जुलाई 21, 2025 8:10 अपराह्न

कलाग्नर काइविनई योजना 2025: तमिलनाडु की समावेशी हस्तशिल्प योजना

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Kalaignar Kaivinai Thittam 2025: Tamil Nadu’s Inclusive Artisan Scheme

पीएम विश्वकर्मा योजना का राज्य स्तरीय विकल्प

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने 2025 में कलाईञर कइविनई थिट्टम नाम से एक नई राज्य स्तरीय कारीगर कल्याण योजना शुरू की है। यह योजना केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का विकल्प मानी जा रही है। यह योजना हस्तशिल्प विकास, पारंपरिक कौशलों के पुनर्जीवन और वित्तीय सहायता पर केंद्रित है।
जहाँ पीएम विश्वकर्मा योजना 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल करती है, वहीं तमिलनाडु की योजना में 25 व्यवसाय शामिल किए गए हैं, जो इसे अधिक व्यापक और समावेशी बनाता है।

क्या बनाता है इस योजना को अलग?

पीएम विश्वकर्मा योजना को विशेष जातीय समुदाय तक सीमित रखने के लिए आलोचना मिली थी। इसके विपरीत, कलाईञर कइविनई थिट्टम एक पूरी तरह समावेशी योजना है। इसमें 35 वर्ष या उससे अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति, चाहे वह किसी भी जाति का हो, किसी भी कारीगरी या हस्तकला में प्रशिक्षण लेकर अपना व्यवसाय शुरू कर सकता है
यह योजना सामाजिक समानता को बढ़ावा देती है और शहरी ग्रामीण क्षेत्रों दोनों में कारीगरों तक पहुँचने पर ज़ोर देती है। इसमें महिलाओं की भागीदारी को भी प्राथमिकता दी गई है।

वित्तीय सहायता और योजना का दायरा

योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को ₹50,000 से ₹3 लाख तक ऋण दिया जाएगा, जिस पर सरकार सब्सिडी देगी, जिससे पुनर्भुगतान का बोझ कम होगा।
यह संरचना पीएम विश्वकर्मा योजना जैसी है, परंतु यहाँ जाति या पारंपरिक पृष्ठभूमि की कोई सीमा नहीं है।
मध्यम आयु वर्ग के कारीगर, जिन्हें अक्सर पूंजी की कमी होती है, इस योजना से स्वरोजगार और लुप्त होती कलाओं के पुनर्जीवन में मदद पा सकेंगे।

शामिल कारीगरी और शिल्प

इस योजना में शामिल 25 पारंपरिक व्यवसायों में मिट्टी के बर्तन बनाना, बुनाई, लुहारगिरी, बढ़ईगिरी, सुनारगिरी, टोकरी बनाना आदि शामिल हैं।
इसके अलावा, नई स्थानीय कलाओं और आधुनिक हस्तकला कौशल को भी मान्यता दी गई है।
लाभार्थियों को कौशल प्रशिक्षण, विपणन सहायता, और हस्तशिल्प मेलों और प्रदर्शनियों में भागीदारी के अवसर मिलेंगे।

सामाजिक-सांस्कृतिक सन्दर्भ और राजनीतिक संदेश

इस योजना की शुरुआत का एक राजनीतिक संदेश भी है। यह दिखाता है कि तमिलनाडु सरकार स्थानीय सामाजिकसांस्कृतिक ज़रूरतों को ध्यान में रखकर योजनाएँ बना रही है।
यह द्रविड़ीय मॉडल की विचारधारा पर आधारित है, जिसमें समावेशिता, आत्मसम्मान और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी जाती है।
जातिआधारित सीमाओं को हटाकर यह योजना लोकतांत्रिक और प्रगतिशील कल्याण नीति की मिसाल बनती है।

स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक (STATIC GK SNAPSHOT)

