चुनौतीपूर्ण भूभाग में युद्ध जैसे हालातों का अभ्यास
भारतीय वायुसेना ने हाल ही में ‘आक्रमण‘ नामक अभ्यास आयोजित किया, जो एक उच्च तीव्रता वाला युद्धाभ्यास था, जिसका उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्रों और जमीनी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक का अनुकरण करना था। भारत–पाकिस्तान तनाव के बीच आयोजित इस अभ्यास ने वायुसेना की तत्परता और प्रतिकार क्षमता को दर्शाया। राफेल और सु-30MKI जैसे आधुनिक लड़ाकू विमानों की भागीदारी इस अभ्यास को रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाती है।
राफेल और सु-30MKI ने निभाई मुख्य भूमिका
अंबाला और पश्चिम बंगाल वायुसैनिक अड्डों से तैनात राफेल जेट, अपने स्टील्थ, उच्च गतिशीलता और सटीक हमला क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं। इनकी सहायता से भारतीय बहु–भूमिका लड़ाकू विमान सु-30MKI ने भी अभ्यास में हिस्सा लिया। हिमालयी क्षेत्रों में युद्ध जैसी परिस्थितियों का अभ्यास, भारत की ऊँचाई वाले क्षेत्रों में एयर स्ट्राइक रणनीति को परखने का अवसर प्रदान करता है।
तकनीक आधारित युद्ध तैयारी
‘आक्रमण’ अभ्यास में Meteor हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल और Rampage जमीनी लक्ष्य भेदी मिसाइलों का उपयोग किया गया। इन मिसाइलों ने दूरी, सटीकता और प्रतिरोध क्षमता में भारतीय वायुसेना को विशिष्ट बढ़त दिलाई। इसके साथ ही, S-400 एयर डिफेंस सिस्टम, जो दुश्मन के विमानों और निगरानी प्रणाली को निष्क्रिय करने में सक्षम है, को भी सक्रिय किया गया। इस अभ्यास ने भारत की स्तरीय रक्षा संरचना और वायु क्षेत्र में रणनीतिक बढ़त को साबित किया।
प्रशिक्षित पायलटों और रणनीतिक निरीक्षण के तहत संचालन
टॉप गन स्तर के प्रशिक्षित पायलटों और वरिष्ठ प्रशिक्षकों की देखरेख में यह अभ्यास हुआ। वायुसेना मुख्यालय ने अभ्यास की निगरानी की, जिससे तत्काल प्रतिक्रिया, आधुनिक तकनीक और आक्रामक रणनीति पर ध्यान केंद्रित किया गया। इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर तकनीकों का उपयोग कर शत्रु के रडार और संचार को बाधित करना, भारत की गैर–घातक युद्ध क्षमता में हो रहे विकास को दर्शाता है।
क्षेत्रीय सुरक्षा पर असर
पाहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के तुरंत बाद इस अभ्यास का आयोजन किया गया। इसने भारत की डिटरेंस नीति और रणनीतिक तत्परता को प्रदर्शित किया। उसी अवधि में पाकिस्तान द्वारा कराची तट के पास मिसाइल परीक्षण किए जाने ने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया। भारत द्वारा तेजी से की गई तैनाती और सटीक अभ्यास, सीमा पार खतरों के प्रति कड़ा संदेश और वायु प्रभुत्व की पुष्टि के रूप में देखा गया।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान सारांश (STATIC GK SNAPSHOT)
श्रेणी | विवरण |
अभ्यास का नाम | आक्रमण अभ्यास |
आयोजक | भारतीय वायुसेना |
प्रमुख विमान | राफेल जेट्स, सु-30MKI |
परीक्षण हथियार | Meteor मिसाइल, Rampage मिसाइल |
प्रयोग की गई रक्षा प्रणाली | S-400 एयर डिफेंस सिस्टम |
मुख्य विशेषताएँ | ग्राउंड अटैक, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, लाइव फायर अभ्यास |
संचालन पर्यवेक्षण | “टॉप गन” पायलट, IAF मुख्यालय |
रणनीतिक संदर्भ | पाहलगाम आतंकी हमला, पाकिस्तान मिसाइल परीक्षण |
उद्देश्य | एयरस्ट्राइक क्षमताओं की जांच, तत्परता और प्रतिरोध शक्ति बढ़ाना |