वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत की भूमिका
भारत को “विश्व की फ़ार्मेसी” की उपाधि इसीलिए दी गई है क्योंकि यह वैश्विक दवा आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भारत 200 से अधिक देशों को सस्ती, उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं और टीके आपूर्ति करता है, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य सुलभता में भारी सुधार हुआ है। COVID-19 महामारी के दौरान भारत की वैक्सीन मैत्री पहल ने गरीब और मध्यम आय वाले देशों को शीघ्र और सस्ती वैक्सीन प्राप्त करने में मदद की।
जेनेरिक दवाओं में अग्रणी भूमिका
भारत विश्व का सबसे बड़ा जेनेरिक दवाओं का उत्पादक है। ये दवाएं ब्रांडेड दवाओं के बराबर प्रभावी होती हैं लेकिन कहीं अधिक सस्ती होती हैं। भारत के जेनेरिक निर्माण आधार ने विशेष रूप से दीर्घकालिक और संक्रामक बीमारियों के इलाज को वैश्विक रूप से अधिक किफायती बनाया है।
दुनिया के लिए वैक्सीन हब
भारत वैश्विक टीका उत्पादन में 60% से अधिक योगदान देता है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जैसे संस्थानों ने वैश्विक स्वास्थ्य संकटों के दौरान सस्ती और प्रभावशाली वैक्सीन आपूर्ति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत की वैक्सीन मैत्री जैसी पहल ने उसे स्वास्थ्य सुरक्षा में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में प्रस्तुत किया।
वैश्विक मानक और वैश्विक पहुंच
भारत के पास संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर सबसे अधिक USFDA अनुमोदित फार्मा इकाइयाँ हैं, जो भारतीय दवाओं की गुणवत्ता में वैश्विक विश्वास को दर्शाता है। भारत की प्रमुख दवा निर्यात मंजिलों में अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राज़ील, दक्षिण अफ्रीका और बेल्जियम शामिल हैं।
विरासत और आर्थिक योगदान
भारत की औषधीय यात्रा आयुर्वेद से आधुनिक चिकित्सा तक फैली है, जिसने उसे आज एक वैश्विक नेता बना दिया है। 2025 तक फार्मा क्षेत्र का मूल्य $100 बिलियन तक पहुँचने का अनुमान है, जो भारत की अर्थव्यवस्था का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ है। यह क्षेत्र करोड़ों लोगों को रोजगार देता है और भारत की वैश्विक स्वास्थ्य नवाचार और निर्यात क्षमता को सशक्त बनाता है।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
शीर्षक | विश्व की फ़ार्मेसी (Pharmacy of the World) |
देश | भारत |
मुख्य योगदान | जेनेरिक दवाएं, टीके, सस्ता स्वास्थ्य समाधान |
प्रमुख निर्यात देश | अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राज़ील, दक्षिण अफ्रीका, बेल्जियम |
वैक्सीन पहल | वैक्सीन मैत्री (COVID-19 के दौरान) |
नियामक अनुमोदन | सबसे अधिक USFDA अनुमोदित दवा इकाइयाँ |
उद्योग मूल्य (2025 अनुमान) | $100 बिलियन |
प्रमुख निर्माता कंपनियाँ | सीरम इंस्टीट्यूट, भारत बायोटेक, सन फार्मा |
निर्यात दायरा | 200 से अधिक देश |