सैन्य सहयोग के माध्यम से संबंधों को मजबूत करना
भारत और जापान 25 फरवरी से 9 मार्च 2025 तक माउंट फ़ूजी, जापान में धर्म गार्जियन अभ्यास के छठे संस्करण का आयोजन करेंगे। यह संयुक्त सैन्य अभ्यास सिर्फ़ एक युद्धाभ्यास नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और रक्षा तालमेल का प्रतीक है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए इस तरह की साझेदारी और समन्वय अत्यंत आवश्यक हो गया है।
वैश्विक मिशन के तहत रणनीतिक प्रशिक्षण
इस संस्करण में शहरी युद्ध और आतंकवाद विरोधी अभियानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जो संयुक्त राष्ट्र के दिशा–निर्देशों के तहत संचालित होगा। दोनों देशों के सैनिक यथार्थपरक शहरी युद्ध स्थितियों का अभ्यास करेंगे ताकि अंतरराष्ट्रीय शांति मिशनों में उनका समन्वय और संचालन क्षमता बेहतर हो सके।
अभ्यास का पृष्ठभूमि और रणनीतिक महत्व
धर्म गार्जियन अब भारत-जापान रक्षा संबंधों की एक प्रमुख पहचान बन गया है। अक्टूबर 2024 में भारतीय सेना प्रमुख की जापान यात्रा के बाद यह अभ्यास दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य संबंधों को और प्रगाढ़ करता है। दोनों देश मुक्त और खुले इंडो–पैसिफिक क्षेत्र के समर्थक हैं, और यह सहयोग क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देता है।
युद्ध के मैदान से परे सांस्कृतिक सेतु
यह अभ्यास केवल हथियारों और रणनीतियों तक सीमित नहीं है। इसमें सांस्कृतिक आदान–प्रदान को भी महत्व दिया गया है। सैनिक आपसी भोजन, पारंपरिक कार्यक्रमों और चर्चाओं में भाग लेकर एक-दूसरे की संस्कृति को समझते हैं, जिससे सांझा मनोबल और टीम वर्क मजबूत होता है।
समानांतर में चल रहा एक्सरसाइज साइक्लोन III
धर्म गार्जियन के समानांतर भारत मिस्र के साथ एक्सरसाइज साइक्लोन III में भी भाग ले रहा है, जिसमें विशेष बल रेगिस्तानी युद्ध और त्वरित तैनाती पर प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह भारत की अंतरराष्ट्रीय रक्षा कूटनीति में बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है।
भविष्य की दिशा और व्यापक प्रभाव
इस तरह के अभ्यास न केवल तत्काल रणनीतिक लाभ देते हैं, बल्कि दीर्घकालिक रूप से संयुक्त राष्ट्र मिशनों, मानवीय राहत, और बहुराष्ट्रीय सुरक्षा सहयोग के लिए सेनाओं को तैयार करते हैं। यह अभ्यास आधुनिक रणनीति को अपनाने और द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने में सहायक है।
STATIC GK SNAPSHOT: एक्सरसाइज धर्म गार्जियन 2025
विषय | विवरण |
पहला आयोजन | 2018 |
2025 स्थल | माउंट फ़ूजी, जापान |
तारीखें | 25 फरवरी से 9 मार्च 2025 |
शामिल देश | भारत और जापान |
मुख्य फोकस | शहरी युद्ध, आतंकवाद-रोधी अभ्यास, यूएन मिशन |
जापान की सैन्य इकाई | ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स (GSDF) |
भारत की सैन्य इकाई | संभवतः इन्फैंट्री या गोरखा रेजिमेंट |
संबंधित अभ्यास | एक्सरसाइज साइक्लोन III (भारत–मिस्र) |
रणनीतिक क्षेत्र | इंडो-पैसिफिक |
सांस्कृतिक भागीदारी | हाँ, सामाजिक और सांस्कृतिक मेलजोल शामिल |