जुलाई 19, 2025 1:21 पूर्वाह्न

जापान ने अरिडा शहर में दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड रेलवे स्टेशन पेश किया

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Japan Unveils World's First 3D-Printed Train Station in Arida Town

छह घंटे से भी कम में बना रेलवे इतिहास

जापान की वेस्ट जापान रेलवे कंपनी ने वाकायामा प्रान्त के अरिदा शहर में दुनिया का पहला 3D-प्रिंटेड रेलवे स्टेशनहत्सुशिमा स्टेशन जनता के सामने प्रस्तुत किया। इसने 1948 से खड़ी लकड़ी की संरचना की जगह ली है। इसकी सबसे खास बात यह है कि मात्र छह घंटे में ऑनसाइट असेंबली पूरी कर ली गई—जो जापान की घटती श्रमिक शक्ति और बुनियादी ढांचा निर्माण की चुनौतियों के लिए 3D प्रिंटिंग की संभावनाएं दिखाता है।

तेज़, सटीक और भविष्यवादी निर्माण प्रक्रिया

स्टेशन के विभिन्न हिस्सों को कुमामोटो प्रान्त में सेरेंडिक्स फैक्टरी में सात दिनों में 3D प्रिंट किया गया। दीवारें और फ्रेम उच्च टिकाऊपन वाले मोर्टार से बनाए गए, जिन्हें 500 मील दूर से लाकर एक ही रात में क्रेनों की मदद से इंस्टॉल किया गया, जब अंतिम ट्रेन निकल चुकी थी और अगली ट्रेन आने से पहले का समय मिला था। संरचना तैयार है, लेकिन आंतरिक काम और टिकटिंग सिस्टम अब भी प्रगति में हैं। स्टेशन का आधिकारिक उद्घाटन जुलाई 2025 में होगा।

जापान के लिए क्यों है यह महत्वपूर्ण

जापान की बुजुर्ग होती जनसंख्या और श्रमिकों की कमी को देखते हुए यह नवाचार अत्यंत आवश्यक बन जाता है। पारंपरिक तरीके से रेलवे स्टेशन बनाना दो महीने तक समय और बड़ी मज़दूर संख्या की मांग करता है। लेकिन 3D प्रिंटिंग की मदद से यह कार्य सस्ता, तेज़ और कम श्रमआधारित बनता है—खासकर दूरदराज़ और ग्रामीण इलाकों में यह आदर्श है।

वैश्विक स्तर पर 3D प्रिंटिंग का प्रभाव

3D प्रिंटिंग केवल जापान तक सीमित नहीं है। उदाहरण के लिए, भारत में गोदरेज प्रॉपर्टीज ने पुणे में पुनर्नवीनीकरण सामग्री से 3D-प्रिंटेड विला का निर्माण किया है। दुनियाभर में देश अब पर्यावरणीय चिंता और बढ़ती निर्माण लागत से निपटने के लिए स्वचालित निर्माण तकनीकों की ओर रुख कर रहे हैं। जापान ने जो रेलवे स्टेशनों के लिए किया है, वह जल्द ही घर, अस्पताल और स्कूल जैसी सार्वजनिक सुविधाओं के लिए भी सामान्य बन सकता है।

भविष्य की एक झलक

हत्सुशिमा स्टेशन केवल एक बुनियादी ढांचा समाधान नहीं है—यह भविष्य के निर्माण मॉडल का प्रदर्शन है। यदि यह प्रयास सफल रहा, तो ऐसे 3D-प्रिंटेड ढांचे सार्वजनिक निर्माण का नया मानक बन सकते हैं। जैसे-जैसे कुशल, टिकाऊ और कम मज़दूरी वाले निर्माण की मांग बढ़ती है, 3D प्रिंटिंग सिर्फ प्रयोग नहीं बल्कि नई सामान्य स्थिति बन सकती है।

स्थैतिक जीके झलक (Static GK Snapshot)

