औषधियों के सुरक्षित निपटान के लिए केरल की नई पहल
केरल सरकार ने nPROUD (New Programme for Removal of Unused Drugs) नामक एक अनूठी योजना की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से अनुपयोगी और समाप्त हो चुकी औषधियों को सुरक्षित रूप से एकत्र कर नष्ट करना है। यह भारत की पहली ऐसी औपचारिक योजना है जो फार्मास्युटिकल कचरे के निपटान के लिए समुदाय स्तर पर एक संगठित प्रणाली स्थापित करती है। पायलट कार्यक्रम की शुरुआत 22 फरवरी 2025 को कोझिकोड नगर निगम और उलियेरी पंचायत में की जाएगी, जो लगभग 2 लाख परिवारों को कवर करेगा।
योजना का संचालन कैसे होगा
इस योजना के तहत हरिता कर्म सेना और कूड़ुंभश्री की महिलाएं घर-घर जाकर नि:शुल्क औषधियाँ एकत्रित करेंगी। इसके अतिरिक्त, सभी फार्मेसियों में नीले रंग के डिब्बे रखे जाएंगे, जिनमें आम नागरिक अनुपयोगी दवाइयाँ डाल सकेंगे। व्यावसायिक संस्थानों से दवा संग्रह के लिए ₹40 प्रति किलोग्राम शुल्क लिया जाएगा। एकत्रित दवाओं को केईआईएल (KEIL), एर्नाकुलम स्थित संयंत्र में सुरक्षित रूप से जलाया जाएगा।
पुराने अनुभव से सीखी गई सीख
nPROUD की नींव PROUD (2019) नामक एक पायलट योजना पर आधारित है, जिसे तिरुवनंतपुरम में लागू किया गया था और जिससे 21 टन से अधिक दवाइयाँ एकत्र की गईं। लेकिन उस समय स्थानीय निपटान सुविधाओं की कमी के कारण योजना को बड़े स्तर पर नहीं बढ़ाया जा सका। nPROUD अब इस कमी को दूर करता है और Clean Kerala Company Ltd (CKCL) के सहयोग से एक संगठित तंत्र प्रदान करता है।
नागरिकों को जागरूक करने की पहल
जनभागीदारी को बढ़ावा देने हेतु सरकार “गो ब्लू डे (Go Blue Day)” जैसे विशेष आयोजन करेगी, जिनमें नागरिकों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे अपनी समाप्त हो चुकी दवाओं को निर्धारित केंद्रों पर जमा करें। इस दिन सार्वजनिक स्तर पर औषधि दुरुपयोग, प्रदूषण, और एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध जैसे मुद्दों पर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
राष्ट्रीय नीति का मार्गदर्शक मॉडल
nPROUD के साथ, केरल भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने दवा कचरा प्रबंधन को संस्थागत रूप दिया है। इस पहल की सफलता अब दिल्ली और कर्नाटक जैसे राज्यों को भी प्रेरित कर रही है, जो समान योजनाओं की दिशा में विचार कर रहे हैं। यह परियोजना भविष्य में राष्ट्रीय औषधि अपशिष्ट प्रबंधन नीति का एक मॉडल बन सकती है।
STATIC GK SNAPSHOT: केरल की nPROUD औषधि निपटान योजना
श्रेणी | विवरण |
योजना का पूरा नाम | New Programme for Removal of Unused Drugs (nPROUD) |
शुरुआत तिथि | 22 फरवरी 2025 |
पायलट क्षेत्र | कोझिकोड निगम और उलियेरी पंचायत |
संग्रह विधियाँ | हरिता कर्म सेना, कूड़ुंभश्री, फार्मेसी डिब्बे, गो ब्लू डे |
निपटान स्थान | केईआईएल संयंत्र, एर्नाकुलम |
घरेलू लागत | नि:शुल्क |
व्यवसायिक शुल्क | ₹40 प्रति किलोग्राम |
आधारित योजना | PROUD पायलट 2019 |
लॉन्च करने वाले | स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज |
विचार कर रहे राज्य | दिल्ली, कर्नाटक |