वैश्विक फ्री स्पीच सर्वेक्षण में भारत की रैंकिंग
‘Who in the World Supports Free Speech?’ शीर्षक वाली रिपोर्ट, जिसे अमेरिकी स्वतंत्र थिंक टैंक The Future of Free Speech ने जारी किया है, ने भारत को 33 देशों में से 24वें स्थान पर रखा है। यह रिपोर्ट यह आंकलन करती है कि आम जनता सरकार की आलोचना करने, विवादास्पद मुद्दों पर बोलने, और सोशल मीडिया का भयमुक्त उपयोग करने जैसे अभिव्यक्ति के अधिकारों का समर्थन कितनी हद तक करती है। भारत की निम्न रैंकिंग से यह संकेत मिलता है कि देश में सेंसरशिप, ऑनलाइन निगरानी, और असहमति के प्रति असहिष्णुता बढ़ती जा रही है।
टॉप प्रदर्शनकर्ता और बदलते रुझान
नॉर्वे और डेनमार्क ने इस सूचकांक में शीर्ष स्थान हासिल किया, जो वहां मजबूत कानूनी संरक्षण और जनता के बीच अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास को दर्शाता है। इंडोनेशिया (56.8), मलेशिया (55.4) और पाकिस्तान (57.0) ने पिछले वर्षों में सबसे तेज़ सुधार दिखाया है। यह प्रगति नागरिक भागीदारी और लोकतांत्रिक सुधारों से जुड़ी है। इसके विपरीत, संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल, और जापान में समर्थन में गिरावट देखी गई, जिसका कारण राजनीतिक ध्रुवीकरण, गलत सूचना का डर, और कंटेंट मॉडरेशन नीतियों में कड़ाई है।
भारत की चुनौतियाँ और डिजिटल युग की जटिलताएँ
भारत की 24वीं रैंक मिश्रित जनमत को दर्शाती है, खासकर धर्म, राष्ट्रीय सुरक्षा, और सरकारी नीतियों की आलोचना जैसे विषयों पर। डिजिटल माध्यमों ने जहां नई आवाज़ों को मंच दिया, वहीं कठोर आईटी नियम 2021, इंटरनेट शटडाउन, और सोशल मीडिया कंपनियों को जारी टैकडाउन नोटिस जैसी कार्रवाइयों ने व्यक्तिगत अधिकार बनाम राष्ट्रीय हित पर बहस को जन्म दिया है। इससे जनता में यह धारणा बन रही है कि फ्री स्पीच कहीं संरक्षित नहीं बल्कि नियंत्रित हो रही है।
लोकतांत्रिक मूल्यों में जनसमर्थन की भूमिका
रिपोर्ट के अनुसार, लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए सार्वजनिक समर्थन आवश्यक है। जहां फ्री स्पीच संरक्षित होती है, वहां नागरिक राजनीतिक भागीदारी और संवाद में अधिक सक्रिय होते हैं। भारत के संदर्भ में यह रिपोर्ट इस बात की याद दिलाती है कि पारदर्शी और अधिकार आधारित अभिव्यक्ति नीति आवश्यक है, खासकर जब देश डिजिटल युग में गहराई से प्रवेश कर रहा है। खुले संवाद को बढ़ावा देना, पत्रकारों की सुरक्षा, और मीडिया साक्षरता में सुधार जैसे कदम भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
रिपोर्ट का शीर्षक | Who in the World Supports Free Speech? |
जारीकर्ता | The Future of Free Speech (अमेरिका आधारित थिंक टैंक) |
सर्वेक्षण वर्ष | 2025 |
भारत की रैंकिंग | 33 देशों में 24वीं |
शीर्ष देश | नॉर्वे, डेनमार्क |
सबसे अधिक सुधार वाले देश | इंडोनेशिया (56.8), मलेशिया (55.4), पाकिस्तान (57.0) |
गिरावट वाले देश | अमेरिका, इज़राइल, जापान |
परीक्षा उपयोगिता | अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर जनमत, नागरिक अधिकार, वैश्विक रुझान |