जुलाई 20, 2025 11:00 अपराह्न

2025 के वैश्विक सूचकांक में भारत की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की स्थिति: रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष

समसामयिक मामले: मुक्त भाषण में भारत की वैश्विक स्थिति: 2025 वैश्विक सूचकांक से निष्कर्ष, दुनिया में कौन मुक्त भाषण रिपोर्ट का समर्थन करता है, भारत मुक्त भाषण रैंकिंग 2025, मुक्त भाषण थिंक टैंक का भविष्य, वैश्विक स्वतंत्रता सूचकांक, मुक्त भाषण सूचकांक नॉर्वे डेनमार्क,

India’s Global Standing in Free Speech: Findings from the 2025 Global Index

वैश्विक फ्री स्पीच सर्वेक्षण में भारत की रैंकिंग

‘Who in the World Supports Free Speech?’ शीर्षक वाली रिपोर्ट, जिसे अमेरिकी स्वतंत्र थिंक टैंक The Future of Free Speech ने जारी किया है, ने भारत को 33 देशों में से 24वें स्थान पर रखा है। यह रिपोर्ट यह आंकलन करती है कि आम जनता सरकार की आलोचना करने, विवादास्पद मुद्दों पर बोलने, और सोशल मीडिया का भयमुक्त उपयोग करने जैसे अभिव्यक्ति के अधिकारों का समर्थन कितनी हद तक करती है। भारत की निम्न रैंकिंग से यह संकेत मिलता है कि देश में सेंसरशिप, ऑनलाइन निगरानी, और असहमति के प्रति असहिष्णुता बढ़ती जा रही है।

टॉप प्रदर्शनकर्ता और बदलते रुझान

नॉर्वे और डेनमार्क ने इस सूचकांक में शीर्ष स्थान हासिल किया, जो वहां मजबूत कानूनी संरक्षण और जनता के बीच अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास को दर्शाता है। इंडोनेशिया (56.8), मलेशिया (55.4) और पाकिस्तान (57.0) ने पिछले वर्षों में सबसे तेज़ सुधार दिखाया है। यह प्रगति नागरिक भागीदारी और लोकतांत्रिक सुधारों से जुड़ी है। इसके विपरीत, संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल, और जापान में समर्थन में गिरावट देखी गई, जिसका कारण राजनीतिक ध्रुवीकरण, गलत सूचना का डर, और कंटेंट मॉडरेशन नीतियों में कड़ाई है।

भारत की चुनौतियाँ और डिजिटल युग की जटिलताएँ

भारत की 24वीं रैंक मिश्रित जनमत को दर्शाती है, खासकर धर्म, राष्ट्रीय सुरक्षा, और सरकारी नीतियों की आलोचना जैसे विषयों पर। डिजिटल माध्यमों ने जहां नई आवाज़ों को मंच दिया, वहीं कठोर आईटी नियम 2021, इंटरनेट शटडाउन, और सोशल मीडिया कंपनियों को जारी टैकडाउन नोटिस जैसी कार्रवाइयों ने व्यक्तिगत अधिकार बनाम राष्ट्रीय हित पर बहस को जन्म दिया है। इससे जनता में यह धारणा बन रही है कि फ्री स्पीच कहीं संरक्षित नहीं बल्कि नियंत्रित हो रही है।

लोकतांत्रिक मूल्यों में जनसमर्थन की भूमिका

रिपोर्ट के अनुसार, लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए सार्वजनिक समर्थन आवश्यक है। जहां फ्री स्पीच संरक्षित होती है, वहां नागरिक राजनीतिक भागीदारी और संवाद में अधिक सक्रिय होते हैं। भारत के संदर्भ में यह रिपोर्ट इस बात की याद दिलाती है कि पारदर्शी और अधिकार आधारित अभिव्यक्ति नीति आवश्यक है, खासकर जब देश डिजिटल युग में गहराई से प्रवेश कर रहा हैखुले संवाद को बढ़ावा देना, पत्रकारों की सुरक्षा, और मीडिया साक्षरता में सुधार जैसे कदम भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।

