जुलाई 20, 2025 12:51 अपराह्न

आप्रवासन और विदेशी नागरिक विधेयक 2025: आधुनिक भारत के लिए महत्वपूर्ण सुधार

समसामयिक मामले: आव्रजन और विदेशी विधेयक, 2025: आधुनिक भारत के लिए प्रमुख सुधार, आव्रजन और विदेशी विधेयक 2025, औपनिवेशिक युग के कानूनों का निरसन, राष्ट्रीय सुरक्षा उपाय, विदेशियों का अनिवार्य पंजीकरण, वाहक दायित्व प्रावधान, अग्रिम यात्री डेटा आवश्यकता

Immigration and Foreigners Bill, 2025: Key Reforms for a Modern India

भारत की आप्रवासन व्यवस्था को नया रूप देने की शुरुआत

आप्रवासन और विदेशी नागरिक विधेयक, 2025, को गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने संसद में प्रस्तुत किया ताकि भारत के पुराने आप्रवासन कानूनों को संशोधित किया जा सके। यह विधेयक चार पुराने उपनिवेशकालीन कानूनों की जगह लेकर, एक समग्र कानूनी ढांचा प्रस्तुत करता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा, सरलीकृत प्रक्रियाएं, और स्पष्ट दंड प्रावधानों पर केंद्रित है। यह नियमों को एकीकृत कर प्रवेश बिंदुओं पर प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करता है।

प्रवेश और ठहराव पर कड़े नियंत्रण

इस विधेयक का एक प्रमुख प्रावधान है प्रवेश प्रतिबंध खंड। इसके तहत, कोई भी विदेशी जो भारत की संप्रभुता या सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा हो, उसे प्रवेश से वंचित किया जा सकता है या तुरंत निष्कासित किया जा सकता है। सभी आगंतुकों को आगमन पर अनिवार्य पंजीकरण करना होगा और उन्हें संरक्षित या प्रतिबंधित क्षेत्रों में जाने के लिए विशेष अनुमति लेनी होगीअस्पतालों, शिक्षण संस्थानों और वृद्धाश्रमों को भी ऐसे विदेशी मेहमानों की जानकारी प्रवासन प्राधिकरण को देना अनिवार्य होगा।

उल्लंघनों को रोकने के लिए कठोर दंड

अवैध आप्रवासन और दस्तावेज़ी धोखाधड़ी से निपटने के लिए विधेयक में कठोर दंड का प्रावधान किया गया है। बिना वैध वीज़ा प्रवेश करने वाले किसी भी विदेशी को 5 साल तक की सजा और ₹5 लाख का जुर्माना हो सकता है। जाली दस्तावेज़ बनाने पर 7 साल तक की सजा और ₹10 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। वीज़ा अवधि समाप्त होने के बाद भी रुकने पर 3 साल की सजा और ₹3 लाख तक जुर्माना लगाया जाएगा।

परिवहन सेवा प्रदाताओं की जवाबदेही

इस विधेयक के तहत एयरलाइनों, शिपिंग कंपनियों और अन्य वाहकों पर भी दायित्व डाला गया है। उन्हें हर यात्री के दस्तावेज़ों की जांच करना अनिवार्य है। यदि कोई विदेशी प्रवेश से वंचित होता है, तो उसकी वापसी यात्रा का खर्च उस कंपनी को उठाना होगा, अन्यथा उनके वाहनों को जब्त किया जा सकता है। यह प्रावधान मानव तस्करी और अवैध घुसपैठ को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा

भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों की तैयारी

रोकथाम केंद्रित सुरक्षा रणनीति के तहत, विधेयक में यह प्रावधान है कि एयरलाइनों को यात्रियों और चालक दल की जानकारी आगमन से पहले साझा करनी होगी। इससे प्रवासन अधिकारियों को जोखिम की पहचान और निगरानी पहले से करने में सुविधा मिलेगी। भारत हर साल लगभग 1 करोड़ विदेशी आगंतुकों का स्वागत करता है, ऐसे में यह कदम प्रतिक्रियात्मक नहीं, बल्कि सक्रिय निगरानी रणनीति को दर्शाता है।

STATIC GK SNAPSHOT FOR EXAMS (हिंदी में)

