भारत में राइड-हेलिंग सेवा का नया युग
भारत सरकार जल्द ही ‘सहकार टैक्सी सेवा’ शुरू करने जा रही है, जो ओला और उबर जैसी ऐप-आधारित सेवाओं का विकल्प होगी लेकिन सहकारी ढांचे पर आधारित होगी। इस पहल की घोषणा गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने की। इसका उद्देश्य ड्राइवरों को कर्मचारी नहीं बल्कि हिस्सेदार बनाना है। यह ‘सहकार से समृद्धि’ मिशन का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य स्थानीय आर्थिक मॉडल को सशक्त बनाना है।
पारदर्शी मूल्य निर्धारण वाला ड्राइवर-स्वामित्व मॉडल
जहां कॉर्पोरेट मॉडलों में मुनाफा निवेशकों को जाता है, वहीं ‘सहकार’ मॉडल में कमाई और मुनाफा ड्राइवरों के बीच बांटा जाएगा। यह मॉडल पारदर्शी किराया प्रणाली प्रदान करेगा, जो हाल के ओला-उबर द्वारा कथित भेदभावपूर्ण मूल्य निर्धारण के विवादों के बाद और अधिक महत्वपूर्ण बन गया है। सरकार ने न्यायसंगत और विश्वसनीय मूल्य तय करने का वादा किया है, जिससे यात्रियों और ड्राइवरों दोनों को लाभ मिलेगा।
पायलट लॉन्च और उपभोक्ताओं की चिंता
सहकार टैक्सी सेवा का पायलट लॉन्च कुछ प्रमुख महानगरों में संभावित है। यह फैसला उस समय आया जब केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने ओला और उबर पर iPhone और Android उपयोगकर्ताओं के लिए अलग किराया वसूलने के आरोप लगाए। इस तरह की मूल्य निर्धारण एल्गोरिद्म के कारण लोगों ने जन-केंद्रित और न्यायसंगत विकल्पों की मांग की, जिसके बाद संसद में सहकारी टैक्सी मॉडल की घोषणा की गई।
राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय: सशक्तिकरण के लिए शिक्षा
उसी संसदीय सत्र में, ‘बहु-राज्य सहकारी समितियाँ (संशोधन) विधेयक, 2023’ के तहत राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव भी रखा गया। यह विश्वविद्यालय सहकारी प्रबंधन में डिप्लोमा और प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगा। उद्देश्य है कि भविष्य के सहकारी नेतृत्वकर्ताओं को तैयार किया जाए—चाहे वह परिवहन, डेयरी, कृषि या वित्त हो। यह सरकार की सहकारी ज्ञान को संस्थागत बनाने की दिशा में दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Static GK जानकारी सारांश
विशेषता | विवरण |
योजना का नाम | सहकार टैक्सी सेवा |
घोषित करने वाले | अमित शाह, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री |
परिचालन मॉडल | ड्राइवर-स्वामित्व सहकारी ढांचा |
मूल्य निर्धारण मॉडल | पारदर्शी और सरकारी समर्थन प्राप्त |
लॉन्च का कारण | ओला/उबर के मूल्य निर्धारण विवादों की प्रतिक्रिया |
संबंधित योजना | सहकार से समृद्धि |
पायलट लॉन्च | प्रमुख महानगरों में संभावित |
संबंधित विधेयक | बहु-राज्य सहकारी समितियाँ संशोधन विधेयक 2023 |
विश्वविद्यालय प्रस्ताव | राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय |
विश्वविद्यालय उद्देश्य | सहकारी शासन और वित्त में डिप्लोमा व प्रशिक्षण |
व्यापक लक्ष्य | ड्राइवरों को सशक्त बनाना, उचित वेतन सुनिश्चित करना, राइड सेवाओं में भरोसा कायम करना |