विद्यालयों में छिपी स्वास्थ्य समस्या को पहचानना
तमिलनाडु के विरुधुनगर ज़िला प्रशासन ने बच्चों में एक आम लेकिन प्रायः अनदेखी की जाने वाली दंत समस्या—मैलोक्लूजन (उभरे हुए दांत)—को दूर करने की दिशा में एक अभिनव पहल शुरू की है। यह स्थिति यद्यपि सौंदर्य से संबंधित मानी जाती है, फिर भी यह बच्चों के आत्मविश्वास और सामाजिक संवाद को गहराई से प्रभावित करती है। इस स्वास्थ्य अंतर को पहचानते हुए, ज़िले ने एक विशेष हस्तक्षेप योजना शुरू की।
स्कूल स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से ज़रूरत की पहचान
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के अंतर्गत विरुधुनगर में स्कूल स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में 568 छात्रों में मैलोक्लूजन की पहचान हुई। लेकिन एक बड़ी चुनौती तब सामने आई जब यह पाया गया कि मौजूदा किसी भी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना में इस प्रकार के उपचार को शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि इसे आवश्यक स्वास्थ्य सेवा की श्रेणी में नहीं रखा गया था।
मल्लरुम पुनगई परियोजना की शुरुआत
इस शून्य को भरने के लिए विरुधुनगर के जिला कलेक्टर ने वर्ष 2024 की शुरुआत में ‘मल्लरुम पुनगई’ परियोजना शुरू की। इस पहल के तहत सरकारी स्कूलों के बच्चों को एक निजी डेंटल अस्पताल में ब्रेसिज़ लगवाने के लिए विशेष ऑर्थोडॉन्टिक उपचार प्रदान किया जा रहा है। ‘मल्लरुम पुनगई’ का अर्थ है “खिलती मुस्कान“, जो इस परियोजना के उद्देश्य—बच्चों की मुस्कान और आत्मसम्मान दोनों को बहाल करने—को दर्शाता है।
सामुदायिक कल्याण के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी
इस नवाचारी दृष्टिकोण के तहत, बच्चों को समूहों में डेंटल अस्पताल ले जाया जा रहा है ताकि उपचार नियमित और सुव्यवस्थित हो। यह परियोजना सार्वजनिक और निजी भागीदारी (PPP) का एक आदर्श उदाहरण है, जो यह दर्शाता है कि प्रशासनिक नवाचार किस प्रकार महत्वपूर्ण सेवा अंतर को भर सकता है। यह पहल ना केवल दंत संरेखण में सुधार करती है, बल्कि बच्चों के मनोवैज्ञानिक और सामाजिक आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देती है।
STATIC GK SNAPSHOT
| श्रेणी | विवरण |
| जिला | विरुधुनगर, तमिलनाडु |
| परियोजना का नाम | मल्लरुम पुनगई |
| किसने शुरू की | विरुधुनगर के जिला कलेक्टर |
| संबोधित स्वास्थ्य समस्या | मैलोक्लूजन (उभरे हुए दांत) |
| पहचान विधि | राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) |
| लाभान्वित छात्र | 568 छात्र |
| उपचार प्रकार | ऑर्थोडॉन्टिक ब्रेसिज़ |
| परियोजना प्रकृति | सार्वजनिक-निजी भागीदारी (डेंटल अस्पताल) |
| आरंभ वर्ष | 2024 की शुरुआत |





