एक संगीतमय किंवदंती को सिक्के के रूप में श्रद्धांजलि
भारत सरकार ने देश के महान पार्श्वगायक मोहम्मद रफ़ी की 100वीं जयंती के अवसर पर ₹100 का एक विशेष स्मारक सिक्का जारी करने की घोषणा की है। यह घोषणा उन लाखों संगीत प्रेमियों की भावनाओं से जुड़ गई है, जिन्होंने रफ़ी की आवाज़ में भारतीय सिनेमा का स्वर्णिम युग जिया।
प्रधानमंत्री का अमर आवाज़ को सम्मान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मोहम्मद रफ़ी को “संगीत का जादूगर“ बताते हुए श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनकी गायकी ने देश की आत्मा को छू लिया—चाहे वह प्रेम हो, भक्ति, देशभक्ति या दुख।
सिक्के का डिज़ाइन और सांस्कृतिक महत्व
हालांकि सिक्के की सटीक डिज़ाइन अब तक घोषित नहीं की गई है, परंतु आमतौर पर ऐसे सिक्कों में राष्ट्रीय प्रतीक और संबंधित व्यक्ति की प्रतिमा होती है। रफ़ी की छवि का समावेश सिर्फ एक प्रतीक नहीं है, बल्कि उनके संगीत और संस्कृति में योगदान का स्थायी स्मरण है।
जयंती उत्सव: एक भव्य स्मारक
रफ़ी के जन्मस्थान कोटला सुल्तान सिंह (अमृतसर, पंजाब) में 100 फीट ऊंचा ‘रफ़ी मीनार‘ बनाया जा रहा है, जिसमें उनके 100 लोकप्रिय गीतों को उकेरा जाएगा। यह स्मारक सिर्फ एक ढांचा नहीं, बल्कि भारत की संगीतमय विरासत का जीवंत संग्रहालय होगा।
मोहम्मद रफ़ी की अमर ध्वनि
1940 के दशक से 1980 तक, रफ़ी की आवाज़ बॉलीवुड का दिल बनी रही। उन्होंने कई भाषाओं में गाया और कव्वाली, भजन, प्रेमगीत और देशभक्ति गीत जैसे विविध शैलियों में पारंगत रहे। उनके गीतों ने देव आनंद, शम्मी कपूर, राजेन्द्र कुमार और अमिताभ बच्चन जैसे कलाकारों को आवाज़ दी।
आज भी उनके गीत रियलिटी शोज़, प्लेलिस्ट और फिल्मों में गूंजते हैं, जो उनकी अमर विरासत का प्रमाण हैं।
धातु में ढली सांस्कृतिक श्रद्धांजलि
₹100 का यह सिक्का सिर्फ एक संग्रहणीय वस्तु नहीं, बल्कि उस व्यक्ति को राष्ट्र की ओर से सलामी है जिसने देश की भावनाओं को आवाज़ दी। यह दर्शाता है कि भारत कैसे अपने सांस्कृतिक नायकों को औपचारिक सम्मान और स्थायी स्मृति के रूप में स्थान देता है।
STATIC GK SNAPSHOT: रफ़ी स्मारक सिक्का 2025
श्रेणी | विवरण |
सिक्का जारीकर्ता | भारत सरकार |
अवसर | मोहम्मद रफ़ी की 100वीं जयंती |
सिक्के का मूल्य | ₹100 |
सम्मानित व्यक्ति | मोहम्मद रफ़ी – प्रसिद्ध पार्श्वगायक |
अतिरिक्त श्रद्धांजलि | 100 फीट का रफ़ी मीनार (अमृतसर, पंजाब) |
प्रधानमंत्री वक्तव्य | “सांस्कृतिक प्रभाव वाली संगीत प्रतिभा” |
जन्मतिथि | 24 दिसंबर 1924, कोटला सुल्तान सिंह (पंजाब) |
प्रसिद्ध गीत | “चौदहवीं का चाँद”, “आज मौसम बड़ा बेईमान है”, “बहारों फूल बरसाओ” |
कुल रिकॉर्डिंग्स | 7,000+ गीत |