विषय विवरण
योजना का नाम कलाईञर कइविनई थिट्टम
लॉन्च करने वाला तमिलनाडु सरकार
वर्ष 2025
तुलना योजना पीएम विश्वकर्मा योजना (केंद्र, 2023)
शामिल व्यवसायों की संख्या 25 (तमिलनाडु) बनाम 18 (केंद्र)
न्यूनतम पात्रता आयु 35 वर्ष
ऋण सीमा ₹50,000 – ₹3,00,000
जाति आधारित प्रवेश नहीं (सभी के लिए खुली योजना)
योजना का उद्देश्य कारीगर सशक्तिकरण, वित्तीय सहायता, कौशल पुनरुद्धार
प्रशासक विभाग तमिलनाडु एमएसएमई एवं हस्तशिल्प विभाग

 

Kalaignar Kaivinai Thittam 2025: Tamil Nadu’s Inclusive Artisan Scheme
  1. कलाग्नर काइविनई योजना 2025 को तमिलनाडु सरकार द्वारा हस्तशिल्पकारों के लिए एक समावेशी सहायता योजना के रूप में शुरू किया गया।
  2. यह योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना का राज्य स्तरीय विकल्प है।
  3. इस योजना में 25 पारंपरिक व्यवसाय शामिल हैं, जबकि केंद्र की योजना में केवल 18 व्यवसाय हैं।
  4. इसमें कोई जातिआधारित प्रतिबंध नहीं है, जिससे हर पात्र व्यक्ति को समावेशी लाभ सुनिश्चित होता है।
  5. योजना के तहत पात्रता के लिए न्यूनतम आयु 35 वर्ष निर्धारित की गई है।
  6. यह योजना ₹50,000 से ₹3 लाख तक के ऋण प्रदान करती है, जिसमें सरकारी सब्सिडी भी दी जाती है।
  7. इसका उद्देश्य हस्तशिल्पकारों को सशक्त बनाना, पारंपरिक कौशल का पुनरुद्धार, और वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
  8. योजना का संचालन तमिलनाडु एमएसएमई और हस्तशिल्प विभाग द्वारा किया जा रहा है।
  9. यह योजना तमिलनाडु के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के कारीगरों को लक्षित करती है
  10. इसमें मिट्टी के बर्तन बनाना, बुनाई, लोहारगिरी, सुनारगिरी, बढ़ईगिरी जैसे कई व्यवसाय शामिल हैं।
  11. कार्यक्रम लैंगिक समावेशन और सामाजिक समानता पर विशेष बल देता है।
  12. लाभार्थियों को कौशल विकास प्रशिक्षण और विपणन सहायता प्रदान की जाएगी।
  13. हस्तशिल्प मेलों और प्रदर्शनियों में भाग लेने की सुविधा भी इस योजना के अंतर्गत दी जाएगी।
  14. यह योजना द्रविड़ शासन मॉडल के अनुरूप है, जो आत्मसम्मान और समावेशिता पर आधारित है।
  15. यह योजना कल्याण नीति निर्माण में तमिलनाडु की राज्यीय स्वायत्तता को दर्शाती है
  16. यह पीएम विश्वकर्मा योजना का प्रगतिशील और जातिनिरपेक्ष विकल्प मानी जा रही है।
  17. केंद्र की योजना, जिसे 2023 में शुरू किया गया था, को समुदायविशेष सीमाओं के कारण आलोचना मिली थी।
  18. तमिलनाडु की योजना मध्यम आयु वर्ग के कारीगरों को लक्षित करती है, जो अक्सर स्टार्टअप ऋण प्रणाली से बाहर रह जाते हैं।
  19. इस योजना में स्थानीय नवाचार हस्तशिल्प और आधुनिक हस्तकला कौशल को भी मान्यता दी गई है।
  20. कलाग्नर काइविनई योजना, तमिलनाडु की हस्तशिल्प कल्याण नीति ढांचे को सुदृढ़ करती है।

 

Q1. कलाईनार काइविनई योजना के अंतर्गत कितने शिल्प (हस्तशिल्प/कला) शामिल किए गए हैं?


Q2. इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के लिए न्यूनतम आयु क्या है?


Q3. कलाईनार काइविनई योजना के तहत प्रदान किया जाने वाला ऋण कितना होता है?


Q4. यह तमिलनाडु योजना किस केंद्र सरकार की योजना का विकल्प प्रदान करती है?


Q5. कलाईनार काइविनई योजना का संचालन किस विभाग द्वारा किया जाता है?


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