STATIC GK SNAPSHOT

विषय विवरण
रिपोर्ट का शीर्षक Who in the World Supports Free Speech?
जारीकर्ता The Future of Free Speech (अमेरिका आधारित थिंक टैंक)
सर्वेक्षण वर्ष 2025
भारत की रैंकिंग 33 देशों में 24वीं
शीर्ष देश नॉर्वे, डेनमार्क
सबसे अधिक सुधार वाले देश इंडोनेशिया (56.8), मलेशिया (55.4), पाकिस्तान (57.0)
गिरावट वाले देश अमेरिका, इज़राइल, जापान
परीक्षा उपयोगिता अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर जनमत, नागरिक अधिकार, वैश्विक रुझान
India’s Global Standing in Free Speech: Findings from the 2025 Global Index
  1. 2025 की ‘Who in the World Supports Free Speech?’ रिपोर्ट में भारत को 33 देशों में 24वां स्थान प्राप्त हुआ।
  2. यह रिपोर्ट अमेरिका स्थित थिंक टैंक ‘The Future of Free Speech’ द्वारा प्रकाशित की गई।
  3. इस इंडेक्स में केवल कानूनी सुरक्षा नहीं बल्कि आम जनता के समर्थन को मापा गया।
  4. नॉर्वे और डेनमार्क को मजबूत अभिव्यक्ति सुरक्षा के कारण शीर्ष स्थान मिला।
  5. भारत की 24वीं रैंकिंग सेंसरशिप और ऑनलाइन निगरानी की चिंताओं को दर्शाती है।
  6. रिपोर्ट में सरकार की आलोचना की स्वतंत्रता और विवादास्पद मुद्दों पर बोलने की आज़ादी जैसे पैरामीटर शामिल हैं।
  7. भारत में IT नियम 2021, फ्री स्पीच माहौल को प्रभावित करते हैं।
  8. इंटरनेट बंदी और टेकडाउन नोटिस, नागरिकों के डिजिटल अभिव्यक्ति अधिकारों को नुकसान पहुँचाते हैं।
  9. सोशल मीडिया पर सरकारी नियंत्रण बढ़ने से, जनता का विश्वास कम होता जा रहा है।
  10. इंडोनेशिया, मलेशिया और पाकिस्तान ने रैंकिंग में सबसे अधिक सुधार दिखाया।
  11. इन देशों में लोकतांत्रिक सुधार और नागरिक भागीदारी को इस सुधार का कारण माना गया।
  12. संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल और जापान में फ्री स्पीच समर्थन में गिरावट दर्ज हुई।
  13. राजनीतिक ध्रुवीकरण और गलत सूचना पर नियंत्रण से टॉप लोकतंत्रों में भी स्वतंत्रता प्रभावित हुई।
  14. भारत में धर्म, राष्ट्रीय सुरक्षा और सरकारी नीतियों की आलोचना जैसे मुद्दों पर फ्री स्पीच संघर्षरत है।
  15. डिजिटल प्लेटफॉर्म, अभिव्यक्ति को सक्षम बनाते हैं, लेकिन कड़े विनियमन को भी आकर्षित करते हैं।
  16. जनमत, लोकतांत्रिक स्वतंत्रताओं को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  17. जहां फ्री स्पीच मजबूत होती है, वहां नागरिक भागीदारी भी अधिक होती है।
  18. रिपोर्ट ने पत्रकारों की सुरक्षा और मीडिया साक्षरता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
  19. अधिकारआधारित दृष्टिकोण, भारत में लोकतांत्रिक संवाद को मजबूत करने के लिए आवश्यक है।
  20. रिपोर्ट खुले संवाद और डिजिटल स्पेस में प्रतिशोध से मुक्त अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करती है।

Q1. 2025 की 'Who in the World Supports Free Speech?' रिपोर्ट में भारत की रैंक क्या है?


Q2. 2025 की रिपोर्ट में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सूचकांक में किन देशों ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया?


Q3. 2025 की यह फ्री स्पीच सर्वे रिपोर्ट किस संस्था ने जारी की?


Q4. भारत में किस कानून ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंधों को लेकर बहस को जन्म दिया है?


Q5. किन देशों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर जनसमर्थन में सबसे अधिक सुधार देखा गया है?


Your Score: 0

Daily Current Affairs March 22

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.