फाइलेरिया और भारत में इसकी गंभीरता
फाइलेरिया एक परजीवी रोग है जो सूत्रकृमियों (Wuchereria bancrofti) द्वारा होता है और लसीका प्रणाली को प्रभावित करता है। यह रोग मुख्य रूप से मच्छरों (विशेषतः क्यूलेक्स प्रजाति) के काटने से फैलता है।
इस बीमारी का गंभीर रूप लिम्फैटिक फाइलेरियासिस है, जिसमें हाथ–पैर या जननांगों में अत्यधिक सूजन हो जाती है।
2022 तक, भारत में 67 करोड़ से अधिक लोग इसके संक्रमण के खतरे में हैं, जिससे इसका उन्मूलन जनस्वास्थ्य की प्राथमिकता बन गया है।
केरल की सामुदायिक पहल: फिल्को आंदोलन
केरल ने 1980 के दशक में फाइलेरिया के खिलाफ समुदाय आधारित मॉडल की शुरुआत की थी।
- रोगियों ने स्वयं सहायता समूह बनाकर सरकार से कार्रवाई की मांग की,
- जिससे जन्म हुआ ‘फिल्को’ आंदोलन का, जिसमें मच्छर प्रजनन स्थलों की सफाई और स्थिर जल निकासी पर ज़ोर दिया गया।
- कृषि विभाग ने मच्छर के लार्वा को खाने वाली मछलियों के माध्यम से एक्वाकल्चर को बढ़ावा दिया।
- इस आंदोलन में स्कूली बच्चों और पूर्व रोगियों की भी भागीदारी रही, जिससे यह जनता आधारित स्वास्थ्य नवाचार का मॉडल बन गया।
सामूहिक दवा वितरण (MDA) में नवाचार
- WHO ने 1996 में DEC (डाईएथाइलकार्बामाज़ीन साइट्रेट) की एकल खुराक की सिफारिश की थी।
- भारत ने 2002 में MDA अभियान शुरू किया और 2006 में अल्बेन्डाजोल को जोड़ा।
- लेकिन लोगों की संदेहशीलता और साइड इफेक्ट्स के कारण भागीदारी कम रही।
केरल ने इस चुनौती से निपटने के लिए एक अनोखी रणनीति अपनाई—DEC मिश्रित टेबल सॉल्ट का उपयोग।
- यह नवाचार बिना सीधे दवा देने के उपचार की पहुँच बढ़ाता है।
- बाद में यह तमिलनाडु तक विस्तारित हुआ और जन–स्वास्थ्य नवाचार के उदाहरण के रूप में उभरा।
आगे की राह और चुनौतियाँ
WHO ने वैश्विक लक्ष्य को 2030 तक बढ़ाया है, जबकि भारत ने 2027 तक इसे समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
- भारत 2015 और 2021 के पिछले लक्ष्य पहले ही चूक चुका है।
- आज भी बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में सक्रिय मामले सामने आते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि उन्मूलन के बाद की निगरानी, मच्छर नियंत्रण, और गांवों व बाढ़–प्रवण क्षेत्रों में निगरानी आवश्यक होगी।
स्थायी सफलता के लिए सतत अभियान और जागरूकता जरूरी है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक (STATIC GK SNAPSHOT)
विषय | विवरण |
रोग का नाम | लिम्फैटिक फाइलेरिया |
रोगजनक | Wuchereria bancrofti (सूत्रकृमि) |
संचरण का माध्यम | मच्छर (मुख्यतः Culex प्रजाति) |
WHO वैश्विक लक्ष्य | 2030 तक उन्मूलन |
भारत का नया लक्ष्य | 2027 तक उन्मूलन |
उच्च-जोखिम वाले राज्य | बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश |
दवा रणनीति | DEC + अल्बेन्डाजोल (सामूहिक दवा वितरण) |
नवाचार रणनीति | DEC मिश्रित नमक (केरल, तमिलनाडु) |
समुदाय आधारित आंदोलन | फिल्को – केरल का रोगी-नेतृत्व आंदोलन |