नंगल को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाएगा
‘बदलता पंजाब’ बजट 2025–26 के तहत, पंजाब सरकार ने नंगल शहर को प्रमुख पर्यटन स्थल में बदलने के लिए ₹10 करोड़ की योजना की घोषणा की है। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने नंगल की प्राकृतिक सुंदरता और भाखड़ा-नंगल डैम के निकटता को देखते हुए इसे पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत संभावनाशील बताया। यह विकास योजना आधारभूत संरचना के सुधार, स्थानीय आकर्षणों को बढ़ावा देने और आतिथ्य एवं यात्रा क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने पर केंद्रित है।
झज्जर बचौली में पंजाब की पहली चीता सफारी
श्री आनंदपुर साहिब स्थित झज्जर बचौली वन्यजीव अभयारण्य को पंजाब की पहली समर्पित चीता सफारी के रूप में विकसित किया जाएगा। यह ईको-पर्यटन पहल पर्यटकों को प्राकृतिक वातावरण में चीतों और अन्य देशी वन्यजीवों को देखने का मौका देगी। यह सफारी जैव विविधता संरक्षण और सतत पर्यटन व्यवहार के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है।
गुरु तेग बहादुर साहिब जी की विरासत को सम्मान
गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्ष के अवसर पर, श्री आनंदपुर साहिब में आधारभूत ढांचे के विकास और विरासत संरक्षण के लिए विशेष बजट आवंटित किया गया है। सरकार का उद्देश्य सड़कों, तीर्थयात्रियों की सुविधाओं और ऐतिहासिक स्थलों को सुधारकर आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और महान सिख गुरु की विरासत को सम्मानित करना है।
पर्यटन के माध्यम से आर्थिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण
विरासत और ईको-पर्यटन में निवेश के ज़रिए पंजाब का लक्ष्य देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करना है, जिससे संबंधित क्षेत्रों जैसे कि होटल, हस्तशिल्प, परिवहन आदि में व्यापक विकास हो सके। नंगल और झज्जर बचौली का संयुक्त विकास, राज्य की पर्यटन-आधारित अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगा, स्थानीय व्यवसायों को समर्थन देगा और पंजाब की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करेगा। ये परियोजनाएं पर्यावरणीय चेतना और उत्तरदायी पर्यटन व्यवहार को भी बढ़ावा देंगी।
Static GK जानकारी सारांश
श्रेणी | विवरण |
राज्य | पंजाब |
मुख्यमंत्री | भगवंत सिंह मान |
बजट वर्ष | 2025–26 |
पर्यटन हब पहल | नंगल |
प्रारंभिक आवंटन | ₹10 करोड़ |
पहली चीता सफारी का स्थान | झज्जर बचौली वन्यजीव अभयारण्य, आनंदपुर साहिब |
स्मारक परियोजना | गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत |
अपेक्षित लाभ | ईको-पर्यटन, रोजगार, विरासत संरक्षण |
ज़िम्मेदार मंत्री | हरजोत सिंह बैंस (शिक्षा मंत्री) |