म्यांमार में भूकंप के बाद भारत की त्वरित मानवीय प्रतिक्रिया
29 मार्च 2025 को, भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया, जो म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के पीड़ितों की सहायता हेतु एक त्वरित मानवीय मिशन है। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग के बीच उच्च स्तरीय फोन कॉल के बाद शुरू की गई। इस भूकंप में 1,600 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है, विशेषकर राजनीतिक रूप से अस्थिर सागाइंग क्षेत्र में। भारत की प्रतिक्रिया शीघ्र, संवेदनशील और पड़ोसी पहले की नीति के अनुरूप रही।
राहत संचालन और तैनाती रणनीति
कुछ ही घंटों में, भारतीय वायुसेना के C-130 विमान हिंडन एयरबेस से उड़ान भर चुके थे, जो चिकित्सा किट, टेंट, खाद्य सामग्री और बचाव उपकरण लेकर यांगून पहुंचे। इसके बाद दो और उड़ानें हुईं, जिससे भारत की क्षेत्रीय फर्स्ट रिस्पॉन्डर के रूप में भूमिका और मजबूत हुई। इसके अलावा, आगरा से एक फील्ड हॉस्पिटल रवाना किया गया, जिसमें शत्रुजीत ब्रिगेड के 118 सदस्य शामिल हैं और जिसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल कर रहे हैं। यह अस्पताल सर्जरी, डेंटल और महिला स्वास्थ्य इकाइयों से सुसज्जित है, और ऑपरेशन दोस्त (तुर्की, 2023) की सफलता को दोहराने की तैयारी में है।
रणनीतिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण
हालांकि म्यांमार में सेना और जातीय सशस्त्र संगठनों (EAOs) के बीच संघर्ष चल रहा है, भारत अपनी सहायता म्यांमार सरकार के माध्यम से भेज रहा है। लॉजिस्टिक चुनौतियां विशेष रूप से ईएओ-नियंत्रित क्षेत्रों में मौजूद हैं। इस कारण समुद्री और वायु मार्गों को प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि मणिपुर और मिजोरम के ज़रिए भू-मार्ग भी संभव हैं यदि स्थानीय पहुँच स्थिर हो जाए। विदेश मंत्रालय (MEA) म्यांमार में मौजूद 20 लाख भारतीय मूल के लोगों के साथ संपर्क में है, और अब तक किसी भारतीय की मृत्यु की पुष्टि नहीं हुई है।
दीर्घकालिक दृष्टिकोण और वैश्विक सहयोग
भारत की यह सहायता केवल आपातकालीन राहत तक सीमित नहीं है। 50 टन राहत सामग्री लेकर 4 नौसैनिक जहाज़ HADR प्रोटोकॉल के तहत तैयार खड़े हैं। सरकार पुनर्वास कार्यों के लिए इंजीनियरिंग टीमों को भी भेजने की योजना बना रही है। भारत का यह दृष्टिकोण—दयालु, समन्वित और रणनीतिक—दुनियाभर में सराहा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत म्यांमार के पुनर्निर्माण में एक भरोसेमंद भागीदार बना रहेगा, और संकट के समय क्षेत्रीय एकजुटता को मजबूत करेगा।
Static GK जानकारी सारांश
श्रेणी | विवरण |
ऑपरेशन का नाम | ऑपरेशन ब्रह्मा |
शुरुआत की तारीख | 29 मार्च 2025 |
म्यांमार में हताहत | 1,644+ (हालिया रिपोर्ट अनुसार) |
भारतीय वायुसेना की तैनाती | C-130 विमान, हिंडन एयरबेस से |
फील्ड अस्पताल | आगरा से, 118 कर्मियों के साथ (शत्रुजीत ब्रिगेड) |
टीम नेतृत्व | लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल |
नौसेना समर्थन | 4 जहाज़, 50 टन राहत सामग्री के साथ |
सहयोगी मंत्रालय | विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय |
ऐतिहासिक सन्दर्भ | ऑपरेशन दोस्त (तुर्की, फरवरी 2023) |
भू-राजनीतिक चुनौती | ईएओ-नियंत्रित क्षेत्रों में राहत पहुँचाना |
संभावित भू-मार्ग | मणिपुर और मिजोरम के ज़रिए (म्यांमार की स्वीकृति पर निर्भर) |