छह घंटे से भी कम में बना रेलवे इतिहास
जापान की वेस्ट जापान रेलवे कंपनी ने वाकायामा प्रान्त के अरिदा शहर में दुनिया का पहला 3D-प्रिंटेड रेलवे स्टेशन—हत्सुशिमा स्टेशन जनता के सामने प्रस्तुत किया। इसने 1948 से खड़ी लकड़ी की संरचना की जगह ली है। इसकी सबसे खास बात यह है कि मात्र छह घंटे में ऑन–साइट असेंबली पूरी कर ली गई—जो जापान की घटती श्रमिक शक्ति और बुनियादी ढांचा निर्माण की चुनौतियों के लिए 3D प्रिंटिंग की संभावनाएं दिखाता है।
तेज़, सटीक और भविष्यवादी निर्माण प्रक्रिया
स्टेशन के विभिन्न हिस्सों को कुमामोटो प्रान्त में सेरेंडिक्स फैक्टरी में सात दिनों में 3D प्रिंट किया गया। दीवारें और फ्रेम उच्च टिकाऊपन वाले मोर्टार से बनाए गए, जिन्हें 500 मील दूर से लाकर एक ही रात में क्रेनों की मदद से इंस्टॉल किया गया, जब अंतिम ट्रेन निकल चुकी थी और अगली ट्रेन आने से पहले का समय मिला था। संरचना तैयार है, लेकिन आंतरिक काम और टिकटिंग सिस्टम अब भी प्रगति में हैं। स्टेशन का आधिकारिक उद्घाटन जुलाई 2025 में होगा।
जापान के लिए क्यों है यह महत्वपूर्ण
जापान की बुजुर्ग होती जनसंख्या और श्रमिकों की कमी को देखते हुए यह नवाचार अत्यंत आवश्यक बन जाता है। पारंपरिक तरीके से रेलवे स्टेशन बनाना दो महीने तक समय और बड़ी मज़दूर संख्या की मांग करता है। लेकिन 3D प्रिंटिंग की मदद से यह कार्य सस्ता, तेज़ और कम श्रम–आधारित बनता है—खासकर दूर–दराज़ और ग्रामीण इलाकों में यह आदर्श है।
वैश्विक स्तर पर 3D प्रिंटिंग का प्रभाव
3D प्रिंटिंग केवल जापान तक सीमित नहीं है। उदाहरण के लिए, भारत में गोदरेज प्रॉपर्टीज ने पुणे में पुनर्नवीनीकरण सामग्री से 3D-प्रिंटेड विला का निर्माण किया है। दुनियाभर में देश अब पर्यावरणीय चिंता और बढ़ती निर्माण लागत से निपटने के लिए स्वचालित निर्माण तकनीकों की ओर रुख कर रहे हैं। जापान ने जो रेलवे स्टेशनों के लिए किया है, वह जल्द ही घर, अस्पताल और स्कूल जैसी सार्वजनिक सुविधाओं के लिए भी सामान्य बन सकता है।
भविष्य की एक झलक
हत्सुशिमा स्टेशन केवल एक बुनियादी ढांचा समाधान नहीं है—यह भविष्य के निर्माण मॉडल का प्रदर्शन है। यदि यह प्रयास सफल रहा, तो ऐसे 3D-प्रिंटेड ढांचे सार्वजनिक निर्माण का नया मानक बन सकते हैं। जैसे-जैसे कुशल, टिकाऊ और कम मज़दूरी वाले निर्माण की मांग बढ़ती है, 3D प्रिंटिंग सिर्फ प्रयोग नहीं बल्कि नई सामान्य स्थिति बन सकती है।
स्थैतिक जीके झलक (Static GK Snapshot)
विषय | विवरण |
देश | जापान |
स्टेशन का नाम | हत्सुशिमा स्टेशन |
क्षेत्र | अरिदा, वाकायामा प्रान्त |
निर्माण संस्था | वेस्ट जापान रेलवे कंपनी |
निर्माण तकनीक | उच्च स्थायित्व मोर्टार से 3D प्रिंटिंग |
निर्माण कंपनी | सेरेंडिक्स (कुमामोटो प्रान्त) |
असेंबली समय | छह घंटे से कम |
उद्घाटन तिथि | जुलाई 2025 (निर्धारित) |
क्षेत्रफल | लगभग 100 वर्ग फुट |
भारत में समान परियोजना | गोदरेज द्वारा पुणे में 3D-प्रिंटेड विला |
वैश्विक प्रवृत्ति | 3D प्रिंटिंग द्वारा टिकाऊ और दूरस्थ निर्माण |