विषय विवरण
देश जापान
स्टेशन का नाम हत्सुशिमा स्टेशन
क्षेत्र अरिदा, वाकायामा प्रान्त
निर्माण संस्था वेस्ट जापान रेलवे कंपनी
निर्माण तकनीक उच्च स्थायित्व मोर्टार से 3D प्रिंटिंग
निर्माण कंपनी सेरेंडिक्स (कुमामोटो प्रान्त)
असेंबली समय छह घंटे से कम
उद्घाटन तिथि जुलाई 2025 (निर्धारित)
क्षेत्रफल लगभग 100 वर्ग फुट
भारत में समान परियोजना गोदरेज द्वारा पुणे में 3D-प्रिंटेड विला
वैश्विक प्रवृत्ति 3D प्रिंटिंग द्वारा टिकाऊ और दूरस्थ निर्माण
Japan Unveils World's First 3D-Printed Train Station in Arida Town
  1. जापान ने वकायामा प्रान्त के अरिडा शहर में दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड रेलवे स्टेशन प्रस्तुत किया है।
  2. इस स्टेशन का नाम हत्सुशिमा स्टेशन है और यह जुलाई 2025 में आधिकारिक रूप से खुलने वाला है।
  3. यह परियोजना वेस्ट जापान रेलवे कंपनी द्वारा विकसित की गई है, जो रेलवे क्षेत्र में नवाचार को दर्शाती है।
  4. स्टेशन के सभी हिस्से सेरेंडिक्स द्वारा कुमामोटो प्रान्त में उच्च स्थायित्व वाले मोर्टार से 3D प्रिंट किए गए।
  5. साइट पर पूरी असेंबली सिर्फ 6 घंटे से भी कम समय में, रात के समय ट्रेनों के बीच में पूरी की गई।
  6. यह स्टेशन 1948 में बने पुराने लकड़ी के ढांचे को प्रतिस्थापित करता है, जिससे रेलवे सुविधाओं का आधुनिकीकरण होता है।
  7. हिस्सों को 7 दिनों में प्रिंट किया गया और 500 मील दूर लाकर अंतिम रूप से जोड़ा गया।
  8. स्टेशन का क्षेत्रफल 100 वर्ग फुट से थोड़ा अधिक है – जो दूरदराज और कम आवागमन वाले क्षेत्रों के लिए आदर्श है।
  9. यह नया मॉडल जापान की बुजुर्ग होती जनसंख्या और निर्माण क्षेत्र में श्रमिकों की कमी का समाधान है।
  10. जापान में पारंपरिक स्टेशन निर्माण में लगभग 2 महीने का समय और बड़ी संख्या में श्रमिकों की आवश्यकता होती है।
  11. 3D प्रिंटिंग ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ता, तेज़ और कम श्रमिकआधारित अवसंरचना संभव बनाता है।
  12. यह पद्धति जापान की सतत और तकनीकी नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
  13. विश्व स्तर पर इसी तरह के नवाचार देखे जा रहे हैं, जैसे भारत के पुणे में गोदरेज का 3D प्रिंटेड विला
  14. रीसायकल की गई सामग्री और इकोफ्रेंडली तकनीकों का उपयोग अब वैश्विक निर्माण में लोकप्रिय हो रहा है।
  15. 3D प्रिंटिंग उच्च निर्माण लागत और जलवायु संबंधित समस्याओं का समाधान बन रहा है।
  16. हत्सुशिमा परियोजना भविष्य में अस्पतालों, स्कूलों जैसी सार्वजनिक अवसंरचनाओं के लिए मिसाल बन सकती है।
  17. उपयोग की गई तकनीक में पूर्वप्रिंटेड मॉड्यूलर इकाइयों को क्रेन से जोड़ने की सटीक प्रक्रिया शामिल थी।
  18. स्टेशन का आंतरिक कार्य और टिकटिंग सिस्टम जुलाई 2025 से पहले पूरा हो जाएगा।
  19. जापान का यह कदम स्वचालित और रोबोट आधारित निर्माण प्रणालियों की ओर एक रणनीतिक बदलाव को दर्शाता है।
  20. अब 3D प्रिंटेड इमारतों को कुशल, विस्तार योग्य और टिकाऊ विकास के व्यवहारिक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।

 

Q1. दुनिया का पहला 3D-मुद्रित रेलवे स्टेशन कहां स्थित है?


Q2. नए 3D-मुद्रित रेलवे स्टेशन का नाम क्या है?


Q3. जापान में इस 3D-मुद्रित रेलवे स्टेशन का निर्माण किस कंपनी ने किया?


Q4. ऑन-साइट 3D-मुद्रित स्टेशन को असेंबल करने में कितना समय लगा?


Q5. भारत के किस शहर ने हाल ही में रिसाइकल सामग्री से 3D-मुद्रित विला बनाया है?


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