एक हरित राजधानी का सपना
आंध्र प्रदेश की नियोजित राजधानी अमरावती ने विश्व की पहली 100% नवीकरणीय ऊर्जा से संचालित शहर बनने की दिशा में ठोस कदम उठाया है। केंद्र सरकार के सहयोग और मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में अमरावती केवल एक स्मार्ट सिटी नहीं, बल्कि जलवायु अनुकूल और हरित राजधानी के रूप में विकसित की जा रही है। यह शहर कृष्णा नदी के किनारे 217 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और भारत के स्वच्छ ऊर्जा और सतत विकास लक्ष्य का प्रतीक है।
100% नवीकरणीय ऊर्जा से संचालित शहर
अमरावती का लक्ष्य 2050 तक 2,700 मेगावाट बिजली केवल सौर, पवन और जलविद्युत से उत्पन्न करना है। इसमें से कम से कम 30% ऊर्जा सौर और पवन स्रोतों से आएगी। यह दृष्टिकोण परंपरागत ईंधन से दूर हटकर एक हरित ऊर्जा दर्शन अपनाने वाला है—जहाँ शहर की शुरुआत से ही ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है, न कि बाद में जोड़ा जा रहा है।
छतों पर सौर ऊर्जा और ग्रीन बिल्डिंग मानदंड
शहर में कम से कम एक–तिहाई सरकारी भवनों पर सौर पैनल अनिवार्य किए गए हैं। आंगनवाड़ी, स्कूलों और ई–हेल्थ केंद्रों में अब तक 415 किलोवॉट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की जा चुकी है। नेट मीटरिंग भी अनिवार्य है, जिससे अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में वापस भेजा जा सकता है।
अमरावती गवर्नमेंट कॉम्प्लेक्स सहित सभी प्रमुख निर्माण कार्य को ग्रीन बिल्डिंग मानकों का पालन करना आवश्यक है। ऊर्जा दक्षता और न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन को मंजूरी प्रक्रिया में अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है।
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और डिस्ट्रिक्ट कूलिंग प्रणाली
संपूर्ण सार्वजनिक परिवहन जैसे इलेक्ट्रिक बसें और अमरावती मेट्रो केवल नवीकरणीय ऊर्जा से संचालित होंगी। ईवी चार्जिंग स्टेशन, बस स्टॉप, पार्क और फुटपाथ में सौर पैनल लगाए जा रहे हैं, जो इस शहर की हरित पहचान को मजबूत करते हैं।
गर्मी से निपटने के लिए, अमरावती में ‘टैबरीड’ कंपनी के साथ साझेदारी में डिस्ट्रिक्ट कूलिंग सिस्टम लागू किया जा रहा है। यह तकनीक हाई कोर्ट और सचिवालय जैसे प्रमुख भवनों को ठंडा करने में 50% तक ऊर्जा की बचत करेगी, जिससे बिजली की खपत और ग्रीनहाउस गैसों में भारी कमी आएगी।
क्यों अमरावती बनता है वैश्विक उदाहरण
जब पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन और शहरी फैलाव से जूझ रही है, अमरावती भविष्य के लिए एक पर्यावरण–जागरूक शहर का आदर्श बनकर उभर रहा है।
यह एक ऐसा शहर है, जो गलतियों को सुधारने के बजाय शुरुआत से ही सही दिशा में निर्माण कर रहा है—आज के लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए सतत जीवन सुनिश्चित करने हेतु।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक (STATIC GK SNAPSHOT)
विषय | विवरण |
परियोजना का नाम | अमरावती राजधानी शहर |
स्थान | विजयवाड़ा और गुंटूर के बीच, आंध्र प्रदेश |
कुल क्षेत्रफल | 217 वर्ग किमी (8,352 वर्ग किमी की राजधानी क्षेत्र का भाग) |
कुल लागत | ₹65,000 करोड़ |
नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य | 2,700 मेगावाट (2050 तक) |
स्थापित रूफटॉप सौर क्षमता | 415 किलोवॉट (आंगनवाड़ी, स्कूल, ई-हेल्थ केंद्रों पर) |
डिस्ट्रिक्ट कूलिंग क्षमता | 20,000 रेफ्रिजरेशन टन (RT) |
सेवा प्राप्त भवन | उच्च न्यायालय, सचिवालय |
ऊर्जा खपत में कमी | शीतलन के लिए 50% तक |
प्रमुख प्राधिकरण | आंध्र प्रदेश कैपिटल रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (APCRDA) |