विषय विवरण
निरस्त किए गए कानून पासपोर्ट अधिनियम 1920, विदेशियों का पंजीकरण अधिनियम 1939, विदेशी अधिनियम 1946, आप्रवासन (वाहक उत्तरदायित्व) अधिनियम 2000
अवैध प्रवेश के लिए अधिकतम सजा 5 वर्ष तक की कैद
जाली दस्तावेज़ के लिए जुर्माना ₹10 लाख तक
वीज़ा अवधि के उल्लंघन पर सजा 3 वर्ष तक की कैद और ₹3 लाख जुर्माना
अवैध दस्तावेज़ वाले यात्री के लिए वाहक का दंड ₹5 लाख तक जुर्माना
अग्रिम यात्री डेटा अनिवार्यता आगमन से पहले सभी एयरलाइनों/जहाजों द्वारा
2023–24 में विदेशी आगंतुकों की संख्या 98,40,321 विदेशी नागरिक
Immigration and Foreigners Bill, 2025: Key Reforms for a Modern India
  1. इमिग्रेशन और विदेशी नागरिक विधेयक, 2025 को केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने पेश किया।
  2. यह विधेयक1946 के फॉरनर्स एक्ट सहित चार उपनिवेशकालीन कानूनों को निरस्त करता है।
  3. यह भारत के लिए एकीकृत और आधुनिक आप्रवासन ढांचा बनाता है।
  4. इसका उद्देश्य प्रवेश बिंदुओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा और निगरानी को मजबूत करना है।
  5. संप्रभुता या सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा माने जाने पर विदेशी नागरिकों को प्रवेश से वंचित किया जा सकता है।
  6. प्रत्येक विदेशी नागरिक के लिए आगमन पर अनिवार्य पंजीकरण आवश्यक होगा।
  7. संरक्षित/प्रतिबंधित क्षेत्रों में जाने के लिए विशेष अनुमति जरूरी है।
  8. अस्पतालों और विश्वविद्यालयों को विदेशी नागरिकों की सूचना देनी होगी।
  9. बिना वैध वीज़ा के प्रवेश पर 5 साल की जेल और ₹5 लाख तक जुर्माना हो सकता है।
  10. दस्तावेज़ों की जालसाजी पर 7 साल तक की सजा और ₹10 लाख जुर्माना निर्धारित है।
  11. वीज़ा अवधि पार करने पर 3 साल की जेल और ₹3 लाख का जुर्माना होगा।
  12. यह विधेयक दस्तावेज़ धोखाधड़ी, अवैध ठहराव और अनधिकृत उपस्थिति पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान करता है।
  13. एयरलाइंस और ट्रांसपोर्ट कंपनियों को यात्रियों के दस्तावेज जांचना अनिवार्य होगा।
  14. बिना सत्यापन वाले विदेशी यात्रियों को लाने पर वाहक पर ₹5 लाख तक जुर्माना लगाया जाएगा।
  15. प्रवेश से वंचित होने पर वापसी खर्च वाहक को उठाना होगा, अन्यथा वाहन जब्त किया जा सकता है।
  16. इससे ट्रांसपोर्ट एजेंसियाँ आप्रवासन रक्षा की पहली पंक्ति बनेंगी।
  17. प्रवेश से पहले यात्री की अग्रिम जानकारी (Advance Passenger Information) साझा करना अनिवार्य होगा।
  18. यह प्रावधान रीयल-टाइम खतरों के आकलन और निगरानी को बेहतर बनाता है।
  19. भारत ने2023–24 में84 मिलियन विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया।
  20. यह विधेयक वैश्विक आप्रवासन मानकों और डिजिटल ट्रैकिंग प्रणाली के अनुरूप बनाया गया है।

 

Q1. भारत में आप्रवासन और विदेशी विधेयक, 2025 को किस मंत्री ने प्रस्तुत किया?


Q2. नए विधेयक के तहत वैध वीज़ा के बिना भारत में प्रवेश करने पर अधिकतम जेल की सजा क्या है?


Q3. निम्न में से कौन-सा अधिनियम आप्रवासन और विदेशी विधेयक, 2025 द्वारा समाप्त नहीं किया गया है?


Q4. नए विधेयक के अनुसार वीज़ा अवधि समाप्त होने के बाद भारत में रुकने पर क्या दंड है?


Q5. आप्रवासन और विदेशी विधेयक, 2025 के तहत एयरलाइनों पर क्या नया दायित्व डाला गया है?


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