेटा शेयरिंग मॉडलों में से एक माना जाता है।

भारतीय रिज़र्व बैंक की भूमिका

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) देश में अकाउंट एग्रीगेटर्स को विनियमित और लाइसेंस प्रदान करता है। इन्हें NBFC-Account Aggregators (NBFC-AA) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ये संस्थाएँ मध्यस्थ की भूमिका निभाती हैं ताकि व्यक्ति और व्यवसाय सुरक्षित और पारदर्शी तरीके से अपना वित्तीय डेटा साझा कर सकें।

Static GK तथ्य: RBI की स्थापना 1935 में हुई थी और इसे 1949 में राष्ट्रीयकृत किया गया।

अकाउंट एग्रीगेटर कैसे काम करता है

यह ढांचा उपयोगकर्ताओं को अपने वित्तीय डेटा पर पूरा नियंत्रण देता है। उपयोगकर्ता की सहमति से AA बैंक, बीमा कंपनियों, पेंशन फंड और अन्य वित्तीय संस्थानों से जानकारी इकट्ठा कर अधिकृत वित्तीय सेवा प्रदाताओं को साझा करता है। यह प्रणाली डेटा सशक्तिकरण को मजबूत करते हुए गोपनीयता की रक्षा करती है।

Static GK तथ्य: AA सिस्टम डेटा एंपावरमेंट एंड प्रोटेक्शन आर्किटेक्चर (DEPA) पर आधारित है, जिसे नीति आयोग ने पेश किया था।

उपभोक्ताओं और अर्थव्यवस्था के लिए लाभ

व्यक्तिगत स्तर पर AA से लोन आवेदन, क्रेडिट असेसमेंट और व्यक्तिगत वित्त प्रबंधन सरल हो जाता है। छोटे व्यवसायों के लिए यह सत्यापित वित्तीय डेटा को सुरक्षित रूप से साझा करके वर्किंग कैपिटल तक पहुँच आसान बनाता है। इससे कागज़ी काम घटता है और फिनटेक इकोसिस्टम में फैसले तेज़ी से लिए जाते हैं।

Static GK तथ्य: भारत में 7,400 से अधिक फिनटेक कंपनियाँ हैं, जो इसे दुनिया के सबसे बड़े फिनटेक हब में से एक बनाती हैं।

भविष्य की संभावनाएँ

AA का विस्तार भारत की उस बड़ी दृष्टि के अनुरूप है जिसमें UPI और आधार जैसी विश्वसनीय डिजिटल प्रणालियाँ बनाई गई हैं। जैसे-जैसे और वित्तीय संस्थाएँ जुड़ेंगी, AA नेटवर्क क्रेडिट तक पहुँच, वित्तीय समावेशन और डिजिटल अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा देगा।

Static GK तथ्य: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) 2016 में NPCI द्वारा लॉन्च किया गया था और आज यह हर महीने अरबों लेन-देन करता है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
अकाउंट एग्रीगेटर लॉन्च वर्ष 2021
नियामक प्राधिकरण भारतीय रिज़र्व बैंक
मौजूदा उपयोगकर्ता संख्या 112 मिलियन
RBI वर्गीकरण NBFC-Account Aggregator
मुख्य संरचना DEPA (डेटा एंपावरमेंट एंड प्रोटेक्शन आर्किटेक्चर)
प्रमुख लाभ सहमति-आधारित वित्तीय डेटा शेयरिंग
क्षेत्रीय कवरेज बैंक, बीमा, पेंशन, म्यूचुअल फंड
अर्थव्यवस्था में भूमिका क्रेडिट तक पहुँच और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना
अन्य डिजिटल ढांचे से संबंध UPI, आधार, डिजिलॉकर
भारत की स्थिति विश्व के सबसे तेज़ी से बढ़ते AA सिस्टम में से एक
Account Aggregator System in India
  1. अकाउंट एग्रीगेटर (AA) सिस्टम डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का एक स्तंभ है।
  2. 2021 में लॉन्च होने के बाद से, इसके पंजीकृत उपयोगकर्ताओं की संख्या 112 मिलियन तक पहुँच गई है।
  3. यह विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर वित्तीय डेटा के सुरक्षित, सहमति-आधारित साझाकरण की अनुमति देता है।
  4. RBI, AA को NBFC-अकाउंट एग्रीगेटर के रूप में नियंत्रित और लाइसेंस देता है।
  5. AA वित्तीय संस्थानों और उपयोगकर्ताओं के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं।
  6. उपयोगकर्ता अपने डेटा एक्सेस को नियंत्रित कर सकते हैं, इसे केवल सहमति प्राप्त संस्थाओं के साथ साझा कर सकते हैं।
  7. AA बैंकों, बीमा कंपनियों और पेंशन फंडों से डेटा एकत्र करते हैं।
  8. यह सिस्टम डेटा गोपनीयता की सुरक्षा करते हुए वित्तीय सशक्तिकरण में सुधार करता है।
  9. नीति आयोग द्वारा लॉन्च किया गया DEPA फ्रेमवर्क, इस सिस्टम की रीढ़ है।
  10. यह उपभोक्ताओं के लिए ऋण आवेदनों और क्रेडिट मूल्यांकन को सरल बनाता है।
  11. AA छोटे व्यवसायों को सत्यापित वित्तीय डेटा के साथ कार्यशील पूंजी तक पहुँचने में मदद करते हैं।
  12. इस पारिस्थितिकी तंत्र में 7,400 से अधिक फिनटेक कंपनियाँ शामिल हैं, जो भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाती हैं।
  13. निर्बाध पहुँच के लिए UPI और आधार, AA नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।
  14. AA कागजी कार्रवाई को कम करते हैं और वित्तीय निर्णय लेने में तेज़ी लाते हैं।
  15. यह विस्तार ऋण पहुँच, समावेशन और डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास का समर्थन करता है।
  16. इस प्रणाली को दुनिया भर में सबसे तेज़ी से बढ़ते सहमति-आधारित मॉडलों में से एक माना जाता है।
  17. 2016 में लॉन्च किया गया UPI, हर महीने अरबों लेनदेन संसाधित करता है।
  18. AA पारदर्शी और सुरक्षित डेटा विनिमय सुनिश्चित करके विश्वास का निर्माण करते हैं।
  19. भविष्य की संभावनाओं में व्यक्तिगत वित्त और उन्नत ऋण प्रणालियाँ शामिल हैं।
  20. भारत का विज़न UPI ​​और आधार जैसे विश्वसनीय डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म की नकल करना है।

Q1. अकाउंट एग्रीगेटर ढाँचा किस वर्ष शुरू किया गया था?


Q2. भारत में अकाउंट एग्रीगेटर को कौन-सी संस्था नियंत्रित करती है?


Q3. अकाउंट एग्रीगेटर ढाँचे को कौन-सी मुख्य संरचना समर्थन देती है?


Q4. वर्ष 2025 तक अकाउंट एग्रीगेटर प्रणाली में कितने उपयोगकर्ता पंजीकृत हैं?


Q5. छोटे व्यवसायों को अकाउंट एग्रीगेटर प्रणाली से क्या लाभ मिलता है?


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